दिगंबर जैन समाज बृहत्तर ग्वालियर की ओर से चंपाबाग धर्मषला में मंगल प्रवचन हुए परमात्मा की वाणी श्रवण करने वाले होते हैं भाग्यशाली-मुनिश्री

Jul 13 2019


   ग्वालियर-वे ही मनुष्य भाग्यशाली होते हैं जो आडंबर और परिग्रह को छोड़कर परमात्मा की वाणी को सुनने के लिए संतों के सान्निध्य में पहुंचते हैं। सांसारिक समय में से समय निकाल कर श्रावक द्वारा गुरु के माध्यम से परमात्मा की वाणी का श्रवण करना चाहिए तथा उसी अनुरुप अपने जीवन को ढ़ालकर आत्मा का कल्याण किया जा सकता है। व्यक्ति की पहचान उसके व्यवहार और वाणी से होती है। इसलिए प्रत्येक मनुष्य को अपनी जिह्वा से निकलने वाले वचन के प्रति आगाह करते हुए उन्होंने कहा कि वचन हमेशा सोच-समझकर ही बोलने चाहिएं, क्योंकि वचन से धर्म, पुण्य तथा पाप का उपार्जन होता है। यह बात मुनिश्री संस्कार सागर महाराज ने आज षनिवार को नई सड़क स्थित चंपाबाग जैन धर्मषाला में धर्मसभा को संबोधित करते हुए व्यक्त किए।
  मुनिश्री ने कहा कि धर्म की शुरुआत अच्छे व्यवहार से होती है। धर्म से जीने वाला व्यक्ति अपना व्यवहार प्रत्येक जीव मात्र के प्रति सोच-समझकर ही करता है। उसमें पवित्रता और सहजता होती है। मनुष्य जीवन में वाणी पर नियंत्रण रखना बहुत आवश्यक है। वाणी सदैव ही सत्य व संयमी होनी चाहिए। वाणी वीणा की ध्वनि के समान मधुर होनी चाहिए। मनुष्य को कठोर व कड़वे वचनों के प्रयोग से बचना चाहिए। जो मुनष्य जैसा बोलता है वैसे ही उसके संस्कारों का परिचय हो जाता है। इसलिए जीवन में सदैव मधुर बोलों तथा कड़वे वचन के प्रयोग से बचो।उन्होंने कहा कि शरीर का सौंदर्य किसी काम का नहीं है। रूप सौंदर्य के साथ ही मानव की वाणी भी सुंदर होना चाहिए। जिस प्रकार मानव को मीठा खान-पान पसंद होता है उसी प्रकार मीठी वाणी सुनना भी पसंद होता है। मीठा मन को सुख देता है। इसलिये किसी को कठोर शब्द कहकर मन नहीं दुखाए।
भजन गुणगान कर मुनिश्री को श्रीफल चढ़ाकर अषिर्वाद लिया
         प्रवचनो से पहले पंडित चंद्रप्रकाष जैन ने मंगल चरण भजन प्रस्तुत किया। मुनिश्री के चरणो में विकास गंगवाल, चातुर्मास संयोजक नीरज जैन, सुनील कासलीवाल, अजय कागदी, सुरेंद्र पाड्या, कमलेष बिलाल, संजय बाडजात्या, संजीव जैन, प्रवक्ता सचिन जैन एवं चंपाबाग मदिर कमेटी आदि ने श्रीफल चढा़कार आर्षिवाद लिया। 
16 गुरूपूर्णिमा व 20 को चातुर्मास मंगल कलष स्थापना होगी
          जैन समाज के प्रवक्ता सचिन जैन आदर्ष कलम ने बताया ंिक मुनिश्री संस्कार सागर महाराज के सानिध्य में 16 जुलाई को प्रात-8ः30 बजे से नई सड़क स्थित चंपाबाग धर्मषाला में गुरू पूर्णिमा कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। 17 जुलाई को वीर षासन जयंती बनाई जाएगी। 20 जुलाई को मुनिश्री संस्कार सागर महाराज के चातुर्मास कलष स्थापना कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।
प्रतिदिन प्रवचन होगे, मुनिश्री के ये रहेगे कार्यकाम
     जैन समाज प्रवक्ता सचिन आदर्ष कलम ने बताया कि मुनिश्री संस्कार सागर के नई सड़क स्थित चंपाबाग धर्मषाला में प्रतिदिन मंगल प्रवचन प्रात 8.30 से 9.30 तक होगे। इसके बाद 10 बजे से आहारचर्या, दोपहर 3.30 बजे से तत्वचर्चा एवं सॉयकाल 6.15 से आचार्य भक्ति, गुरूभक्ति एवं आरती होगी।