-सकल दिगंबर जैन समाज बृहत्तर ग्वालियर की ओर से चंपाबाग धर्मषला में मंगल प्रवचन हुए आज मंदिर नहीं बल्कि विचारों के जीर्णोद्धार की जरूरत है-मुनिश्री

Jul 14 2019


   ग्वालियर-समाज में फैल रहीं विभिन्न विकृतियों के संबंध में संत कहते हैं कि पथ भ्रमित हो चुके समाज को आज संस्कार, चरित्र से ज्यादा नीति शिक्षा की जरूरत है। दरअसल व्यक्ति का भोजन ही नहीं विचार भी तामसिक हो चुके हैं, जिससे उसके दिलो-दिमाग में सिर्फ अपना स्वार्थ्य छाया रहता है। लिहाजा आज मंदिर नहीं बल्कि विचारों के जीर्णोद्धार की जरूरत है। यह बात मुनिश्री संस्कार सागर महाराज ने आज रविवार को नई सड़क स्थित चंपाबाग जैन धर्मषाला में धर्मसभा को संबोधित करते हुए व्यक्त किए।
मुनिश्री ने कहा ंिक पूरा देश ध्वनि प्रदूषण व वायु प्रदूषण से बचने के उपाय खोजने में लगा है। जबकि इससे बड़ी समस्या मनोप्रदूषण की है। मुनिश्री कहते हैं- गांधी जी ने तीन बंदर बनाए थे। उनको एक बंदर और बनाना था जो अपने हृदय पर हाथ रखे होता और संदेश देता कि बुरा मत सोचो। आज मनुष्य के विचारों में आ रहे बदलाव में सुधार की आवश्यकता है। हमारा भोजन ही नहीं विचार भी तामसिक हो गए हैं। हमारी प्रार्थना भी तामसिक हो चुकी है। हम भगवान से केवल अपने और परिजनों का ही सुख चाहते हैं। दुनिया के बारे में कभी भला नहीं मांगते। ऐसी प्रार्थना ही तामसिक होती है। लोगों में करुणा का भाव कम होता जा रहा है। मानवीय संवेदनाएं कम हो चुकी हैं। बड़े से बड़े हादसे की खबर लोग चाय की चुस्की के साथ पढ़ या सुन लेते हैं। इन हादसों की खबरों से उनके हाथ की प्याली नहीं गिरती। दिल की संवेदनाएं मरना देश व समाज के लिए अच्छा नहीं है। जब हम एक-दूसरे के दुख-दर्द को समझेंगे तभी अमन-चौन की परिकल्पना को साकार किया जा सकता है।
भजन गुणगान कर मुनिश्री को श्रीफल चढ़ाकर अषिर्वाद लिया
         प्रवचनो से पहले पंडित चंद्रप्रकाष जैन ने मंगल चरण भजन प्रस्तुत किया। मुनिश्री के चरणो में विकास गंगवाल, चातुर्मास संयोजक नीरज जैन, सुनील कासलीवाल, अजय कागदी, अरूण गोधा, सुरेंद्र पाड्या, कमलेष बिलाल, संजय बाडजात्या, संजीव जैन, प्रवक्ता सचिन जैन एवं चंपाबाग मदिर कमेटी आदि ने श्रीफल चढा़कार आर्षिवाद लिया। 
16 गुरूपूर्णिमा व 20 को चातुर्मास मंगल कलष स्थापना होगी
          जैन समाज के प्रवक्ता सचिन जैन आदर्ष कलम ने बताया ंिक मुनिश्री संस्कार सागर महाराज के सानिध्य में 16 जुलाई को प्रात-8ः00 बजे से नई सड़क स्थित चंपाबाग धर्मषाला में गुरू पूर्णिमा कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। 17 जुलाई को वीर षासन जयंती बनाई जाएगी। 20 जुलाई को मुनिश्री संस्कार सागर महाराज के चातुर्मास कलष स्थापना कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।
प्रतिदिन प्रवचन होगे, मुनिश्री के ये रहेगे कार्यकाम
     जैन समाज प्रवक्ता सचिन आदर्ष कलम ने बताया कि मुनिश्री संस्कार सागर के नई सड़क स्थित चंपाबाग धर्मषाला में प्रतिदिन मंगल प्रवचन प्रात 8.30 से 9.30 तक होगे। इसके बाद 10 बजे से आहारचर्या, दोपहर 3.30 बजे से तत्वचर्चा एवं सॉयकाल 6.15 से आचार्य भक्ति, गुरूभक्ति एवं आरती होगी।