कोविड-19 की संभागीय समीक्षा बैठक संक्रमण की चैन को तोड़ने के लिये सबको एकजुटता के साथ कार्य करना होगा – मुख्यमंत्री श्री चौहान ग्वालियर-चंबल संभाग के सभी जिलों में 30 मई तक रहेगा जनता कर्फ्यू

May 16 2021

 
ग्वालियर 16 मई 2021/ मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोविड की इस महामारी के समय हम सबको मतभेद भुलाकर संक्रमण की चैन को तोड़ने में जुटना होगा। कोरोना को परास्त करना ही हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में ग्वालियर-चंबल संभाग के सभी जिलों में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिये किए जा रहे कार्यों की समीक्षा बैठक में यह बात कही। उनके साथ केन्द्रीय कृषि, पंचायतीराज एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर, राज्यसभा सांसद श्रीमंत ज्योतिरादित्य सिंधिया, प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सारंग, ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, सांसद श्री विवेक नारायण शेजवलकर सहित क्राइसेस मैनेजमेंट समिति के सदस्यगण उपस्थित थेमुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोरोना की चैन को तोड़ने के लिये जनता कर्फ्यू ही सबसे प्रभावी उपाय है। ग्वालियर में संक्रमण कम हुआ है। इसे पूर्ण रूप से समाप्त करने के लिये 30 मई तक जनता कर्फ्यू लागू रहेगा। उन्होंने कहा कि कोरोना के संक्रमण में कमी जरूर आई है, लेकिन अभी लड़ाई लम्बी है। हम सबको कोरोना से मुक्त प्रदेश बनाने के लिये निरंतर कार्य करना होगा। हम सबको एक इकाई के रूप में मिलकर संक्रमण को मिटाने के लिये निरंतर कार्य करते रहने की आवश्यकता है। इस कार्य में हमें जनता का सहयोग भी हासिल करना होगामुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हमारे लिये यह राहत की बात है कि हमारे प्रदेश की पॉजिटिविटी दर घटकर 10.8 हो गई है। कुछ दिन पहले यह 24 प्रतिशत तक पहुँच गई थी। ग्वालियर-चंबल संभाग के सभी जिलों में स्थिति में निरंतर सुधार ही हो रहा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जिलों में जो कोविड केयर सेंटर स्थापित किए गए हैं उन्हें अब पोस्ट कोविड केयर सेंटर के रूप में संचालित करने की भी तैयारी हमको करना होगी। कोरोना की बीमारी से ठीक होने के बाद भी कुछ लोगों को ब्लैक फंगस, खून जमने जैसी बीमारियों के प्रकरण सामने आ रहे हैं। इनकी देखभाल के लिये भी हमें पोस्ट कोविड केयर सेंटर की आवश्यकता पड़ेगीमुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि शहरी क्षेत्र के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्र में भी संक्रमण न फैले, इसके लिये विशेष प्रयास किए जाना जरूरी है। प्रदेश में चलाए जा रहे किल कोरोना-3 अभियान के तहत ग्रामीण क्षेत्र के हर घर तक टीम पहुँचे और जो भी संक्रमित मिले उसका उपचार प्रारंभ हो यह सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने जिला स्तरीय, ब्लॉक स्तरीय तथा ग्राम स्तरीय क्राइसेस मैनेजमेंट समिति के सदस्यों से भी अपेक्षा की कि वे स्वयं और उनसे जुड़े हुए लोग भी किल कोरोना अभियान के तहत जो दल घर-घर जा रहे हैं उनके साथ जाएं और लोगों को दवा वितरण और जागरूकता के कार्य में सहभागी बनेंभविष्य की चुनौतियों के लिये भी करें पुख्ता प्लानिंग मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हमें वर्तमान संक्रमण की रोकथाम के साथ-साथ भविष्य की चुनौतियों के लिये भी पुख्ता प्रबंध करने की आवश्यकता है। इसके लिये सभी जिलों के कलेक्टर अपने-अपने जिलों में भविष्य की व्यवस्थाओं की प्लानिंग करें। प्रदेश सरकार द्वारा सभी जिलों में ऑक्सीजन प्लांट, आईसीयू बैड और ऑक्सीजन बैड बढ़ाने की व्यवस्था की जा रही है। आने वाले दिनों में चिकित्सकों और पैरामेडीकल स्टाफ की भर्ती का कार्य भी सरकार करने जा रही है। हर जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं को और बेहतर करने की दिशा में भी कार्य किए जा रहे हैं। 
ब्लैक फंगस और बच्चों के लिये बनाए जाएं अलग वार्डमुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने बैठक में यह भी निर्देशित किया है कि ब्लैक फंगस और बच्चों के लिये सभी मेडीकल कॉलेजों में अलग से वार्ड बनाने की व्यवस्था की जाए। भविष्य में अगर कोई दिक्कत आती है तो उससे निपटने के लिये अलग वार्ड और सुविधायें रहें, यह सुनिश्चित किया जाए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मेडीकल कॉलेज के साथ-साथ सभी जिलों में यह व्यवस्था हो, इसके लिये जिला कलेक्टर अपने-अपने जिले की प्लानिंग तैयार कर कार्य करेहर जरूरतमंद को मिले नि:शुल्क खाद्यान्न मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने बैठक में यह भी निर्देशित किया है कि प्रदेश सरकार द्वारा तीन माह का और केन्द्र सरकार द्वारा दो माह का राशन नि:शुल्क उपलब्ध कराया जा रहा है। यह नि:शुल्क राशन हर जरूरतमंद को मिले, यह सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कलेक्टरों को यह भी निर्देशित किया है कि खाद्यान्न का वितरण सही ढंग से हो, इसकी मॉनीटरिंग भी होना चाहिए। कोई भी जरूरतमंद अनाज की उपलब्धता से वंचित नहीं रहना चाहिएनि:शुल्क उपचार की व्यवस्था की गई है मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश में जरूरतमंदों को नि:शुल्क उपचार मिले, इसकी व्यवस्था की गई है। आयुष्मान कार्ड के माध्यम से हर जरूरतमंद को नि:शुल्क उपचार की व्यवस्था मिले, यह सुनिश्चित किया जाए। इसके साथ ही जिस परिवार के एक सदस्य के पास भी आयुष्मान कार्ड है, उसके पूरे परिवार को नि:शुल्क उपचार की व्यवस्था मिलना चाहिए। इसके लिये प्रदेश के सभी जिलों में अस्पतालों को चिन्हित कर लिया गया है। इन अस्पतालों में सभी को उपचार मिले। इसके साथ ही कलेक्टर यह भी सुनिश्चित करें कि अगर कोई जरूरतमंद है तो उसका भी आयुष्मान कार्ड तैयार किया जाए। ऐसे लोग जिनके पास आयुष्मान कार्ड नहीं है उनके नए कार्ड बनाने का कार्य भी तेजी के साथ किया जाना चाहिए
सभी जिले भविष्य के लिए एडवांस प्लानिंग करें – केन्द्रीय मंत्री श्री तोमर केन्द्रीय कृषि, पंचायतीराज एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा है कि मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिये मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान एवं उनकी टीम ने जो कार्य किया है वह प्रशंसनीय है। देश में संक्रमण की दृष्टि से मध्यप्रदेश में भी संक्रमण अधिक था। संक्रमण को नियंत्रित करने और व्यवस्थाओं को बेहतर करने की दिशा में मध्यप्रदेश ने उल्लेखनीय कार्य कर स्थिति को नियंत्रण में किया हैकेन्द्रीय मंत्री श्री तोमर ने कहा कि अभी हमारी लड़ाई समाप्त नहीं हुई है। कोरोना को पूरी तरह से समाप्त करने के साथ-साथ हमें भविष्य के लिये भी सचेत होना होगा। इसके लिये सभी जिले एडवांस प्लानिंग कर अपनी-अपनी रणनीति तैयार करें और इसको अमलीजामा भी पहनाएं। केन्द्र सरकार के माध्यम से भी प्रदेश को हर संभव सहयोग उपलब्ध कराया जा रहा है। प्रदेश सरकार ने भी सभी जिलों में क्राइसेस मैनेजमेंट समिति और जनता के सहयोग से कोरोना संक्रमण के नियंत्रण में सफलता हासिल की है। ग्रामीण क्षेत्र में भी किल कोरोना-3 अभियान के माध्यम से घर-घर सर्वेक्षण कर संक्रमण की चैन को तोड़ने का कार्य किया जा रहा है। जन सेवा से जुड़े हुए सभी लोगों के साथ-साथ जनता का सहयोग हासिल कर हमें इस महामारी से निजात पानी होगीवर्तमान के साथ-साथ भविष्य के लिये भी हो प्लानिंग – राज्यसभा सांसद श्री सिंधिया राज्यसभा सांसद श्रीमंत ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बैठक में कहा है कि मध्यप्रदेश ने कोरोना संक्रमण को नियंत्रण में किया है, यह प्रसन्नता की बात है। हमें वर्तमान के साथ-साथ भविष्य के लिये भी पुख्ता प्लानिंग करने की आवश्यकता है। वर्तमान समय में ब्लैक फंगस की जो बीमारी सामने आ रही है उस पर प्रभावी नियंत्रण के लिये प्रयास किए जा रहे हैं। सभी मेडीकल कॉलेजों में ब्लैक फंगस के लिये अलग से वार्ड स्थापित हों, यह जरूरी है। इसके साथ ही भविष्य के लिये सभी मेडीकल कॉलेजों में बच्चों के लिये भी पृथक से वार्ड स्थापित हो, ताकि कोई दिक्कत आती है तो उसका सामना किया जा सकेराज्यसभा सांसद श्री सिंधिया ने यह भी कहा कि शहरी क्षेत्र के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी हमें कोरोना के संक्रमण की रोकथाम के लिये विशेष प्रयास करना होंगे। प्रदेश में किल कोरोना अभियान के माध्यम से घर-घर पहुँचकर जो सर्वेक्षण का कार्य किया जा रहा है उसे और प्रभावी बनाया जाए। शासकीय अमले के साथ-साथ जनप्रतिनिधि और जनता का सहयोग भी इस अभियान को मिले, यह जरूरी है। उन्होंने कहा कि ब्लैक फंगस के लिये जो आवश्यक इंजेक्शन है उसकी पूर्ति भी प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा की जा रही है। यह समस्या भी शीघ्र दूर हो जायेगी। श्री सिंधिया ने यह भी कहा कि सभी जिलों में कोरोना टेस्ट अधिक से अधिक संख्या में होना चाहिए, ताकि जो प्रकरण सामने आए उसका उपचार किया जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा हर जिलों में ऑक्सीजन प्लांट और वेंटीलेटर की व्यवस्था की जा रही है। इनके संचालन के लिये भी स्टाफ को प्रशिक्षित किया जाना आवश्यक है ताकि इनका बेहतर उपयोग जरूरतमंदों के लिये हो सकेसभी जिलों की क्राइसेस मैनेजमेंट समिति ने दिए महत्वपूर्ण सुझाव मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने समीक्षा बैठक में ग्वालियर-चंबल संभाग के सभी जिलों में कोरोना संक्रमण की रोकथाम और उपचार के लिये किए जा रहे प्रबंधनों की विस्तार से समीक्षा की। जिला कलेक्टरों ने अपने-अपने जिलों में किए जा रहे प्रबंधनों के संबंध में प्रजेण्टेशन के माध्यम से जानकारी दी। इसके साथ ही सभी जिलों में गठित क्राइसेस मैनेजमेंट समिति के सदसयों ने अपने महत्वपूर्ण सुझाव भी मुख्यमंत्री को प्रस्तुत किएचिकित्सक एवं पैरामेडीकल स्टाफ की भर्ती की जाए – सांसद श्री शेजवलकर क्षेत्रीय सांसद श्री विवेक नारायण शेजवलकर ने ग्वालियर में स्वास्थ्य सुविधाओं की बढ़ोत्तरी के साथ-साथ चिकित्सकों और पैरामेडीकल स्टाफ की भर्ती की बात कही। उन्होंने कहा कि सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल में चिकित्सक एवं पैरामेडीकल स्टाफ की कमी के कारण दिक्कतें महसूस की जा रही हैं। इसके साथ ही एक हजार बिस्तर के अस्पताल का निर्माण भी ग्वालियर में किया जा रहा है। इसमें भी उपकरण और उपचार की आवश्यकता पड़ेगी। कॉन्टेक्ट बेस पर कम से कम एक अथवा दो वर्ष के लिये चिकित्सक और पैरामेडीकल स्टाफ की भर्ती की अनुमति प्रदेश सरकार से अपेक्षित हैसंभागीय कमिश्नर एवं कलेक्टर ने दी जानकारी संभागीय समीक्षा बैठक में संभाग आयुक्त श्री आशीष सक्सेना ने ग्वालियर-चंबल संभाग के जिलों में कोविड संक्रमण और उपचार के लिये किए जा रहे प्रबंधनों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इसके साथ ही कलेक्टर ग्वालियर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने ग्वालियर में किए गए प्रबंधनों के संबंध में भी प्रजेण्टेशन के माध्यम से विस्तार से जानकारी दी। 
बैठक में यह भी रहे उपस्थित कोविड-19 की संभागीय समीक्षा बैठक में ग्वालियर कलेक्ट्रेट सभाकक्ष एवं एनआईसी कक्ष में क्राइसेस मैनेजमेंट समिति के सदस्य, जिला पंचायत प्रशासकीय समिति की अध्यक्ष श्रीमती मनीषा यादव, पूर्व मंत्री एवं विधायक श्री लाखन सिंह यादव, विधायक डबरा श्री सुरेश राजे, विधायक ग्वालियर पूर्व श्री सतीश सिकरवार, पूर्व मंत्री श्री अनूप मिश्रा, पूर्व मंत्री श्री इमरती देवी, जिला अध्यक्ष भाजपा श्री कमल माखीजानी, ग्रामीण अध्यक्ष श्री कौशल शर्मा, पूर्व विधायक श्री मुन्नालाल गोयल, श्री मदन कुशवाह, श्री रामबरन सिंह, श्री रमेश अग्रवाल, चेम्बर ऑफ कॉमर्स के मानसेवी सचिव श्री प्रवीण अग्रवाल, बहुजन समाज पार्टी के अध्यक्ष श्री रामवीर सिंह कुशवाह, श्री मोहन सिंह राठौर सहित संभागीय आयुक्त श्री आशीष सक्सेना, आईजी श्री अविनाश शर्मा, डीआईजी श्री सचिन अतुलकर, कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह एवं विभागीय अधिकारी उपस्थित थे