सोनागिर मेले के दूसरे दिन रथयात्रा, संतो के प्रवचन, परिक्राम और सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए पार्ष्वनाथ, आदिनाथ महावीर स्वामी का अभिशेक मुनिराजो के सानिध्य में हुआ जैन समाज समुदाय के साथ आसपास के ग्रामीण के लोगा भी मेले मे पहुच रहे है

Mar 23 2019


   ग्वालियर- होली खेले मुनिराज अकेले वन में.......डोली ले चल सोनागिर की पहाडी पर दर्षनो को...होली पर लग देखो सोनागिर मे मेला... जैसे बैड की धुन  पर भेजनो पर पुरूश और महिलाएं जमकार भक्ति रथयात्रा में करते हुए चल रहे थे। रथयात्रा में आचार्य, उपाध्यय, मुनिश्री एवं आर्यिक माताएं सभी श्रद्धालुओं को विषेश आर्षिवाद देते हुए चल रहे थे। सोनागिर वार्शिक मेला के दूसरे दिन भगवान की रथयात्रा अलग अलग मंदिरो से निकाली गई। सोनागिर कमेटी के अध्यक्ष सुनील जैन, महामंत्री बालचंद्र जैन, कोशाध्यक्ष राजेन्द्र जैन एडवोकेट, षांती टोग्या, कमलेष बिलाल, क्षमेन्द्र बोहार मोजूद थे।
मेले इन मंदिरो से निकाली गाजे बाजे के साथ रथयात्रा
  जैन समाज के प्रवक्ता सचिन जैन ने बताया कि मेले में प्रतिदिन जिनालयों से रथयात्राएं निकाली गई। मेले में रथयात्रा बीस पंथी कोठी, मोह वाली कोठी, भिंड वाले मंदिर, खरौआ समाज, भट्टरका कोठी, 4 और 5 नम्बर मदिर की रथयात्राएं निकाली गई। रथयात्रा अपने अपने मंदिरों से शुरू होकर विशाल धर्मशाला में पहुची। मुनिराजो ने मंत्रउच्चारणो कव साथ भगवान पार्ष्वनाथ, आदिनाथ और महावीर स्वामी के कलषभिशेक किए। रथयात्रा वपास मदिंर मे पहुॅचकर संपन्न हुई। 
जितन दान करोगे उतना बढ़ता है पुण्य-आचार्यश्री, संतो की धर्मसभा हुई
     जब तक पुण्य हमारे पास है जब तक कर्म हमारा कुछ नही बिगड़ सकता है। हमेषा हमें धर्म मे दान करने से हमारा पुण्य सषक्त हैं। यह मत सोचो कि दान करने से तुम्हें कुछ कमी आ जाएगी। अरे जो लोग दान करते है उनके जीवन को देखों, जितना अधिक धन को धर्म और मावन सेवा मे खर्च करते है उतने ही अधिक संपन्न होते है। किसी को आहार दान तो किसी को ज्ञान दान किसी ओशधि का दान करते रहो। यह विचार आचार्यश्री पार्ष्व सागर महाराह ने कही। मंच पर आचार्यश्री कचन सागर, आर्यिका कीर्ति मती माताजी, उपाध्याय मंयक सागर, मुनि संस्कार सागर, मुनि पविण सागर, निर्मोह सागर, मुनि मोक्ष सागर महाराज ने धर्म सभा को संम्बोधित ंिकया।
सोनागिर की श्रद्वालुओं ने 5 ंिक.मो परिक्राम लगाई
       जैन समाज के प्रवक्ता सचिन जैन ने बताया कि मेले आने वाले जैन समाज के समुदायो ने सुबह सोनागिर पहाडी की वदना के साथ दोपहार में सोनागिर की पहाडी के चारो लगने वाली 5 ंिक.मी की परिक्राम महिलाएं, पुरूश और बच्चो ने श्राद्ध और भक्ति के नंगे पैरो से साथ लगाई।
भक्ति नाटक एवं भजनों के सांस्कृतिक कार्यक्रम गूजेगे
  मेले में श्रद्धालुओं मनोरंजन के लिए सोनागिर विषाल धर्मषाला में प्रभुभक्ति की झंकार षुभम सैमी संगीत पार्टी ग्वालियर ने भजनो की षानदार प्रस्तुति दी। दिल्ली की नाटक पार्टी मनोज कुमार की ओर जैसे का तेसा फल नाटिक कलकारो ने मंच सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित ंिकया।