चावडी बाजार में मुनिश्री विहसंत सागर ने प्रवचन कहा कि परमात्मा के सानिध्य में रहने वाला व्यक्ति कभी दुःखी नहीं रहता है

Jun 05 2019


   ग्वालियर- संासारिक और आध्यत्मिक दोनो बातों का मिला जुला रूप धर्म है। इसमें सत्य प्रधान है। भगवान दिमाग की नही दिल की बातें समझते है। वे तर्क से परे है। सच्चे दिल से सत्य पथ पर चलों यही सुख का मार्ग है। मनुश्य सुखी तभी होगा, जब परमार्थ में उसकी रूचि होगी। भगवान के भजन में मन भलें ही न लगें, षांति जरूर मिलेगी। परमात्मा के सानिध्य में रहने वाला व्यक्ति कभी दुःखी नहीं रहता है। संत्संग से लाभ मिलत है। दूसरों के दुःखों को समझने की कला ही सिद्धि है। दुःख का चिंतन करोगे तो यह और बढ़ेगा। हमें हर पाल संतो के ज्ञान का लाभ लेना चाहिए। भगवान की भक्ति को छोड़कर मोहमाया के पीछे भाग रहें है। मंत्र, ग्रथ, संत जहॉ है रहतें है वह स्थान मदिर बन जाता है। उन्होने कहा कि मानव भगवान के दर्षन कर मकान, विवाह, धन, संतान, भौतिक सुख संसाधन मंागता है। लोगो हिंसा, कपट, क्रोंध, क्लेष मोह माया में बधें है। यह विचार जैन मेडिटेषन विहसंत सागर मुनिराज ने आज बुधवार को चावडी बाजर में धर्मसभा को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। मुनिश्री विष्वसूर्य सागर महाराज भी मौजूद थे। 
मुनिश्री के सानिध्य में आज 6 भजन संध्या एवं 7 ग्वालियर से विदाई होगी
        भजन संध्या में सांसद विवेक नायारण का सम्मान ंिकया जाएंगा
    ओके फउडेषन के राश्ट्रीय महामंत्री राजेष जैन एवं जैन समाज प्रवक्ता सचिन जैन (आदर्ष कलम) ने बताया कि मुनिश्री विहसंत सागर एवं मुनिश्री विष्वसूर्य सागर महाराज के सानिध्य में 6 जून को षिंदे की छावनी स्थित गुरूभक्त राजेष जैन (लाला) मातावाली गली निवास पर मंगल प्रवेष के साथ प्रवचन और षाम को 6 बजे से मुनिश्री के सानिध्य में मुख्यअतिथि ग्वालियर सासंद विवेक नारायण षेजवालकर, समारोह गौरव पूर्व केबीनेट मंत्री नारायाण सिंह कुषवाह जी.डी ए अभय कुमार चौधरी, डॉ सतीस सिकरवार, आदि के आत्थिव में भजन संघ्या संगीतकार षुभम जैन सेमी जैन के द्वारा आयोजित की जाएगी। समाज के द्वारा सासंद विवेक षेजवालकर जी का सम्मान ंिकया जाएगा। ग्वालियर में दो माह धर्म की प्रभावन कर 7 जून को प्रात-6 बजे मुनिश्री की विदाई मुरैना की ओर पद विहार कर करेगे।