ग्वालियर . निजामुद्दीन एक्सप्रेस में चार हथियारबंद बदमाशों ने झांसी के 3 सराफा कारोबारियों से 60 लाख नगद लूट लिए बदमाशों ने खुद को राजस्थान की क्राइम ब्रांच का बताया था । वारदात की शिकायत ग्वालियर में हुई तो क्राइम ब्रांच ने ओवर नाइट ऑपरेशन में 4 बदमाशों को नगदी के साथ दबोच लिया । झांसी के बड़ा बाजार में रहने वाले राकेश अग्रवाल दिल्ली से सोने . चांदी के जेवर लाकर कारोबारियों को सप्लाई करने का काम करते हैं । बीती 17 जून को वह अपने साथी सागर अग्रवाल और संजय गुप्ता के साथ जबलपुर . निजामुद्दीन एक्सप्रेस ट्रेन में सवार होकर दिल्ली जा रहे थे । इस दौरान डबरा निकलते ही ट्रेन में 4 युवक सादा वर्दी में ट्रेन में दाखिल हुए चारों के चेहरे पर मास्क लगे हुए थे थाना जीआरपी ग्वलियर में 2 जुलाई को राजेश अग्रवाल पिता शंकरलाल निवासी डरू बुंदेला सोनी ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि 4 अज्ञात व्यक्तियों ने जो अपने आप को क्राइम ब्रांच राजस्थान का होना बता रहे थे के द्वारा 17 जून को ट्रेन 02181 जबलपुर निजामुद्दीन के कोच न. एस-2 में फरियादी के साथी सागर अग्रवाल व संजय गुप्ता को डरा धमकाकर 2 पिठ्ठुओं में रखे 60 लाख ले लिये थे। ऐसा बताया गया कि वह लोग सुनारी का कार्य करते है। झॉसी में 4-5 व्यापारियों से पैसा इक्कठा कर दिल्ली में जेबर खरीदने के लिये जबलपुर निजामुद्दीन ट्रेन में बैठे थे। दो पिठ्ठुओं में 30-30 लाख रूपये रखे थे। यह घटना चलती ट्रेन में डबरा स्टेशन गुजरने के बाद घटित हुई। फरियादी की उक्त रिपोर्ट पर से जीआरपी थाना ग्वालियर में धारा 170,171,384,419,34 आईपीएसी में पंजीबद्ध किया गयाएसपी अमित सांघी ने उक्त मामले को तत्काल संज्ञान लेते हुये एएसपी सतेन्द्रतोमर को आरोपियों की पतारसी एंव धरपकड के लिये टीम गठित करने के निर्देश दिये। एएसपी द्वारा डीएसपी क्राइम रत्नेश सिंह तोमर एवं विजय भदौरिया को निर्देश के पालन में जीआरपी थाना बल तथा थाना क्राइम ब्रांच ग्वालियर की संयुक्त टीम को संदेहियों की पतारसी करने हेत ुलगाया गया। टीमों द्वारा अज्ञात संदेहियों की पहचान की गयी। उक्त मामले के अज्ञात चारों संदेहियों की पहचान कर उन्हे गिरफ्तार किया गया हैउक्त घटना में एक कांस्टेबल आरपीएफ ग्वालियर का तथा 2 आरक्षक जिला बल ग्वालियर के सम्मलित पाये गये। एक आरक्षक जिला बल ग्वालियर का जो विगत 05 बर्षो से निलंबित चल रहा है शामिल था। आरोपियों से 45 लाख रूपये जप्त किये गये है। शेष रकम के लिये पुलिस रिमांड लेकर पूछताछ की जायेगीमामला बेहद हाईप्रोफाइल होने से पुलिस ने भी इस मामले में फूंक फूंक कर कदम रख रही थी पुलिस वारदात को अंजाम देने वाले बदमाशों को अलर्ट नहीं करना चाहती थी ऐसे में उनकी धरपकड़ के पहले एफआईआर भी दर्ज नहीं की गई आरोपियों के कल रात हाथ आते ही जीआरपी में धारा 170, 171, 384, 419 व 34 के तहत अपराध दर्ज किया है