दो फर्जी मेट्रिमोनियल कॉल सेंटरों से 19 युवतियां पकड़ी, मास्टरमाइंड फरार

Dec 23 2025

ग्वालियर। क्राइम ब्रांच ने शादी के नाम पर ठगी करने वाले दो फर्जी कॉल सेंटरों का भंडाफोड़ किया है। ये कॉल सेंटर मैट्रिमोनियल वेबसाइट के रूप में संचालित किए जा रहे थे, जहां कुंवारे युवकों को मॉडलिंग करने वाली युवतियों की फर्जी तस्वीरें दिखाकर शादी का झांसा दिया जाता था।
इसके बाद कॉल सेंटर में काम करने वाली युवतियां खुद को उनकी होने वाली जीवनसाथी बताकर बातचीत शुरू करती थीं। भरोसा जीतने के बाद वे युवकों को क्यूआर कोड भेजकर अलग-अलग बहानों से रुपए ट्रांसफर करा लेती थीं। 
थाटीपुर थाना क्षेत्र में क्राइम ब्रांच ने फर्जी मैट्रिमोनियल कॉल सेंटर का खुलासा किया है। एसएसपी धर्मवीर सिंह को सूचना मिली थी कि मयूर नगर और ज्योतिनगर में शादी के नाम पर ठगी करने वाले कॉल सेंटर संचालित हो रहे हैं। इसके बाद क्राइम ब्रांच, साइबर सेल और थाटीपुर थाना पुलिस की संयुक्त टीम को कार्रवाई के निर्देश दिए गए।  पुलिस के मुताबिक दोनों कॉल सेंटर से अब तक करीब 1500 लोगों से डेढ़ करोड़ रुपए की ठगी की जा चुकी है। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर नेटवर्क और फरार मास्टरमाइंड की तलाश में जुटी हुई है।
पुलिस को जानकारी मिली कि मयूर नगर में मयूर प्लाजा के पीछे स्थित तिलेश्वर उर्फ दिनेश पटेल पुत्र पुनाऊराम पटेल के मकान की पहली मंजिल पर फर्जी कॉल सेंटर चल रहा है। टीम ने दबिश दी तो वहां लैपटॉप, कंप्यूटर और रजिस्टर के साथ मैट्रिमोनियल कॉल सेंटर संचालित मिला। मौके पर 20 से 25 वर्ष उम्र की 12 युवतियां मौजूद थीं, जो शादी का झांसा देकर युवाओं से ठगी कर रही थीं।
पुलिस जांच में सामने आया कि कॉल सेंटर का संचालन तिलेश्वर पटेल के कहने पर 24 वर्षीय राखी गौड़ पत्नी गजेंद्र गौड़ कर रही थी। पुलिस ने संचालक सहित 12 युवतियों को हिरासत में ले लिया है। आरोपियों से पूछताछ की जा रही है और नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की तलाश जारी है।
पहले कॉल सेंटर के खुलासे के बाद पुलिस को पता चला कि तिलेश्वर पटेल का दूसरा फर्जी कॉल सेंटर भी संचालित हो रहा है। इसके बाद क्राइम ब्रांच की दूसरी टीम ने थाटीपुर क्षेत्र के ज्योतिनगर में द्वारिकाधीश मंदिर के सामने एक फ्लैट की दूसरी मंजिल पर दबिश दी।
यहां एक कमरे में 7 युवतियां शादी के नाम पर लोगों से ठगी करती मिलीं। पुलिस ने सभी को हिरासत में ले लिया। इस कॉल सेंटर का संचालन 26 वर्षीय सीता उर्फ शीतल चौहान पत्नी आकाश चौहान, निवासी दर्पण कॉलोनी कर रही थी। पुलिस के अनुसार, दोनों कॉल सेंटर का मास्टर माइंड तिलेश्वर पटेल है, जिसकी तलाश जारी है। पुलिस जांच में सामने आया है कि आरोपी अब तक लाखों रुपए की ठगी कर चुके हैं और यह गिरोह लंबे समय से सक्रिय था।
क्राइम ब्रांच ने थाटीपुर क्षेत्र के मयूर नगर और ज्योति नगर में कार्रवाई करते हुए कुल 19 युवतियों को पकड़ा है। इनमें से दो युवतियां कॉल सेंटर का संचालन कर रही थीं, जबकि इस पूरे गिरोह का मास्टरमाइंड फिलहाल फरार बताया जा रहा है। पुलिस यह भी पता लगा रही है कि कॉल सेंटर किस के नाम से फर्जी तौर पर चलाए जा रहे थे।
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि गिरोह अब तक कई युवकों से लाखों रुपए की ठगी कर चुका है। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर नेटवर्क और फरार मास्टरमाइंड की तलाश में जुटी हुई है।
पुलिस पूछताछ में सामने आया कि आरोपी फर्जी मेट्रिमोनियल वेबसाइट पर युवाओं का रजिस्ट्रेशन कराते थे। इसके बाद उन्हें मॉडलिंग गल्र्स के फोटो भेजकर परफेक्ट मैच का भरोसा दिलाया जाता था। युवकों के झांसे में आते ही कॉल सेंटर की युवतियां उन्हीं फोटो वाली लड़कियों के नाम से कॉल करतीं और भावनात्मक बातचीत कर क्यूआर कोड भेजकर रुपए ट्रांसफर करवा लेती थीं। मोटी रकम मिलने के बाद मोबाइल बंद कर संपर्क तोड़ दिया जाता था।
मास्टर माइंड और संचालक उपलब्ध कराते थे मोबाइल
जांच में सामने आया है कि फर्जी कॉल सेंटर में काम करने वाली युवतियों को एंड्रॉयड मोबाइल नहीं दिए जाते थे। मास्टर माइंड और कॉल सेंटर संचालक उन्हें की-पैड वाले साधारण मोबाइल ही उपलब्ध कराते थे, जिनमें व्हाट्सएप या अन्य सोशल मीडिया ऐप्स सक्रिय नहीं रहते थे। ठगी की वारदात को अंजाम देने के बाद संबंधित मोबाइल नंबर बंद कर दिए जाते थे। इन मोबाइल और सिम कार्ड का रजिस्ट्रेशन भी संचालक और मास्टर माइंड के नाम पर ही कराया गया था।
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, यह गिरोह अब तक दो फर्जी मेट्रीमोनियल कॉल सेंटरों के जरिए एक सैकड़ा से अधिक लोगों को शादी का झांसा देकर ठग चुका है। बरामद दस्तावेजों के आधार पर इसका खुलासा हुआ है। फिलहाल पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि ठगी का शिकार बने लोगों की वास्तविक संख्या कितनी है और कुल कितनी रकम की धोखाधड़ी की गई है।