प्रतियोगिता में हमारे साथ भेदभाव हुआ है कैसे बर्दास्त कर ले पुरुस्कार वितरण में प्रतिभागियों द्वारा किए गए हंगामे से विवेकानंद जयंती के उपलक्ष में आयोजित दौड़ एवं डांसिंग प्रतियोगिता स्थगित

Jan 11 2021


                                                                                                               

भितरवार। निर्धारित समय पर दौड़ प्रतियोगिता शुरू न होने से हम प्रतियोगिता में शामिल नहीं हो सके नियम विरुद्ध  प्रतियोगिता होने से इसमें भाग लेने से हम बंचित हो गए। और जो लोग प्रतियोगिता में विजयी बताए जा रहे वे नियम विरुद्ध शामिल होकर दौड़े हैं। आप पुरुस्कार वितरण कैसे कर सकते हो। हमारे साथ भेदभाव हुआ है। जिसे हम कैसे बर्दास्त कर लें यह बात आयोजित दौड़ प्रतियोगिता के कुछ प्रतिभागियों ने मंचासीन अतिथियों से कही। अतिथियों के द्वारा स्वामी विवेकानंद जी का वास्ता देकर किए गए मान मनोब्बल के बाद भी जारी आरोप प्रत्यारोप के साथ प्रतिभागियों के हंगामे को देख आयोजकों ने स्वामी विवेकानंद जयंती पर आयोजित दौड़ एवं डांसिंग प्रतियोगिता स्थागित कर दी। सामाजिक संस्था श्रद्धा श्री जनसेवा समिति द्वारा सोमवार को विवेकानंद जयंती से एक दिन पूर्व दौड़ एवं डांसिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें शुरू से अव्यबस्थाएँ हावी रहीं। डबरा - भितरवार मुख्य सड़क मार्ग विकास ढाबे से काली माता मंदिर प्रांगण तक होने वाली दौड़ निर्धारित समय पर शुरू नहीं हुई। आयोजकों ने सबसे पहले छात्राओं की दौड़ कराई जिसमें कई प्रतिभागी छात्राएं भाग नहीं ले सकी। वहीं इसके काफी देर बाद साढे 9 बजे के आसपास  युवाओं की दौड़ शुरू हुई। मुख्य सड़क मार्ग पर वाहनों की आवाजाही के बीच दौड़ लगाते हुए प्रतिभागी काली माता मंदिर प्रांगण पहुँचे। जिनमें से कुछ युवा प्रथम द्वितीय एवं तृतीय विजेता बनने का दावा करते हुए मंच पर जाकर बैठ गए।वहीं इसी बीच समारोह पूर्वक कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में भाजपा के प्रदेश मीडिया मीडिया प्रभारी लोकेन्द्र पाराशर एवं विशिष्ट अतिथि युवा कांग्रेस के नेता संजय सिंह रावत मंचासीन हुए। जिनके द्वारा आयोजन समिति ने दौड़ प्रतियोगिता के प्रतिभागी विजेताओं को पुरुस्कार वितरण करने की प्रक्रिया शुरू की। जिसे देख नगर के वार्ड क्रमांक 6 में रहने प्रतिभागी छात्रा सानियाँ वानो एक लड़की के साथ मंच पर आ गई और अन्य विजेता छात्राओं के  पुरस्कृत होने का विरोध करते हुए बोली कि हमें बुलाये गए निर्धारित समय से पूर्व ही दौड़ शुरू करा दी। जिससे हम प्रतियोगिता में शामिल नहीं हो सकी। नाराज छात्रा ने अतिथियों के समक्ष तीखा विरोध करते हुए हंगामा कर दिया। वहीं इसी बीच विजेता बनकर मंच पर बैठे युवाओं को देख पहले से ही गुस्साए मंदिर प्रांगण की भीड़ में खड़े कुछ युवाओं ने यह कहते हुए हंगामा शुरू कर दिया कि यह दौड़ नियम विरुद्ध हुई है। इसमें जो विजेता दिखाए जा रहे हैं। वे बीच बाजार से दौड़ में शामिल हुए हैं। वहीं ऐसी विरोधाभास की स्थिति देख मुख्य अतिथि भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी ने हंगामा को शांत करने के लिए संबोधित करते हुए कहा कि स्वामी विवेकानंद जी शांत और अनुशासन प्रिय थे। हम सबको उनके आदर्शों पर चलना चाहिए। मुख्य अतिथि श्री पाराशर के मान मनोब्बल के बाद भी हंगामा  जारी रखते हुए नाराज युवाओं की भीड़ मंच पर जमा हो गई। वहीं कार्यक्रम में पैदा हुई अव्यस्था को देख उपस्थित पुलिस कर्मियों ने मंच पर पहुँचकर बिगड़ी स्थिति संभालने का प्रयास किया। वहीं इसी बीच कुछ अतिथि कुछ प्रतिभागी छात्राओं को पुरुस्कृत कर रवाना हो गए। जिसके बाद भी जारी रहे हंगामे और विरोधाभास को देख आयोजन समिति ने दौड़ एवं डांसिंग प्रतियोगिता स्थगित कर दी