न्यूज एजेंसी रायटन के अनुसार आईटीवी के राजनीतिक संपादक रॉबर्ट पेस्टन के सूत्रों के हवाले से यह दावा किया है उनके इस दावे के बादसबकी आस भरी निगाहें इसलिये इस और टिक गयी है क्योंकि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने जून में कहा था कि एस्ट्रा जेनेका, कोरोना वैक्सीन विकसित करने की दिशा में सबसे एडवांस और अग्रणी है। पेस्टन ने अपने ब्लॉग मेंकहा है कि मैं सुन रहा हूं कि गुरूवार का आक्सफोर्ड की ओर से कोरोना वायरस की वैक्सीन के शुरूआती ट्रायल के साथा पॉजिटिव न्यूज मिल सकती है।
ट्रंप ने भी किया ट्वीट
वैसे दुनिया के अलग-अलग मुल्कों में कोरोना की वैक्सीन विकसित करने की दिशा में 100 से अधिक प्रयोग और परीक्षण हो रहे हैं । अमेरिका भी कोरोना की वैक्सीन खोजने में लगा है। मंगलवार को अमेरिकी शोधकर्ताओं ने कहा कि मॉडर्ना इंक के वैक्सीन की दिशा में प्रयोग अभी तक कारगर रहे हैं। अभी तक शुरुआती स्टेज के अध्ययन में 45 स्वस्थ लोगों पर किए गए प्रयोग सटीक और सुरक्षित रहे हैं। मॉडर्ना ने मई में फेज-2 प्रयोग शुरू किए थे और तीसरे चरण के प्रयोग 27 जुलाई से शुरू होने की संभावना है।