मैरिको लिमिटेड के निहार शांति पाठशाला फनवाला ने मध्य प्रदेश के स्कूल शिक्षा विभाग के साथ ‘हमारा घर, हमारा विद्यालय’ पहल के अंतर्गत साझेदारी की राज्य भर में 2.4 मिलियन छात्रों के लिए निरंतर अंग्रेजी शिक्षा को संभव बनाया

Jul 02 2020

भोपाल: मैरिको लिमिटेड के निहार शांति पाठशाला फनवाला ने मध्य प्रदेश के स्कूल शिक्षा विभाग के साथ, विभाग की नई पहल, ‘हमारा घर, हमारा विद्यालय’ के लिए अपनी साझेदारी की घोषणा की है, जिसका उद्देश्य राज्य में सरकारी स्कूल के छात्रों को निरंतर शिक्षा प्रदान करना है। बच्चों की शिक्षा के लिए सहायता प्रदान करने के प्रति निहार शांति की प्रतिबद्धता के अनुसार, निहार शांति पाठशाला फनवाला, दूरदर्शन पर और व्हाट्सएप के जरिये अच्‍छी तरह से तैयार किये गये अपने कार्यक्रमों के माध्यम से राज्य भर के 2.4 मिलियन छात्रों को अंग्रेजी शिक्षा प्रदान करेंगे।
‘हमारा घर, हमारा विद्यालय’ पहल की शुरुआत 1 जुलाई 2020 श्रीमती जयश्री कियावत (आईएएस), आयुक्त, सार्वजनिक निर्देश विभाग (डीपीआई) द्वारा की गई थी। इस पहल की शुरुआत फेसबुक और यूट्यूब लाइव सत्रों के माध्यम से, इस आयोजन से जुड़े माध्यमिक शिक्षा के छात्रों के लिए की गई। इस लॉन्च इवेंट को राज्य भर के शिक्षकों, सरकारी अधिकारियों और अभिभावकों ने देखा था।
निहार शांति पाठशाला फनवाला ने अपने एनजीओ पार्टनर ‘लीपफॉरवर्ड’ के साथ मिलकर राज्‍य में प्रभावी इंग्लिश लर्निंग प्रोग्राम की आवश्यकता को पूरा करने का बीड़ा उठाया है। यह अपनी तरह का पहला, अच्छी तरह से तैयार किया गया और टेलीविजन के अनुकूल मॉड्यूलर कार्यक्रम विकसित किया गया कार्यक्रम है, जिसे दूरदर्शन मध्य प्रदेश पर सोमवार से शुक्रवार तक सुबह 10:00 बजे प्रसारित किया जाएगा। इस कार्यक्रम को प्रत्येक 20-30 मिनट के 50 एपिसोड के माध्यम से प्रस्‍तुत किया जाएगा।
प्रत्येक एपिसोड एक विशिष्ट तकनीक पर केंद्रित होगा और इसके तीन भाग होंगे - पिछले सत्र का रीकैप, एक नई अवधारणा की प्रस्‍तुति और अवधारणा का अभ्यास। इसके साथ ही, बाइट-आकार वाली अंग्रेजी भाषा की अवधारणाओं को वीडियो, प्रैक्टिस शीट और क्विज़ के रूप में, व्हाट्सएप के डिजीएलईपी (डिजिटल लर्निंग एनहांसमेंट प्रोग्राम) के जरिये टीवी प्रोग्राम के साथ सिंक करते हुए, पेश किया जायेगा। पहल के बारे में बताते हुए, श्रीमती जयश्री कियावत (आईएएस), आयुक्त, सार्वजनिक निर्देश विभाग (डीपीआई), मध्‍य प्रदेश ने कहा कि "इस लॉकडाउन में मध्य प्रदेश में बच्चों के लिए शिक्षा में निरंतरता सुनिश्चित करने के लिए ‘हमारा घर, हमारा विद्यालय' पहल की शुरुआत की गई है। इसका उद्देश्य छात्रों को वर्चुअल वातावरण में अपनी पढ़ाई को सुरक्षित रूप से आगे बढ़ाने में सक्षम बनाना है। मैरिको लिमिटेड की निहार शांति पाठशाला फनवाला के साथ साझेदारी से हमें बेहद खुशी हो रही है और हमें विश्वास है कि यह सहयोग हमारे बच्चों को इनोवेटिव शिक्षण विधियों के जरिये गुणवत्तापूर्ण अंग्रेजी शिक्षा प्राप्त करने में सक्षम करेगा।”
साझेदारी के बारे में, उदयराज प्रभु, एक्‍जिक्‍यूटिव वाइस प्रेसिडेंट - बिजनेस प्रोसेस ट्रांसफॉर्मेशन एंड आईटी, मैरिको लिमिटेड ने कहा कि “निहार शांति पाठशाला फनवाला ने हमेशा बच्चों की शिक्षा के उद्देश्य के लिए इस विश्वास के साथ काम किया है कि शिक्षा व्यक्तियों और देश के विकास एवं प्रगति की आधारशिला है। मध्य प्रदेश के स्कूल शिक्षा विभाग के साथ, उनकी नई पहल 'हमारा घर, हमारा विद्यालय' को आगे बढ़ाते हुए, और टेक्‍नोलॉजी का लाभ उठाते हुए हम शिक्षा तक आसान पहुँच बनाना और बच्चों को एक ऐसी स्‍थिति तक पहुँचने में मदद करना चाहते हैं, जहाँ वे दक्षता के साथ अंग्रेजी पढ़ सकें, स्‍पेलिंग जान सकें और अंग्रेजी की अपनी समझ विकसित कर सकें। हम लॉकडाउन के दौरान
मध्य प्रदेश में बच्चों को शिक्षा उपलब्ध कराकर उनके जीवन पर सकारात्मक प्रभाव डालने का इरादा रखते हैं, जो उनके लिए अवसरों को उपलब्‍ध करायेगा, उनमें आत्मविश्वास पैदा करेगा और उन्हें अपनी क्षमता का अधिकतम लाभ उठाने के लिए सशक्‍त बनायेगा।”
पिछले कुछ वर्षों के दौरान, निहार शांति आंवला ने अवसरों एवं शिक्षा से वंचित बच्चों को शिक्षा उपलब्ध कराने के अपने उद्देश्‍य के प्रति ईमानदारी से काम किया है और इसके लिए अपने मुनाफे के 5% का योगदान दिया है। अपनी निहार शांति पाठशाला फनवाला पहल के अंतर्गत, कंपनी  ईवीआर-आधारित  स्पोकन इंग्लिश प्रोग्राम, ऐप-आधारित वर्चुअल स्कूल और व्हाट्सएप आधारित शिक्षक सशक्तीकरण कार्यक्रम जैसे विभिन्न कार्यक्रमों को सक्रिय रूप से चला रही है, ताकि बच्चों की शिक्षा प्रदान करने में सहायता प्रदान की जा सके। यह पहल भारत के हिंदी भाषी राज्यों में कार्यान्वयन के लिए तकनीकी रूप से सक्षम है। इसके अलावा, राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के दौरान, निहार शांति पाठशाला फनवाला ने पढाई पे लॉकडाउन नहीं अभियान शुरू किया है, जो यह सुनिश्चित करता है कि छात्र घर से भी सुरक्षित रूप से अंग्रेजी सीख सकते हैं।