सकल जैन समाज की ओर से मंगल प्रवचन माधौगंज दिंगबर जैन मदिर में जीवन में दुःख में से सुख निकालने की कला सीखनी चाहिए-मुनिश्री

Jul 08 2019


   ग्वालियर-परमात्मा न किसी को सुखी करता है न किसी को दुखी। सुख -दुःख स्वयं के अच्छे-बुरे कर्मों का परिणाम हैं। जब आत्मा सत्कर्म में प्रवृत्त होती है तो सुख मिलता है और जब अनैतिक और पाप के कार्यों में प्रवृत्त हो जाती है तो वह दुःख रूप होती है। सुख और दुःख जीवन के दो पहलू हैं। जीवन में दुःख में से सुख निकालने की कला सीखनी चाहिए। जैसे कमल कीचड़ में पैदा होता है वैसे ही सुख भी दुःख के कीचड़ में पैदा होता है। यह बात मुनिश्री संस्कार सागर महाराज ने आज सोमवार को माधौगंज स्थित जैन मदिर में संबोधित ंिकया।
     मुनिश्री ने कहा ंिक व्यक्ति कर्म सिद्घांत को मानता है, फिर भी बुरे कर्म करता है। हम प्रत्येक घटना को कर्म से जोड़ते हैं जबकि कर्म के परिणाम में द्रव्य, क्षेत्र, काल, भाव का निमित्त कार्य करता है। मुनिश्री ने कहा ंिक एक हाथ से दें और हजार हाथों से लें। यह सिद्घांत जिसने अपना लिया वह कभी कष्ट नहीं पाता। यह दान भी हो सकता है, परम पुरुषार्थ भी हो सकता है। उत्सर्ग का भाव श्रेष्ठतम होता है। जो देव होता है वह सर्वप्रथम दूसरों को खिलाता है फिर स्वयं खाता है। सामायिक व्रत, समता की साधना का अमोघ अस्त्र है। सामायिक कालमान पापकारी प्रवृत्तियों का निषेध है। यह बाहरी दुनिया से विमुख होकर आंतरिक शक्ति जागरण का मार्ग है। यह साधना राग, द्वेष, मान, माया, लोभ पर नियंत्रण का मार्ग प्रशस्त करती है।
चातुर्मास के लिए मुनिश्री संस्कार सागर महाराज का आज भव्य नगर प्रवेश होगा
षोभायात्रा में महिलाओ का बैंड, जैनध्वज, व मुनिश्री का जगह जगह स्वागत होगा
   जैन समाज के प्रवक्ता सचिन जैन आदर्ष कलम ने बताया किग्वालिय में चातुर्मास के लिए मुनिश्री संस्कार सागर महाराज का भव्य मंगल प्रवेश 9 जुलाई को प्रातः 7ः00 बजे से माधोगंज जैन मंदिर से गाजेबाजे के साथ शुरू होगी। मंगल प्रवेष यात्रा में महिलाओ का बैंड, बच्चे हाथो में जैनध्वज एवं पुरूश केषरिया टोपी व ष्वेता परिधान एवं महिलाए केषरिया सॉडी में सम्मालित होगी। मुनिश्री का जैन समाज के लोगा अपने प्रतिश्ठान और निवास पर रंगोली सज्जकर एवं स्वागत गेट लगाकर पदा प्रक्षालन एवं आरती उतारकर आर्षिवाद लेगे। मंगल प्रवेष षोभायात्रा माधौगंज से षुरू होकर महाराज बाड़े, मोर बाजार, दाना ओली, नई सड़क स्थित चंपाबाग धर्मशाला पहुॅचेगी! षोभायात्रा पहॅुचने पर धर्म सभा का षुभारंभ चित्र का अनवरण, दीप प्रज्जवलन एवं पदप्रक्षालन के साथ किया जाएगा। मुनिश्री के मंगल प्रवचन होंगे! 16 जुलाई मंगलवार को प्रातः 8 बजे से 11 वां संस्कार वर्ष योग कलश स्थापना एवं गुरु पूणिमा कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा!