भिण्ड में बीहड विकास कृषि महाविद्यालय

Jun 21 2019


 


    डॉ0 भागीरथ प्रसाद, पूर्व सांसद, भिण्ड दतिया ने केन्द्रीय कृषि मंत्री     श्री नरेन्द्र सिंह तोमर से मांग की है कि चम्बल क्षेत्र में बीहड़ विकास को लेकर भिण्ड में भारत सरकार द्वारा कृषि महाविद्यालय स्थापित किया जाए जिससे चम्बल एवं बुन्देलखण्ड के विकास के लिए शोध कार्य हो तथा यह क्षेत्र समृद्ध बन सके। 
    उल्लेखनीय है कि डॉ0 प्रसाद द्वारा अपने संसदीय कार्यकाल के दौरान चम्बल क्षेत्र की बीहड़ समस्या के निराकरण के लिए 7 मार्च, 2016 को एक विश्व सम्मेलन ग्वालियर में आयोजित किया गया था। इस सम्मेलन में विश्व के विशेषज्ञों ने चर्चा एवं मैदानी निरीक्षण के उपरान्त एक प्रतिवेदन तैयार किया था। इस संदर्भ में विश्व बैंक से 1200 करोड़ रूपये की राशि मिलने वाली है। इस योजना के क्रियान्वयन के लिए क्षेत्र के युवाओं को कृषि विज्ञान में प्रशिक्षित किया जाए तथा बीहड़ विकास के लिए फलोद्यान, बांस का उत्पादन आदि के उपायों को मूर्त रूप देने के लिए पूर्व सांसद ने केन्द्रीय मंत्री जी से महारानी लक्ष्मीबाई केन्द्रीय विश्वविद्यालय झांसी से सम्बद्ध एक महाविद्यालय भिण्ड में स्थापित किया जाए। 
    पूर्व सांसद ने मांग की है कि वर्तमान में भिण्ड में कोई इंजीनियरिंग, मेडिकल एवं कृषि महाविद्यालय नहीं है। कृषि विज्ञान केन्द्र भी जिला मुख्यालय पर नहीं है। अतः ऐसे उपेक्षित क्षेत्र में बीहड़ विकास का यह संस्थान मुरैना, श्योपुर के साथ ही राजस्थान एवं उत्तर प्रदेश के क्षेत्र के विकास का प्रमुख केन्द्र होगा। 
    डॉ0 प्रसाद ने अनुरोध किया कि दतिया में पूर्व स्वीकृत पशुधन विज्ञान कॉलेज एवं शोध संस्थान के लिए 250 करोड़ की राशि प्रदान की जाए। दतिया में विकसित होने वाला यह महाविद्यालय चम्बल एवं बुन्देलखण्ड के पशुधन विकास में महती भूमिका निभायेगा।