*देश और समाज में उन्नति और विकास के लिए, बच्चों के भविष्य के निर्माण के लिए शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका है-मुनिश्री*

Sep 13 2020

 
 
*ग्वालियर/दतिया सोनागिर* देश और समाज में उन्नति और विकास के लिए, बच्चों के भविष्य के निर्माण के लिए शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका है। शिक्षा अगर  कर्तव्यनिष्ठ हो तो देश का हर बच्चा ग विवेकानंद ,तीर्थंकर महावीर,मर्यादा पुरुषोत्तम  राम, वीर शिवाजी, महाराणा प्रताप, जैसा महान व्यक्तित्व वाला बन सकता है।  शिक्षा का व्यापार नहीं शिक्षा का प्रसार होना चाहिए। जब शिक्षा का व्यापार होता है। तो वह सरस्वती मां का अनादर और अपमान होता है।  विद्यालय व्यापार का हाव नहीं सरस्वती मां का मंदिर है। *यह विचार क्रांतिवीर मुनि श्री प्रतीक सागर जी महाराज ने रविवार को सोनागिर स्थित आचार्यश्री पुष्पदंत सागर सभागृह में शिक्षक सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए कही!*
 
          *शिक्षाक सदाचरण और गुणों का भण्डार होना चाहिए* 
 
 मुनिश्री ने एक सफल शिक्षक के गुण बताते हुए कहा कि वह क्रोधी नहीं होना चाहिए, लालची नहीं होना चाहिए ,करुणा वान और प्रेम से भरा होना चाहिए। जिसके चेहरे पर हमेशा प्रसन्नता हो । सदाचरण युक्त और धूम्रपान, नशीले पदार्थों का त्यागी होना चाहिए। यह गुण अगर शिक्षकों में आ जाएं तो वहीं शिक्षक गुरु के सर्वोच्च पद का सम्मान प्राप्त करने योग्य हैं। एक इंजीनियर भ्रष्ट होता है तो केवल एक पुल टूटता है, कुछ लोग मरते हैं। एक डॉक्टर भ्रष्ट होता है तो कुछ मरीजों की जान जाती है ।मगर जब शिक्षक भ्रष्ट होता है कर्तव्य विमुख होता है तो देश का भविष्य समाप्त हो जाता है। टी- टीचिंग भी होती है टी से टेररिस्ट भी बनाया जा सकता है, टी से बच्चे के अंदर टैलेंट भी पैदा किया जा सकता है। महात्मा गांधी कहा करते थे की शिक्षक कर्तव्य वादी होना चाहिए अधिकार वादी नहीं क्योंकि कर्तव्य में अधिकार छुपा हुआ है। आज कुछ भ्रष्ट शिक्षकों ने गलत  आचरण  के शिक्षक की
 मान  मर्यादाओं को कलंकित कर दिया है ।जिसके कारण विद्यार्थियों के मन में उनके प्रति जो सम्मान था वह खत्म हो गया है ।
 
 चातुर्मास समिति के प्रचार संयोजक सचिन जैन आदर्श कलम ने बताया कि समारोह का प्रारंभ मंगलाचरण नृत्य के द्वारा किया गया जिसकी सुंदर प्रस्तुति साक्षी जैन,  शिखा जैन,कशिश जैन, प्रियांशी जैन, पूनम जैन ,पूर्वी जैन डबरा के द्वारा दी गई दीप प्रज्वलन श्री राजू जैन डबरा अजित जैन शिवपुरी, विनिश जैन करेरा,   चित्र  अनावरण श्री राजेन्द्र जैन ग्वालियर, सुनिल लोहिया ग्वालियर, देवेन्द्र जैन भिण्ड, नीरज जैन ग्वालियर  गुरुदेव के पाद प्रक्षालन श्री  शास्त्र  राजू  भेंट श्री राजू जैन डबरा  
माहआरती श्री दिगम्बर जैन जागरण युवा संघ राजि मुम्बई । इस अवसर पर *शिक्षक के  समाज के प्रति कर्तव्य* विषय पर विभिन्न शिक्षकों द्वारा अपने वक्तव्य प्रस्तुत किए गए। अनुज जैन मुरैना ,मेघा जैन ग्वालियर, मनोज जैन एकांत डबरा ,मनीष कुमार जैन शिवपुरी ,तृप्ति जैन  दतिया ।संपूर्ण कार्यक्रम में आचार्य श्री धर्म भूषण जी महाराज का पावन सानिध्य प्राप्त हुआ। सभी शिक्षकों ने श्रीफल चढ़ाकर मुनि श्री से आशीर्वाद प्राप्त किया तथा कार्यक्रम आयोजक आचार्य पुष्पदंत सागर चातुर्मास समिति भारत एवं दिगंबर जैन जागरण रजिस्टर मुंबई के पदाधिकारियों द्वारा सभी शिक्षकों का स्मृति चिन्ह प्रदान कर स्वागत और अभिनंदन किया गया।
 नरेश चौधरी डवरा,अशीष जैन डवरा, जितेन्द्र जैन डवरा, राजेंद्र जैन डवरा मनीष दिल्ली  आदि महोत्सव में विशेष रूप से उपस्थित रहे । आदिनाथ महिला मंडल डबरा ने संपूर्ण कार्यक्रम में अपना विशेष सहयोग प्रदान किया।कार्यक्रम का संचालन श्री संपूर्ण कार्यक्रम के अंत में 108 दीपों द्वारा पूज्य गुरुदेव की संगीत में आरती की गई तथा आयोजन समिति ने आए हुए सभी टीचरों का और अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त किया।