कार्यक्रममानव को मोमबत्ती, सुई की तरह जीवन बिताना चाहिए, ताकि हम जोड़ना सीखंे-मुनिश्री मुनिश्री का आज मंगल प्रवेष उपग्वालियर जैन मदिंर कमेटी सिद्धचक्र विधान के लिए करेंगी

Oct 31 2019


     ग्वालियर-भगवान हमें जिनवाणी में बता रहे हैं, हे मानव तुमने जीवन तो पा लिया है, लेकिन इसमें किस तरह रहना है, इसका सही ज्ञान हमें लगाना है। जिस प्रकार दीपक जलकर रोशनी पैदा करता है, उसी प्रकार हमें गुरुजनों, महापुरुषों के समक्ष पहुंचकर अंधकार रूपी अज्ञान को हटाकर ज्ञान रूपी प्रकाश को जगाना है। यह बात मुनिश्री संस्कार सागर महाराज ने आज गुरूवार को नई सडक स्थित चंपाबाग धर्मषाला में लोहमंडी जैन मदिंर कमेटी ने 4 से 12 नवंबर तक आयोजित होने वाले सिद्धचक्र विधान में सम्मालित होने के लिए श्रीफल चढ़ाकर उन्हें आषीश वचन दिए। 
    मुनिश्री ने कहाकि हमारा जीवन मोमबत्ती, केश व सुई की तरह होना चाहिए। मोमबत्ती जलकर प्रकाश देती हैं, स्वयं को नष्ट करके दूसरों को रोशन करती हैं। हमें भी कष्टों को सहन करके दूसरों को सुख पहुंचाना। केश बाल जो मुलायम व लचीले होते हैं उसी प्रकार हमारा जीवन मुलायम लचीला हो। सुई का काम जोड़ना है तोड़ना नहीं, सुई व धागा मिलकर फटी चादर को सिल देते हैं। इसी प्रकार संशय व बिखरे हुए परिवार समाज को जोड़ने का काम करें। किसी का दिल नहीं दुखाते भाव का प्रकाश करें, तो हमारा यह मानव जीवन सफल होगा। मंदिर समिति के अध्यक्ष पदमचंद जैन, महामंत्री देवेद्र जैन, दिलीप जैन, नवरंग जैन, मनीश जैन अमित जैन,
आज 1 नबवंर को मुनिश्री का भव्य मंगल प्रवेष लोहमंडी में होगा 
    जैन समाज के प्रवक्ता सचिन जैन ने बताया ंिक पूज्य मुनि संस्कार सागर महाराज के सानिध्य में 4 से 12 नबवंर तक आयोजित होने सिद्धचक्र महामंडल विधान के लिए उपग्वालियर सकल जैन समाज के लोगा गोपचल पर्वत से 1 नबवंर प्रात 7ः 00 बजे मुनिश्री का प्रवेष बैडबजो के साथ उपग्वलियर लोहमंडी स्थित लाला गोकुलचंद जैसवाल दिगंबर जैन मंदिर में प्रात 8 बजे धूमधाम के साथ होगा। 9 बजे से मंगल अषीश वचन प्रवचन होगे।
सिद्धचक्र मंडल विधान 4 नबवर से 12 नबवंर तक होगा, सांस्कृतिक कार्यक्रम होगे
  जैन समाज के प्रवक्ता सचिन जैन ने बताया ंिक उपग्वालियर सकल दिगंबर जैन समाज के तत्वाधान में मुनिश्री के सानिध्य एवं विधानचार्य षषिकांत षास्त्री के निर्देशन में श्री सिद्ध चक्र मंडल विधान एवं विश्व शांति महायज्ञ होगा। 4 नबवर को मंगल कलष यात्रा, प्रतिदिन प्रातः 6 बजे अभिषेक, शातिंधारा ,पूजन विधान, प्रात मुनिश्री के प्रवचन होगे। षाम का आरती, एवं रात्रि में सांस्कृतिक कार्यक्रम होगे। 12 नवबर को विष्वषांति यज्ञ एवं रथयात्रा के साथ समपान होगा।