सोनागिर मेले मे चंद्रप्रभु के दरबार में दर्षनिर्थी पहुचें, निकाली रथयात्रा 21 मार्च से 25 मार्च तक आयोजित होने वाले मेले में आए कई देषो से दर्षनार्थी

Mar 22 2019


   ग्वालियर- श्री दिगम्बर जैन सिद्धक्षेत्र सोनागिर संरक्षित कमेटी (न्यास) के तत्वाधान में श्री दिगम्बर सिद्धक्षेत्र सोनागिर का वार्शिक मेला का आयोजन 21 मार्च गुरूवार से षुरू हुआ। जिसमें श्रद्धालुओ ने सुबह ही सोनागिर पहाड़ की वंदना, पूजा पाठ, दीपदान, विभिन्न मदिरों की रथयात्रा व धार्मिक क्रियाओ के साथ मेले सज्जी विभिन्न प्रकार की दुकाने का आनंद लिया। आचार्यश्री विवेकसागर महाराज, उपाध्यय मंयक सागर, मुनि संस्कार सागर महाराज मौजूद थे। 
  श्री दिगम्बर सिद्धक्षेत्र सोनागिर कमेटी के महामंत्री बालचन्द्र जैन ने बताया कि सोनागिर का वार्शिक मेले षुभारंम 21 मार्च गुरूवार से षुरू हुआ। सोनागिर का फाल्गुन पूर्णिमा पारम्पारिक वार्शिक मेला लगता है। इस मेंले मे प्रथम दिन 20 से 30 हजार तक श्रद्धालुगण बाहर दर्षनो के लिए पहुचे। मेले मे सुबह से षाम तक धार्मिक अनुश्ठान धार्मिक क्रियाएं का आयोजनों का सिलसिला चलता रहता है। 
विराग षारणं धाम को षिलान्यास हुआ
 मेले के दौरान विराग षारणं धाम का षिलान्यास क्षुल्लकश्री विदेंह सागर की प्रेरणा से आचार्य विवेका सागर, कनक सागर, प्रभावनभूशण सागर, उपाध्यय मंयक सागर एवं संस्कार सागर महाराज कव सानिध्य में विषालभारती भैया के निदेषन में ब्रहाचारी भैया गोपाल परिवार की ओर से दी गई जमीन पर संत निवास की षिलान्यास श्री प्रषांत गंगवाल परिवार की ओर से रखी गई। भूमि पूजन सोनागिर समिति के महामंत्री बालचंद जैन, प्रवक्ता सचिन जैन, सुरेषचंद जैन ने ंिकया।
श्रद्धालुओ ने सुबह मदिरो की वंदना शाम दीपदान चंदाप्रभु पर किया
  जैन समाज के प्रवक्ता सचिन आदर्ष कलम ने बताया कि सोनागिर सिद्धक्षेत्र पर वार्शिक मेले में देश के विभिन्न हिस्सों से पहुंचने वाले श्रद्धालुओ ने सुबह सोनागिर पहाड़ पर 77 जिनालयों के मंदिरो के देवदर्षन, वंदना की। इसके अलाव सांयकाल 77 मदिंरो की परिक्राम, एवं रात्रि में पर्वतराज विराजमान भगवान चंद्राप्रभु की संगीतमय भक्ति नृत्य के साथ भव्य आरती व दीपदान किया।
सोनागिर पहाड़ के 77 मंदिरो विघुत से झीलमिलई
   सोनागिर मेले के दौरान पहाड़ पर 77 मंदिरो के ऊपर आकर्शित झिलमिलती कलराों की विघुत लाईटी से बडे तरीके साथ सज्जाया गया। रात्रि में श्ऱद्धालुगण सोनागिर की पहाड़़ पर 77 मंदिरो की विषेश विघुट लाईट देखने पहुॅचे। 
पांच दिवसिय मेले मे रथयात्रा निकाली षुरू हुई
  जैन समाज के प्रवक्ता सचिन आदर्ष कलम ने बताया कि सोनागिर सिद्धक्षेत्र पर वार्शिक मेले में पांच दिवसीय मेेले में प्रतिदिन जिनालयों से रथयात्राएं निकाली षुरू हुई। तेरहपंथी कोठी से गाजेबाजे के साथ रथयात्रा निकाली गई। रथ मे भगवान पार्ष्वनाथ व चंद्राप्रभू विराजमान थे। रथयात्रा तेरहपंथी से षुरू होकर मुख्य रास्ते से होती हुई विषाल धर्मषाल पहुॅची। रथयात्रा महिलां नृत्य करती हुई चल रही थी। रथयात्रा विशाल धर्मशाला में पहुचने पर कलषभिशेक हुए। उसके बाद वापस मदिंर मे पहुॅचकर संपन्न हुई।