महीनों बाद खुले स्कूल तो पहुंच गए बंदर, दो लोगों को काटा भी

Jul 28 2021

ग्वालियर। महीनों बाद स्कूल खुले तो पढऩे के लिए छात्रों के साथ बंदर भी स्कूल पहुंच गए। जी हां आपने सही सुना है बंदर भी पढऩे स्कूल पहुंच गए। ग्वालियर के डबरा स्थित शासकी उत्कृष्ट माध्यमिक विद्यालय में मंगलवार को बंदरों ने धमाल मचाया है। बंदरों ने क्लास रूम में पढ़ाई की और प्रिंसिपल की चेयर पर बैठकर स्कूल प्रबंधन की बैठक भी ली। करीब एक घंटे तक बंदर स्कूल में उत्पात मचाते रहे।
इस दौरान एक छात्र और कर्मचारी सहित दो लोगों पर बंदरों ने हमला भी किया। स्कूल का पहला दिन और छात्र एक घंटे तक दहशत में रहे। स्कूल के कर्मचारियों ने बताया कि 15 से 20 दिन में बंदरों की टोली स्कूल में आती है और धमाल मचाती है। वन विभाग को फोन पर सूचना दी जाती है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होती। पर यह लापरवाही के चलते कभी बड़ा हादसा हो सकता है।
डबरा के शासकीय उत्कृष्ण उच्चतर माध्यमिक व हायर सेकेन्ड्री विद्यालय में बंदरों ने जमकर उत्पात मचाया है। शायद बंदरों को पता लग गया था कि महीनों बाद स्कूल खुले हैं। लंबे समय बाद जब 11वीं के स्कूल शुरु हुए। स्कूल में प्रवेश लेने के लिए छात्र और उनके अभिभावक भी पहुंचे थे। स्कूल खुलते ही यहां करीब पांच-छह बंदरों का दल भी पहुंच गया। नन्हे बंदरों ने प्रिंसिपल के कमरे में धावा बोल दिया, डर के मारे प्रिंसिपल साहब ने कुर्सी छोड दी, तो नन्हे बंदर ने कुर्सी पर कब्जा कर लिया। वहीं क्लासरूम में भी बंदरों ने काम कर रहे शिक्षकों के सिर पर बैठकर उछल कूद मचाई। बरामदें में मौजूद बडे बंदरों ने एक छात्र और अभिभावक के पैरों में काट लिया। डबरा के इस स्कूल के साथ ही बीआरसी दफ्तर, जनपद ऑफिस में भी बंदरों का ये दल उत्पात मचाता है। प्रिंसिपल ने बंदरों को पकडऩे के लिए वन विभाग से संपर्क करने की बात कही है। स्कूल स्टाफ के साथ ही छात्रों ने बताया कि बंदरों का ये दल अक्सर आता है, उत्पात मचाने के साथ ही ये बंदर लोगों को काटकर घायल भी कर देते हैं।
कभी बंदर आकर उत्पात मचाते हैं। यहां बच्चों की जान को खतरा भी है। वन विभाग को सूचना देते हैं पर कोई कार्रवाई नहीं होती है। हर 15 से 20 दिन में यह बंदर हरकत करते हैं।
कमल किशोर श्रीवास्तव, प्रिंसिपल