गर्मी के दिनों में पीने के पानी की किसी को दिक्कत न आए . कलेक्टर श्री अनुराग चौधरी शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र में पेयजल व्यवस्था की समीक्षा बैठक सम्पन्न

Mar 15 2019

 

 शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में गर्मी के दिनों में पीने के पानी की समस्या नहीं होना चाहिए। लोगों को पीने के पानी की समस्या न होए इसके लिए जो भी व्यवस्थाएं की जाना हैंए वह समय रहते कर ली जाएं। कलेक्टर श्री अनुराग चौधरी ने शुक्रवार को पेयजल वितरण व्यवस्था की समीक्षा के दौरान यह निर्देश दिए हैं। इस मौके पर सीईओ जिला पंचायत श्री शिमव वर्माए नगर निगम आयुक्त श्री संदीप माकिनए एसडीएम श्री प्रदीप तोमरए श्री सी बी प्रसादए अधीक्षण यंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी श्री आर एल एस मौर्यए कार्यपालन यंत्री जल संसाधन श्री चतुर्वेदीए पीओ डूडा श्री डण्डौतिया सहित नगर पालिका एवं नगर पंचायत के अधिकारी उपस्थित थे। 
    कलेक्टर श्री अनुराग चौधरी ने शहरी क्षेत्र की समीक्षा करते हुए कहा कि गर्मी के मौसम में पानी की समस्या न आए। इसके लिए सभी आवश्यक प्रबंध किए जाएं। क्षेत्र में पानी का परिवहन न करना पड़े इसके पुख्ता प्रबंध किए जाएं। जिन क्षेत्रों में गर्मी के दिनों में पानी की दिक्कत आती हैए उन्हें अभी से चिन्हित कर पेयजल के प्रबंध किए जाएं। क्षेत्र में कहीं भी गंदे पानी की शिकायत न आएए इसके लिए भी निगम अपने स्तर पर कार्रवाई करे। उन्होंने कहा कि जिन क्षेत्रों में गंदे पानी की शिकायत आती है उनमें अवैध कनेक्शन कटवाने की कार्रवाई भी की जाए। इसके साथ ही अवैध कनेक्शनधारियों को नोटिस देकर कनेक्शन वैध कराने की कार्रवाई भी की जाए। 
    कलेक्टर श्री अनुराग चौधरी ने बैठक में यह भी निर्देशित किया कि प्रदूषण नियंत्रण कार्यालय के माध्यम से सभी जलाशयों के पानी की सेम्पलिंग भी कराई जाए। पानी के अपव्यय को रोकने हेतु जन जागृति अभियान चलाया जाए। पीने के पानी का दुरूपयोग करने वालों के विरूद्ध दण्डात्मक कार्रवाई भी की जाए। 
होली के त्यौहार पर प्रतिदिन दें पानी 
    कलेक्टर श्री अनुराग चौधरी ने कहा कि होली के त्यौहार को देखते हुए नगर निगम होली के त्यौहार के एक . दो दिन प्रतिदिन पानी दे। त्यौहार पर लोगों को दिक्कत न आए। इस दृष्टि से नगर निगम प्रतिदिन पानी देने की कार्ययोजना तैयार कर कार्रवाई करे। 
तिघरा डैम की क्षमता को बढ़ाया जाए 
    कलेक्टर श्री अनुराग चौधरी ने कहा कि तिघरा डैम की जल क्षमता को कैसे बढ़ाया जा सकता हैए इस पर भी जल संसाधन विभाग कार्ययोजना बनाए। डैम के कैचमेंट एरिया में अगर कोई अतिक्रमण हो तो उसको हटाने के साथ ही जन सहयोग एवं जन भागीदारी से तिघरा गहरीकरण को भी अभियान के रूप में हाथ में लिया जाए। इसके साथ ही डैम की शील्ड का भी सर्वेक्षण कराया जाए। 
कुँएए बावड़ी और तालाबों का हो गहरीकरण 
    कलेक्टर श्री अनुराग चौधरी ने बैठक में कहा कि ग्वालियर ऐतिहासिक शहर है। यहाँ पर पुराने समय की अनेकों कुँएए बावड़ियाँ व तालाब हैं। इनकी साफ.सफाई और गहरीकरण के लिए भी विशेष प्रयास आवश्यक हैं। उन्होंने नगर निगम और जिला पंचायत के अधिकारियों से कहा कि सम्पूर्ण जिले में स्थापित कुँएए बावड़ियों और तालाबों का सर्वेक्षण कर इनकी साफ.सफाई और गहरीकरण के कार्य को हाथ में लिया जाए। ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक से अधिक ग्रामों में नवीन तालाब निर्माण के कार्यों का प्रस्ताव तैयार कर कार्रवाई की जाए। 
    कलेक्टर श्री चौधरी ने बैठक में यह भी निर्देशित किया कि पानी की सभी संरचनाओं के आस.पास के अतिक्रमण को हटाने के साथ.साथ वृक्षारोपण के कार्य को हाथ में लिया जाए। इन कामों में लोगों की भागीदारी भी सुनिश्चित की जाए। 
ग्रामीण क्षेत्र की सभी नल.जल योजनाएं कार्यशील रहें 
    कलेक्टर श्री अनुराग चौधरी ने बैठक में ग्रामीण क्षेत्र की पेयजल व्यवस्था की समीक्षा करते हुए निर्देशित किया कि जितनी भी नल.जल योजना हैं वे सभी चालू रहेंए यह सुनिश्चित किया जाए। जो नल.जल योजनाएं बंद हैंए उन्हें तत्काल चालू करने की व्यवस्था की जाए। ग्रामीण क्षेत्र में तालाब निर्माण के साथ.साथ सभी ग्राम पंचायतें वृक्षारोपण के कार्य को भी हाथ में लें। 
    बैठक में बताया गया कि घाटीगाँव जनपद क्षेत्र में कुल 50 नल.जल योजनाऐं हैं जिनमें से 43 चालू हालत में हैं। इसी प्रकार भितरवार में 39 नल.जल योजनाओं में से 34 चालू हैं। डबरा में 31 नल.जल योजनाओं में से 27 कार्यशील हैं। कलेक्टर ने बैठक में यह भी निर्देशित किया कि जितने भी नलकूपों से पेयजल सप्लाई किया जा रहा हैए उन सबके पानी की शुद्धता की जाँच भी कराई जाए।