ग्वालियर। जैन धर्म के 24 वें तीथंकार भगवान के जन्मोत्सव पर महावीर जंयती महोत्सव समिति एवं अखिल जैन समाज वृहत्तर ग्वालियर के तत्वाधान श्री 1008 भगवान महावीर स्वामी 2618 वॉ जन्म कल्याणक महोत्सव पर आज बुधवार को मेडिटेशन गुरू विहसंत सागर एवं मुनिश्री विश्वसूर्य सागर महाराज ससंघ के सानिध्य में देवए शास्त्रए गुरू की विशाल रथयात्रा गाजे बाजे के साथ दौलतगंज जैन मन्दिर से निकाली गई। रथयात्रा मे श्रद्धालुओ ने केशरिया टोपी पहनकर निकाले।

Apr 17 2019


देव शास्त्रए गुरू की विशाल रथयात्रा मुनिश्री विश्वसूर्य सागर महाराज के सानिध्य में गाजेबाजे के साथ दौलतगंज जैन मदिर से प्रारंभ हुई। इस रथयात्रा में सबसें आगे युवा जैन ध्वजा लेकर एवं पुलक जन युवा प्रकोष्ठ एवं महानगर की ओर से महावीर स्वामी के जीवन पर भव्य झॉकिया चल रही थी। डीजे की धुन पर युवक और युवातियां नृत्य कर थे। मुनिश्री विश्वसूर्य सागर महाराज सभी भक्तो को आशिर्वाद देते हुए चल रहे थे। सबसे पीछे रथो मे मॉ जिनवाणी और अहिंसा के अवतार महावीर सोने के रथ मे विराजमान थे। यह रथयात्रा दौलतगंज से प्रारंभ होकर पाटनकर चौराहए राम मदिरए गश्त का ताजियाए डीडवाना ओलीए सराफा बाजारए जीवाजी चौकए माधौगंजए बाडाए दाना ओली से होती हुई नई सडक स्थित चंपाबाग बागिची पहुची। कार्यक्रम स्थल मे मेडिटेशन गुरू विहसंत सागर एवं मुनिश्री विश्वसूर्य सागर महाराज के सानिध्य में पंण् चन्द्र प्रकाश जैन के मार्ग दर्शन में भगवान महावीर का अभिषेक चक्रेश जैन एवं आरती आंनद जैन परिवार ने की।
जैन संस्थाओ की महिलाओं ने रास्तें भर किया डांडिया रू.जैन समाज के प्रवक्ता सचिन आदर्ष कलम ने बताया कि रथयात्रा में जैन समाज की षाखाओ की महिलाए रंगबिरगी चुनरीए छाते और भक्ति गराब डाडिया नृत्य के साथ महावीर के जन्म पर मॉ त्रिषला माता के लिए बधाईयां गा रही थी। समिति की ओर से रथयात्रा मे गराब डाडिया षाखाओ को पुरूस्कार दिए।
पहली बार महिलाएं गाडिय़ों पर निकालीए 81 फीट जैनध्वजा फहराया रू.रथयात्रा मे पहली बार महिलाएं सिर पर साफा बांधकर और हाथो में जैन ध्वजा लेकर गांडियो पर निकाली। महिलाओ और पुरुषों ने केशरिया टोपी पहनकर सेल्पी ली। महिलाओ ने महाराज बाडे पर 81 फीट लंबा जैन ध्वजा फेराया गया।
रथयात्रा में महिलाओ ने साफा पहनकर 24 तीर्थकरों की छायाचित्र निकाली.रू रथयात्रा में महिलाओ ने साफा पहनकर भगवान आदिनाथ से लेकर महावीर स्वामी तक की 24 तीर्थकारो की छायाचित्र तख्तिया लेकर निकाली। बच्चे हाथो में तख्तिया लेकर शाकाहार के सदेंश देते हुए चल रहे थे।
अहिंसा से बढक़र कोई धर्म नही.रू मेडिटेशन गुरू विहसंत सागर मुनिराज ने धर्मसभा को संबोधित करते हुये कहा कि महावीर स्वामी की अहिंसा महज हिंसा पर अंकुष नही है। यह छोटे से छोटे प्राणी के लिये प्रेम और करूणा की जीवन दृष्टि है। अहिंसा भारत की आत्मा है। विश्व प्रेम और विष्वषांति की धूरी है। अहिंसा से बढक़र कोई धर्म नही है हिंसा से बढक़र कोई पाप नही है। एक अहिंसा से जुडना धर्म के समस्त पहलुओ से जुड़ जाना है। अहिंसा की इबादत समग्र इंसानियत की इबादत है। मुनिश्री विष्वसूर्य सागर मौजूद थे।
अतिथिओ ने मुनिश्री से आर्शिवाद लेकर किया शुभारंभ 
महावीर जंयती शुभारंभ चेम्बर कामर्स के संयुक्ता अध्यक्ष प्रशांत गंगवालए सचिव प्रवीण अग्रवालए कोशाध्यक्ष बंसत अग्रवालए पूर्व अध्यक्ष वीरेंद्र गंगवालए अजीत वरैया ने दीप प्रज्जलित कर किया। महोत्सव समिति मुख्य संयोजक विनय कासलीवालए हीरालाल वरैयाए प्रषांत गंगवालए प्रवीण गंगवालए धर्म वरैयाए प्रियांक सोनीए पंकज वाकलीवालए विनोद पटोदीए प्रवक्ता सचिन जैन सहित मुनिश्री के चरणो मे श्रीफल चरण कर आर्शिवाद लिया। कार्यक्रम संचालन डॉ विनीत गोधा एवं वीणा कासलीवाल व आभार संयोजक विनय कासलीवाल ने किया