जैन मिलन ग्वालियर एवं सकल जैन समाज की ओर से मंगल प्रवचन चंपाबाग धर्मषाला में चल रहे है जीवन में सुख-शांति चाहते हैं तो दूसरों को सुख देने की कोशिश करें-राश्ट्रसंत

Jun 21 2019


   ग्वालियर-यदि आप जीवन में सुख-शांति चाहते हैं तो दूसरों को सुख देने की कोशिश करें। याद रखें संसार में सुख ज्यादा है दुख कम। 85 प्रतिशत दुख हम अपनी बेवकूफी से पैदा करते हैं। 15 प्रतिशत दुख दुष्कर्म से प्राप्त होता है। किसी को तीन लड़कियां हैं, लड़का नहीं, तो दुख। किसी को व्यापार में घाटा हो गया तो दुख। लड़का तो पैदा हुआ, परंतु आज्ञाकारी नहीं निकला तो और ज्यादा दुख होता है। यह दुख तो प्रयत्न एवं पुरुषार्थ तथा मालिक की कृपा से सुख में बदल सकते हैं। लेकिन संसार में सबके दुख का कारण एक ही है। आज का इंसान अपने दुख से बहुत कम दुखी है, परंतु दूसरे के सुख को देखकर ज्यादा दुखी है। यह विचार राश्ट्रसंत मुनिश्री विहर्श सागर महाराज ने आज षुक्रवार को नई सडक स्थित चंपाबाग धर्मषाला में धर्मसभा को संबोधित करते हुए व्यक्त किए।
   मुनिश्री ने कहाकि आज का इंसान अपने बनते हुए घर को देखकर कम खुश है, परंतु दूसरे के जलते हुए घर को देखकर ज्यादा खुश है। मुनिश्री ने कहाकि नरक के तीन द्वार हैं-काम, क्रोध तथा लोभ इसलिए इन तीनों को छोड़ देवें। ये तीन राक्षसियां हैं, शूर्पणखा ये काम की प्रतीक है, ताड़का, क्रोध की प्रतीक है, मंथरा लोभ की प्रतीक है। लोभी आदमी को अपना लाभ हो तो उसे शांति मिलती है, वह चाहता भी है कि पड़ोसी का जरूर घाटा हो। मंथरा, कैकेयी को सलाह देती है कि दो वरदान मांग लो- भरत को राजगद्दी और राम को वनवास।इस प्रकार के स्वभाव वाले लोग सदा दुख, क्लेश, तनाव से ग्रसित रहते हैं। यदि जीवन में शांति, प्रसन्नता, आनंद चाहते हो तो दूसरे के सुख में सुखी रहो, दूसरे के दुख में दुखी रहने का स्वभाव बनाओ।
धन का नशा तो जिंदगी बर्बाद करने के बाद ही उतरता है -मुनिश्री विजयेष सागर महाराज ने धर्म सभा को संम्बोधित करते हुए कहा ंिक शराब से ज्यादा नशा धन का होता है। शराब का नशा तो दो-चार घंटे बाद ही उतर जाता है, लेकिन धन का नशा तो आदमी अपनी जिंदगी बर्बाद करने के बाद ही उतरता है। धन का अहंकार रखने वाले हमेशा इस बात का ध्यान रखें कि पैसा कुछ भी हो सकता है, बहुत कुछ हो सकता है, लेकिन सब कुछ नहीं हो सकता। हर आदमी को धन की अहमियत समझना बहुत जरूरी है। धन को धर्म की क्रियाओ में लगओ उसे आप को पुण्य का लाभ मिलेगा। धन जितन धर्म में लगाओगे उतना ही धन बढेगा।
 धर्मसभा का षुभारंभ दीप प्रज्वलित कर किया, लिया मुनिश्री से आर्षिवाद 
       जैन समाज प्रवक्ता सचिन आदर्ष कलम ने बताया कि प्रवचनो से पूर्व मंगल चरण सोनू जैन ने ंिकया। मुनिश्री के चरणो मे जैन मिलन के अध्यक्ष संजीव अजमेरा, सचिव योगेष बोहरा विनय कासलीवाल, रतन अजमेरा, पंकज वाकलीवाल मिखिल गोधा, पदम ग्वालियरी, संजय गोधा ने ंिकया। जैन समाज के लोगो ने श्रीफल चढ़ाकर आषिर्वाद लिया। 
कलष यात्रा एवं जिनेद्र महाआर्चना विधान 25 जून को आयोजित होगा
             जैन मिलन ग्वालियर एवं सकल जैन समाज की ओर से मुनिश्री विहर्श सागर महाराज कव सानिध्य एवं प्रतिश्ठचार्य अजीत कुमार षास्त्री एवं सह प्रतिश्ठचार्य चंद्रप्रकाष चंदर कव मार्ग दर्षन में 25 जून को नई सड़क स्थित चंपाबाग धर्मषाला में मंगल कलष यात्रा एवं जिनेद्र महाआर्चना विधान आयोजित होगा। 25 जून को प्रात-6ः 30 बजे से जैन स्वर्ण जैन मदिर से मंगल कलष यात्रा निकाली जाएगी। मुख्य मार्गो से होती हुई नई सडक चंपाबाग धर्मषाला पहुचेगी। जहा ध्वजरोहण, मडप षुद्धि, अभिशेक, मुनिश्री कव प्रवचन एवं जिनेद्र महाअर्चना पूजा विधान आयोजित ंिकया जाएगी।