-श्रमण संस्कृति परमार्थ संस्थान ग्रेटर ग्वालियर की ओर से 48 दिवसिय भक्तामर पाठ का समापन हुआ जीवन सुंदर बनाना है तो अपना जीवन धर्म से जोड़ना होगा-मुनिश्री आज अतिंम दिन भक्तामर महामण्डल विधान किया

May 16 2019


          ग्वालियर- जीवन को सुंदर बनाने के लिए मानव पाप और पुण्य के झमेले में न पडे। जीवन सुंदर बनाना है तो अपना जीवन धर्म से जोड़ना होगा। पाप और पुण्य की दोस्ती अनादीकाल से जीवात्मा कर रही है। धर्म दोस्ती करोगे तो जन्मोजन्म का कल्याण हो जाएगा। यह विचार मेडिटेषन गुरू विहसंत सागर महाराज ने आज गुरूवार को दाना ओली स्थित दिगंबर वरैया जैन मदिंर मे श्रमण संस्कृति परमार्थ संस्थान ग्रेटर ग्वालियर की ओर से 48 दिवसिय भक्तामर पाठ के समापन पर धर्मसभा को संबोधित करते हुए व्यक्त किए।
     मुनिश्री ने कहा कि आज अगर समूचे भारतीय समाज को देंखें तो पूजा, पाठ, तीर्थयात्रा, संत्सग तथा दान करने वालों की संख्या ज्यादा दिखाई देती है। फिर भी नैतिकता और सामाजिक आचरण में गिरावट नजर आ रही है। आगे कहा कि देव, षास्त्र, गुरू और धर्म का हमेषा उपकार मानो जो मानव को कर्तव्य पथ पर चलने की सीख देते है। धर्म-आराधना के बाद ही मानव परमात्मा की षरण पा सकता है। धर्म की प्रभावन करो। गुरू की आज्ञा मानो, उनकी सेवा करो। देव स्थान और देवालयों में मानव को सामर्थ्य से दान करना चाहिए। आत्मकल्याण के लिए आराधना जारूरी है। 
मुनिश्री से विधायक ने आर्षिवाद लिया
   भक्तामर विधान मे मुनिश्री विहसंत सागर महाराज एवं मुनिश्री विष्वसूर्य सागर महाराज से विधायक प्रवीण पाठक ने श्रीफल चढ़कार अषिर्वाद लिया। विधायक का सम्मान मदिर समिति के अध्यक्ष हीरालाल वरैया, धमेंद्र जैन, कार्यक्रम संयोजक इंजीभरत जैन, सचिव नीरज जैन, जवाहरलाल जैन, राजेन्द्र जैन, जागरण मंच के अध्यक्ष महेन्द्र जैन, रहुला जैन ने साफा और माला पहकार सम्मानित ंिकया।
भगवान आदिनाथ अभिशेक कर उतारी आरती
   श्रमण संस्कृति परमार्थ संस्थान ग्रेटर ग्वालियर की ओर से भक्तामर पाठ के अतिम दिन आज गुरूवार को विधानचार्य पंडित सुनील भडारी के मार्ग दर्षन में भगवान आदिनाथ का अभिशेक सौधर्म इंद्र नीरज जैन, यज्ञनायक राकेश जैन, कुबेर इंद्र कमलचंद वरैया, ईशान इंद्र राजेन्द्र जैन, महेन्द्रइंद्र सुरेन्द्र जैन सहित इंद्रो ने जयकारो के साथ किया। वही भगवान की षंातिधार राकेष जैन परिवार ने एवं आरती संतोश जैन परिवार ने कि। मुनिश्री को षास्त्र इंजी, भरत सरोज जैन अमित जैन परिवार ने भेंट ंिकया।
भक्ति के साथ भक्तामर मंडप पर 48 अर्घ्य चढाएं
  विधानचार्य सुनील भडारी मार्ग दर्षन में भक्तामर महामण्डल विधान में मुख्य मंगल कलष की स्थापन हेमलता जैन ने की। दीप प्रज्जवलित राजेद्र कुमार दीपक जैन ने ंिकया। इंद्र-इंद्राणियो केषरिया वस्त्र धारण कर विधि विधान के साथ अश्ट द्रव्य से पूजा आर्चना कर भक्तामर के 48 महा अर्घ्य भगवान के चरणो में समर्पित किए। भक्तामर विधान के उपरांत विष्व षांति महायज्ञ कुंड में आहुति दी।
भजनो पर ंिकया महिलाओ ने नृत्य
   संगीतकार प्रमोद जैन रासिल ने भजन बाजे कुडलपुर में बधाई की नगरी में वीर जन्मे महावीर जी ...महावीर नाम लागे मुहे प्यारा-प्यारा.....गुरूवर तेरे मोटे मोटे नै नजर न लग जाए.......महावीर की मूंगावणी मूरत मनहारी कलष ढलो रे नार नारी...जैसे भजनो पर ने भक्तिकर नृत्य किया।