ट्रेनों-बसों में लौटने वाले यात्रियों की भीड़ बढ़ी

Oct 27 2022

 
 
ग्वालियर। पाांच दिवसीय रोशनी पर्व अपने परिजनों के साथ मनाकर शहर से बाहर जाने वालों की भीड़ बीती रात से ही रेलवे स्टेशन से लेकर शहर के सभी निजी व सरकारी बस स्टैण्डों पर जाने वाले मुसाफिरों की ही भीड़ दिखाई दे रही हैं। स्लीपर क्लास में जहां नो रुम की स्थिति निर्मित दिख रही है वहीं सामान्य श्रेणी के कोचों में लोग पायदान पर लटकर यात्रा करने को मजबूर दिखाई दिए। अब लौटने वालों की भीड़ इस महीने के आखिरी यानि तीस अक्टूबर तक बनी रहेगी। वहीं इसके अलावा छठ पूजा के लिए बिहार जाने वाले लोगों का ट्रैफिक भी आगे आने वाले दिनों में बिहार जाने वाली ट्रेनों में देखने को मिलेगा।
दो साल बाद लोगों ने इस साल बिना किसी प्रतिबंधित व ट्रेनों में कोविड-19 का प्रतिबंध नहीं होने पर अपनों के बीच ट्रेनों व बसों से सफर कर पांच दिवसीय दीपावली त्योहार बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया। कोरोना का खौफ नहीं होने के कारण इस साल दीपावली त्योहार पर लोग बड़ी संख्या में अपने घरों पर दीपावली मनाने के लिए आए हैं। इस कारण पिछले हफ्ते दीपावली मनाने आने वाले लोगों की भीड़ रही थी। सामान्य डिब्बे में पैर रखने के लिए जगह नहीं थी। स्लीपर क्लास भी सामान्य डिब्बों की तरह भरे हुए हैं। 
बीती रात से बढ़ी ट्रेनों व बसों में भीड
दीपावली त्योहार सोमवार को था इसलिए दीपावली के दिन लंबी दूरी की ट्रेनों व बसों में लोगों की भीड़ काफी कम देखने को मिली थी। वहीं दुसरे दिन सूर्य ग्रहण के चलते लोग वापस नहीं लौटे, लेकिन बीती रात से भोपाल की ओर जाने वाली गोवा, जीटी, मालवा, हबीबगंज, केरला एक्सप्रेस, तमिलनाडु एक्सप्रेस सहित अन्य लंबी दूरी की ट्रेनों के स्लीपर क्लास में 100 से ऊपर वेटिंग बनी होने से अब लौटने वालों को सिर्फ तत्काल टिकट से ही आस है। वहीं आगामी तीन दिनों तक ग्वालियर से दिल्ली की ओर जाने वाली प्रमुख ट्रेनों में वेटिंग टिकट तक नहीं है। दक्षिण भारत, महाराष्ट्र से आने वाली ट्रेनें नो रूम है। 30 अक्टूबर तक झांसी दिल्ली के बीच चलने वाली गतिमान एक्सप्रेस में 66 वेटिंग, शताब्दी एक्सप्रेस में 28 वेटिंग चल रही है। 
यही हाल ग्वालियर से इंदौर, भोपाल सहित अन्य लंबी दूरी की बसों में देखने को मिल रहा है। वहीं शहर से आसपास के कस्बों में जाने वाले लोगों का हुजूम भी बस स्टैण्डों पर देखने को मिल रहा है।