अन्नदाता के साथ कांग्रेस का हाथ- डॉ. सिकरवार

Jan 10 2021

 

ग्वालियर। प्रदश कॉग्रेस कमेटी के आव्हान पर प्रदेशभर में कृषि कानून बिलों के खिलाफ और किसानों के समर्थन में चल रहे धरना प्रदर्शन के क्रम में आज ग्वालियर पूर्व विधानसभा का धरना इंदरगंज चौराहा पर दिया गया। धरना प्रदर्शन में हजारों की संख्या कांग्रेस कार्यकर्ता दुपहिया वाहनों, टेक्टरों और बसों से रैली के रूप में धरना स्थल पर पहुॅचे। । धरने में बडी संख्या में महिलाओं ने भी भागीदारी की। धरना प्रदर्शन कार्यक्रम में कार्यक्रम संयोजक एवं विधायक डॉ. सतीशसिंह सिकरवार, जिलाध्यक्ष डॉ. देवेन्द्र शर्मा, पूर्व सासंद रामसेवक सिंह, पूर्व मंत्री बालेन्दु शुक्ला, पूर्व जिलाध्यक्ष चन्द्रमोहन नागौरी, महिला कॉग्रेस जिलाध्यक्ष रूचिराय ठाकुर मुख्य रूप से मौजूद रहे।
धरना स्थल पर वक्ताओं ने किसानों के धरना आंदोलन का पुरजोर समर्थन करते हुये कहा कि केन्द्र सरकार उद्योगपतियों के इशारे पर किसानों के खिलाफ काले कानून के रूप में कृशि बिल लाई है, जिसका कॉग्रेस पार्टी विरोध करती है। अध्यक्ष डॉ. देवेन्द्र शर्मा ने अपने उद्बोधन में कहा कि सरकार किसानों के आंदोलन को लेकर असंवेदनशील नजर आ रही है, यह कृषि बिल अडानी और अंबानी जैसे उद्योगपतियों को फायदा देने वाले हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार मंडियां और एमएसपी खत्म करके किसानों के शोषण पर आमादा है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। डॉ. शर्मा ने कहा कि पूरे देश की अर्थव्यवस्था कृषि पर निर्भर है और सरकार किसानों को उद्योगपतियों की गुलामी की ओर धकेल रही है। उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं का आव्हान किया कि जिस बडी संख्या में आज इस धरना प्रदर्शन में शामिल हुये हैं उसी तरह आगे के आंदोलनों में भी कार्यकर्ताओं को भागीदारी निभाना है।
धरना को संबोधित करते हुये कार्यक्रम संयोजक एवं विधायक डॉ. सतीशसिंह सिकरवार ने कहा कि अन्नदाताओं के साथ कांग्रेस का हाथ है और यह पूरी मजबूती के साथ उनके आंदोलन में भागीदारी निभा रहा है और आगे भी निभाऐगा। उन्होने कहा कि किसान दिल्ली के आस-पास कडाके की ठंड में सड़कांे पर बैठा हुआ है और केन्द्र सरकार गूंगी-बहरी बनकर सोई हुई है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी का इतिहास रहा है कि जब भी कोई आंदोलन खडे किये तब वे सफल रहे, यहां तक कि आजादी की लड़ाई में इन्ही आंदोलनों के माध्यम से अंग्रेजांे को तक खदेड़ दिया था। उन्होंने पार्टी संगठन में अनुशासन पर जोर देते हुये कहा कि किसी भी संगठन की मजबूती के लिये अनुशासन बहुत जरूरी है। अनुशासन से ही संगठन को मजबूत बनाया जा सकता है। डॉ. सिकरवार ने इतिहासिक धरना प्रदर्शन में शामिल हुये हजारों कार्यकर्ताओं का एवं नेताओं का धन्यवाद भी ज्ञापित किया। इससे पहले कॉग्रेस के पूर्व अध्यक्ष चन्द्रमोहन नागौरी ने अपने विचार व्यक्त करते हुये कहा कि मोदी सरकार अब अपना जनादेश खोती जा रही है। जनता जर्नादन बदलाव चाहती है, उन्होंने कहा कि डीजल, पेट्रोल, रसोई गैस एवं खाद्यानों की बढती मंहगाई से आम आदमी परेशान है। केन्द्र सरकार ने कृषि बिल के रूप में जो काला कानून पेश किया है उसका असर न केवल किसानों पर पडेगा बल्कि आम आदमी पर मंहगाई के रूप में असर पडेगा। धरना प्रदर्षन को कॉग्रेस नेता अमर सिंह माहौर, मोहन महेष्वरी, राम पाण्डे, केदार सिंह कंशाना, वीना भारद्वाज आदि ने भी संबोधित किया। संचालन पार्टी प्रवक्ता धमेन्द्र शर्मा ने एवं आभार कार्यक्रम संयोजक एवं विधायक डॉ. सतीशसिंह  सिकरवार ने व्यक्त किया। कार्यक्रम में कृश्णराव दीक्षित, अवधेश कौरव, महाराज सिंह पटेल, चतुर्भुज धन्नोलिया, वीर सिंह तोमर, आशीष अरजरिया, सीमा समाधिया, सरमन सिंह राय, आदि सहित हजारों की संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे। धरना प्रदर्शन समापन से पहले किसान आंदोलन में शहीद हुये किसानों को दो मिनिट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की।

ग्वालियर। प्रदश कॉग्रेस कमेटी के आव्हान पर प्रदेशभर में कृषि कानून बिलों के खिलाफ और किसानों के समर्थन में चल रहे धरना प्रदर्शन के क्रम में आज ग्वालियर पूर्व विधानसभा का धरना इंदरगंज चौराहा पर दिया गया। धरना प्रदर्शन में हजारों की संख्या कांग्रेस कार्यकर्ता दुपहिया वाहनों, टेक्टरों और बसों से रैली के रूप में धरना स्थल पर पहुॅचे। । धरने में बडी संख्या में महिलाओं ने भी भागीदारी की। धरना प्रदर्शन कार्यक्रम में कार्यक्रम संयोजक एवं विधायक डॉ. सतीशसिंह सिकरवार, जिलाध्यक्ष डॉ. देवेन्द्र शर्मा, पूर्व सासंद रामसेवक सिंह, पूर्व मंत्री बालेन्दु शुक्ला, पूर्व जिलाध्यक्ष चन्द्रमोहन नागौरी, महिला कॉग्रेस जिलाध्यक्ष रूचिराय ठाकुर मुख्य रूप से मौजूद रहे।
धरना स्थल पर वक्ताओं ने किसानों के धरना आंदोलन का पुरजोर समर्थन करते हुये कहा कि केन्द्र सरकार उद्योगपतियों के इशारे पर किसानों के खिलाफ काले कानून के रूप में कृशि बिल लाई है, जिसका कॉग्रेस पार्टी विरोध करती है। अध्यक्ष डॉ. देवेन्द्र शर्मा ने अपने उद्बोधन में कहा कि सरकार किसानों के आंदोलन को लेकर असंवेदनशील नजर आ रही है, यह कृषि बिल अडानी और अंबानी जैसे उद्योगपतियों को फायदा देने वाले हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार मंडियां और एमएसपी खत्म करके किसानों के शोषण पर आमादा है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। डॉ. शर्मा ने कहा कि पूरे देश की अर्थव्यवस्था कृषि पर निर्भर है और सरकार किसानों को उद्योगपतियों की गुलामी की ओर धकेल रही है। उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं का आव्हान किया कि जिस बडी संख्या में आज इस धरना प्रदर्शन में शामिल हुये हैं उसी तरह आगे के आंदोलनों में भी कार्यकर्ताओं को भागीदारी निभाना है।
धरना को संबोधित करते हुये कार्यक्रम संयोजक एवं विधायक डॉ. सतीशसिंह सिकरवार ने कहा कि अन्नदाताओं के साथ कांग्रेस का हाथ है और यह पूरी मजबूती के साथ उनके आंदोलन में भागीदारी निभा रहा है और आगे भी निभाऐगा। उन्होने कहा कि किसान दिल्ली के आस-पास कडाके की ठंड में सड़कांे पर बैठा हुआ है और केन्द्र सरकार गूंगी-बहरी बनकर सोई हुई है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी का इतिहास रहा है कि जब भी कोई आंदोलन खडे किये तब वे सफल रहे, यहां तक कि आजादी की लड़ाई में इन्ही आंदोलनों के माध्यम से अंग्रेजांे को तक खदेड़ दिया था। उन्होंने पार्टी संगठन में अनुशासन पर जोर देते हुये कहा कि किसी भी संगठन की मजबूती के लिये अनुशासन बहुत जरूरी है। अनुशासन से ही संगठन को मजबूत बनाया जा सकता है। डॉ. सिकरवार ने इतिहासिक धरना प्रदर्शन में शामिल हुये हजारों कार्यकर्ताओं का एवं नेताओं का धन्यवाद भी ज्ञापित किया। इससे पहले कॉग्रेस के पूर्व अध्यक्ष चन्द्रमोहन नागौरी ने अपने विचार व्यक्त करते हुये कहा कि मोदी सरकार अब अपना जनादेश खोती जा रही है। जनता जर्नादन बदलाव चाहती है, उन्होंने कहा कि डीजल, पेट्रोल, रसोई गैस एवं खाद्यानों की बढती मंहगाई से आम आदमी परेशान है। केन्द्र सरकार ने कृषि बिल के रूप में जो काला कानून पेश किया है उसका असर न केवल किसानों पर पडेगा बल्कि आम आदमी पर मंहगाई के रूप में असर पडेगा। धरना प्रदर्षन को कॉग्रेस नेता अमर सिंह माहौर, मोहन महेष्वरी, राम पाण्डे, केदार सिंह कंशाना, वीना भारद्वाज आदि ने भी संबोधित किया। संचालन पार्टी प्रवक्ता धमेन्द्र शर्मा ने एवं आभार कार्यक्रम संयोजक एवं विधायक डॉ. सतीशसिंह  सिकरवार ने व्यक्त किया। कार्यक्रम में कृश्णराव दीक्षित, अवधेश कौरव, महाराज सिंह पटेल, चतुर्भुज धन्नोलिया, वीर सिंह तोमर, आशीष अरजरिया, सीमा समाधिया, सरमन सिंह राय, आदि सहित हजारों की संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे। धरना प्रदर्शन समापन से पहले किसान आंदोलन में शहीद हुये किसानों को दो मिनिट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की।