एम्‍बेसी कार्यालय पार्क्‍स ने कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में पुलिस और अग्‍निशमन सेवाओं के साथ एकजुटता और समर्थन प्रदर्शित किया

May 07 2020

 भारत का पहला और एकमात्र सूचीबद्ध आरईआईटी, एम्‍बेसी ऑफिस पार्क्‍स आरईआईटी (एनएसई: एम्‍बेसी/ बीएसई: 542602) (‘एम्बेसी आरईआईटी’), कोविड-19 के प्रकोप के बाद से इसका प्रभाव कम करने के लिए प्रतिबद्ध है। स्थानीय समुदायों के साथ काम करने के अपने कॉरपोरेट लोकाचार के अनुरूप, एम्‍बेसी ऑफिस पार्क्‍स ने बेंगलूरु, मुम्‍बई, नोएडा और पुणे शहरों में विभिन्न पहल की शुरुआत की है, जिनमें महामारी में आगे बढ़कर सेवा प्रदान करने वाले पुलिस कर्मियों और अग्‍निशमन कर्मियों के लिए पर ध्यान केंद्रित किया गया है।
एम्‍बेसी आरईआईटी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी माइक हॉलैंड ने बताया कि "कोरोनोवायरस का प्रकोप सबसे पहले एक मानवीय त्रासदी है, जिसने दुनिया भर में लाखों लोगों को प्रभावित किया है। रोग के प्रसार को रोकने में सरकार के प्रयास वास्तव में सराहनीय हैं, और जहां तक संभव हो पूरक सहायता और राहत प्रदान करने में मदद करना प्रत्येक कॉरपोरेशन का भी कर्तव्य एम्‍बेसी ऑफिस पार्क्‍स में, हमने समुदाय के श्रमिकों की सहायता के लिए अपने प्रयासों पर ध्यान केंद्रित किया है और महत्वपूर्ण हस्तक्षेपों के साथ कोविड-19 संकट से निपटने के लिए 1 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया है।”
पुलिस और कानून प्रवर्तन एजेंसियों को सहयोग  
व्‍यवस्‍था बनाये रखने और यह सुनिश्चित करने के दौरान कि नागरिक लॉक-डाउन का पालन कर रहे हैं, ट्रैफ़िक पुलिस के वायरस के संपर्क में आने का खतरा अधिक है। सुरक्षित और स्वस्थ तरीके से अपने कर्तव्यों का पालन करने में उनकी सहायता करने के लिए, एम्‍बेसी आरईआईटी ने कई शहरों में, जहां एम्‍बेसी की संपत्ति स्थित है (बेंगलुरु, पुणे, नोएडा और मुम्‍बई), आठ हाइड्रेशन स्टेशन स्थापित किए हैं। ये हाइड्रेशन स्टेशन पीने के पानी, चाय/कॉफी, जलपान, प्राथमिक चिकित्सा और शौचालय से सुसज्जित हैं। ये हाइड्रेशन स्टेशन 24 घंटे खुले रहते हैं ताकि शिफ्टों में काम करने वाले पुलिस कर्मी शिफ्टों के बीच आराम और जलपान कर सकें।
इसके अलावा, एम्‍बेसी आरईआईटी ने इन शहरों में कार्य बलों के लिए 50,000 से अधिक सैनिटाइज़र, 1,00,000 से अधिक डिस्पोजेबल सुरक्षात्मक मास्क और पौष्‍टिक स्नैक्स की व्‍यवस्‍था की है। इस पहल से हर दिन 15,000 से अधिक पुलिस कर्मियों की सहायता की जाती है और इस कार्यक्रम ने अब तक 2,00,000 से अधिक पुलिस कर्मियों को सहायता पहुंचाई है। 
बेंगलुरु सिटी ट्रैफिक पुलिस के संयुक्त यातायात आयुक्त डॉ. बी. आर. रविकांते गौड़ा ने बताया कि “जब एम्‍बेसी ने हमारे पूरे बल को अपना सहयोग देने के लिए संपर्क किया तो हम बहुत आभारी हुए और हमें सुखद आश्चर्य हुआ। चूंकि ट्रैफिक पुलिस के जवान वायरस के प्रसार को रोकने के लिए दिन-रात काम कर रहे हैं, इसलिए हम सावधानी बरतने के साथ-साथ उनकी सुरक्षा के मामले में भी सावधानी बरत रहे हैं। दयालुता और उदारता के ऐसे कार्य वास्तव में पूरे बल को प्रोत्साहित और प्रेरित करने वाले हैं।”
इसके अलावा, एम्‍बेसी आरईआईटी ने कई शहरों में पुलिस थानों और दमकल केंद्रों को नियमित रूप से सैंनिटाइजेशन और फ्युमिगेशन प्रदान किया है। फ्यूमिगेशन उपकरणों के दान के साथ नियमित सर्विसिंग ने वायरस के प्रसार को रोकने और सामाजिक कार्यकर्ताओं के जीवन की रक्षा करने में मदद की है।
श्री मधुकर पांडे, संयुक्त पुलिस आयुक्त, यातायात, मुम्बई ने कहा कि “हम एम्‍बेसी की टीम के शुक्रगुज़ार हैं, जो इस कठिन दौर में सैनिटाइज़र, पोषण प्रदान करके और 2 हाइड्रेशन पॉइंट्स स्थापित करके मौके पर काम करने वाले यातायात पुलिस कर्मियों की सहायता के लिए हमारी मदद कर रहे हैं।”
समुदाय की देखभाल
प्रवासी कामगारों और दिहाड़ी मजदूरों एवं कर्मचारियों द्वारा सामना किए जाने वाले संकट को कम करने के लिए, एम्‍बेसी ने अन्य जिम्मेदार परियोजनाएं संचालित करने के लिए अपने सहयोगात्‍मक  मॉडल को सक्रिय किया। इसके परिणामस्वरूप विभिन्न कॉरपोरेट किरायेदारों और साझेदारों के साथ आंतरिक कर्मचारियों ने 3,00,000 से अधिक भोजन पैकेट उपलब्‍ध कराने हेतु सूखा राशन, पौष्टिक भोजन, स्वच्छ पानी और सैनिटेशन प्रदान करने के लिए 115 लाख रुपये से अधिक का योगदान दिया।
बिजनेस पार्कों में और आसपास के समुदायों, आसपास के सरकारी स्कूलों, दैनिक दिहाड़ी और प्रवासी मजदूरों, शिविरों में रहने वाले निर्माण श्रमिकों और विभिन्न भौगोलिक क्षेत्रों में गरीबी रेखा से नीचे के लोगों को नियमित रूप से पके भोजन या सूखे भोजन राशन की सहायता पहुंचाई गई है। इसके अलावा, एम्‍बेसी स्थल पर निर्माण श्रमिकों को स्वच्छ पेयजल की सुविधाओं, हैंडवाशिंग स्टेशन और उनके रहने के स्थानों के नियमित सैंनिटाइजेशन जैसे सुरक्षा उपायों से लाभ पहुंचा है।