कोरोना वैक्सीन पर रूस ने मारी बाजी: सितंबर तक बाजार में आ सकती है पहली वैक्सीन सेचेनोव विश्वविद्यालय का दावा सभी परीक्षण रहे सफल

Jul 13 2020

 कोरोना वैक्सीन पर रूस ने मारी बाजी: सितंबर तक बाजार में आ सकती है पहली वैक्सीन 
सेचेनोव विश्वविद्यालय का दावा सभी परीक्षण रहे सफल
मास्को। कोरोना वैक्सीन पर रूस ने बाजी मार ली है। रूस के सेचेनोव विश्वविद्यालय का दावा है कि उसने कोरोना वायरस के लिए वैक्सीन के सारे परीक्षण कर लिए हैं। अगर यह दावा सच निकला तो यह कोरोना वायरस की पहली वैक्सीन होगी। सेचनोव विवि के इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल पैरासिटोलॉजी ट्रॉपिकल एंड वेक्टर-बॉर्न डिसीज के निदेशक अलेक्जेंडर लुकाशेव के मुताबिक, सुरक्षा के लिहाज से वैक्सीन की जांच की जा चुकी है। उम्मीद है कि यह सितंबर तक बाजार में उपलब्ध होगी। इसके साथ ही दुनिया को कोरोना वायरस की काट भी रूस ने खोज निकाला है। हालांकि, अमेरिका सहित दुनिया के तमाम विकसित देश कोरोना पर वैक्सीन तैयार करने में जुटे हैं। कई तो परीक्षण के स्तर पर असफल भी हो चुके हैं, लेकिन रूस ने पहली वैक्सीन को सफल करार देकर बाजी मार ली है। 
18 जून को टीके का शुरू हुआ था परीक्षण 
इंस्टीट्यूट फॉर ट्रांसलेशनल मेडिसिन एंड बायोटेक्नोलॉजी के निदेशक वदिम तरासोव ने कहा कि विश्वविद्यालय ने 18 जून को रूस के गेमली इंस्टीट्यूट ऑफ एपिडेमियोलॉजी एंड माइक्रोबायोलॉजी द्वारा निर्मित टीके का परीक्षण शुरू किया था।
दावा- यह रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाएगी
वैक्सीन तैयार करने वाले गेमली इंस्टीट्यूट ऑफ एपिडेमियोलॉजी एंड माइक्रोबायोलॉजी के निदेशक अलेक्जेंडर ने कहा यह वायरस से लडऩे के लिए शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढाएगी और उसे लम्बे समय तक बरकरार रखेगी। अलेक्जेंडर का दावा है कि इस बात की गारंटी है कि वैक्सीन अगले दो साल तक कोरोना से बचाएगी। 
ड्रग्स और जटिल उत्पादों के निर्माण में भी यह सक्षम है सेचेनोव
तारसोव ने कहा कि सेचेनोव विश्वविद्यालय ने न केवल एक शैक्षणिक संस्थान के रूप में, बल्कि एक वैज्ञानिक और तकनीकी अनुसंधान केंद्र के रूप में भी सराहनीय काम किया है। महामारी की स्थिति में ड्रग्स जैसे महत्वपूर्ण और जटिल उत्पादों के निर्माण में भी यह सक्षम है। उन्होंने कहा कि हमने कोरोना टीके के साथ काम करना शुरू किया। उन्होंने बताया कि परीक्षण में स्वयंसेवकों के दूसरे समूह को 20 जुलाई को छुट्टी दी जाएगी।
अमेरिका की मॉडर्ना ने भी की घोषणा
एक अमेरिकी कंपनी मॉडर्ना का दावा है कि वह जल्द ही वह कोरोना वैक्सीन का निर्माण कर लेगी। मॉडर्ना का कहना है कि इस वैक्सीन की वजह से किसी व्यक्ति में कोरोना संक्रमण नहीं हो सकता, क्योंकि इसमें कोरोना वायरस मौजूद नहीं होता। 18 मई को मॉडर्ना ने ऐलान किया था कि फेज-1 ट्रायल में इसके परिणाम सकारात्मक आए हैं।  मॉडर्ना ने अपनी वैक्सीन को लेकर यह भी कहा था कि जुलाई में वैक्सीन की फेज-3 परीक्षण शुरू हो जाएगा। तीसरे राउंड में 30 हजार लोगों को वैक्सीन की खुराक दिए जाने की योजना है।