पढ़ाई केवल पास होने के लिए नहींए ज्ञानवर्धन के लिए करें दृ कलेक्टर श्री चौधरी विद्यादान योजना के तहत उत्कृष्ट विद्यालय मुरार में कलेक्टर ने 10वीं कक्षा के बच्चों को पढ़ाया

Jul 22 2019

 

 पढ़ाई केवल परीक्षा पास करने के लिए नहींए बल्कि ज्ञानवर्धन के लिए करना चाहिए। हमारा उद्देश्य पढ़ाई के माध्यम से अधिक से अधिक ज्ञान अर्जित करना होना चाहिए। यह बात कलेक्टर श्री अनुराग चौधरी ने उत्कृष्ट विद्यालय मुरार में दसवीं कक्षा के छात्रों को पढ़ाते हुए कही। ग्वालियर जिले में विद्यादान योजना के तहत शासकीय स्कूलों में अधिकरियोंए इंजीनियरों और सीनियर छात्रों के माध्यम से पढ़ाने का अभियान प्रारंभ किया गया है। 
    ग्वालियर जिले में विद्यादान योजना शुरू की गई है। इस योजना के तहत जिले के चयनित 100 शासकीय स्कूलों में शिक्षकों के अतिरिक्त अधिकारीए प्रोफेसरए इंजीनियर एवं विभिन्न कॉलेजों के सीनियर छात्र स्कूली बच्चों को ज्ञानवर्धन हेतु पढ़ायेंगे। इसी अभियान के तहत सोमवार को कलेक्टर श्री अनुराग चौधरी उत्कृष्ट विद्यालय मुरार पहुँचे। उन्होंने स्कूल में दसवीं कक्षा के छात्रों की क्लास में पढ़ाया। 
    कलेक्टर श्री अनुराग चौधरी ने छात्र.छात्राओं को साइंस का चैप्टर समझाया। क्लास में इलेक्ट्रिक विषय पर विस्तार से छात्रों को जानकारी दी गई। इसके साथ ही छात्र.छात्राओं द्वारा विभिन्न प्रश्न भी कलेक्टर से पूछे गएए जिनका उन्होंने समाधान किया। कलेक्टर श्री चौधरी ने छात्र.छात्राओं से कहा कि बेहतर जीवन बनाने के लिए शिक्षा सबसे जरूरी है। प्रगति का कोई शॉर्टकट नहीं होता है। इसके लिए मेहनत आवश्यक है। कलेक्टर ने छात्र.छात्राओं से कहा कि पढ़ाई को वह अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं। प्रतिदिन सुबह जल्दी उठकर नियमित अध्ययन की आदत डालें। 
    कलेक्टर श्री अनुराग चौधरी ने यह भी कहा कि नियमित अध्ययन करने वाले छात्र कभी.भी किसी परीक्षा में असफल नहीं होते हैं। केवल परीक्षाओं के दिनों में ही पढ़ने वाले छात्रों को दिक्कतें आती हैं। कलेक्टर ने कहा कि स्कूल में जो पढ़ाया जाएए उसे छात्र.छात्राएं घर जाकर भी अवश्य पढ़ें। एक ही चीज को बार.बार पढ़ने से वह चिरस्थायी हो जाती है। छात्र.छात्राएं जो आज पढ़ेंए उसे अगले दिन पढ़ें और 15 दिन बाद पुनरू उसे पढ़ें। इस आदत को अपने जीवन में ढाल लेंए ताकि जो भी पढ़ें वह उन्हें हमेशा याद रहे। 
    कलेक्टर श्री अनुराग चौधरी ने दसवीं कक्षा के छात्रों को इलेक्ट्रिसिटी विषय पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने छात्र.छात्राओं से सवाल हल कराकर भी देखे। कलेक्टर ने छात्र.छात्राओं को आश्वस्त किया कि वे आगामी 15 दिनों के बाद पुनरू उनकी कक्षा में आयेंगे और आज जो पढ़ाया हैए उसके बारे में जानकारी लेंगे। इसके साथ ही छात्र.छात्राओं को उन्होंने कई सवाल भी दिएए जिनका अध्ययन कर हल करने को कहा। कलेक्टर ने स्कूल के प्राध्यापकों से भी आग्रह किया कि बच्चों को अच्छे से पढ़ाऐं और उनकी जिज्ञासाओं को पूछकर निराकृत करें। 
विद्यादान योजना एक नजर में 
    कलेक्टर श्री अनुराग चौधरी की पहल पर शासकीय स्कूल के बच्चों की शिक्षा में गुणात्मक सुधार के लिए विद्यादान योजना प्रारंभ की गई है। इस योजना के तहत प्रथम चरण में जिले के 100 शासकीय स्कूलों का चयन किया गया है। चयनित विद्यालयों में जिले के अधिकारीए इंजीनियरए जिला अधिकारियों सहित एमआईटीएसए आईटीएमए मेडीकल कॉलेज सहित विभिन्न विश्वविद्यालयों में अध्ययनरत वरिष्ठ छात्र.छात्राएं स्कूलों में जाकर बच्चों को पढ़ायेंगे। 
    विद्यादान योजना का उद्देश्य है कि कक्षा.5 तक के बच्चों की नींव मजबूत करनाए कक्षा.6 से 9 तक के बच्चों की योग्यता का संवर्धन करना तथा कक्षा.10वीं से 12वीं तक के बच्चों को विभिन्न परीक्षाओं की तैयारियों की जानकारी एवं बारीकियां समझाना। विद्यादान योजना के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए विभिन्न विश्वविद्यालयोंए एमआईटीएसए आईटीएम आदि संस्थानों से संपर्क कर उनके छात्र.छात्राओं को पढ़ाने हेतु प्रेरित किया जायेगा। इन संस्थानों को 10 दृ 10 स्कूलों की जवाबदारी सौंपकर शासकीय स्कूल के बच्चों को पढ़ाने का कार्य किया जायेगा। 
    कलेक्टर श्री अनुराग चौधरी ने जिले के सभी विभागों के जिला अधिकारियों से आग्रह किया है कि वे एक दृ एक स्कूल का चयन कर उसमें विद्यादान योजना के तहत क्लास लेना प्रारंभ करें। शासकीय अधिकारियों को यह भी कहा गया है कि दूसरे और चौथे शनिवार का चयन करेंए ताकि शासकीय अवकाश के दिनो में स्कूलों में जाकर क्लास ले सकें। कलेक्टर श्री अनुराग चौधरी ने अधिकारियों से यह भी आग्रह किया है कि जिन अधिकारियों की धर्मपत्नियां विद्यादान योजना के तहत भागीदारी करना चाहती हैं उन्हें भी भागीदार बनायें।