गिरते भू जलस्तर को गंभीरता से लें, बनाएं 100 हैक्टेयर भूमि को हरित क्षेत्र: कलेक्टर श्री अनुराग चौधरी विश्व पर्यावरण दिवस पर कार्यक्रम हेतु कार्यशाला का आयोजन

Jun 01 2019

 


ग्वालियर दिनांक 01 जून 2019 - ग्वालियर शहर के घटते भू-जल स्तर व पर्यावरण की स्थिति को देखते हुए वाटर हार्वेस्टिंग की विस्तृत योजना बनाएं तथा एक हैक्टेयर से अधिक भूमि वाले संस्थानों को प्राथमिकता से लेकर वाटर हार्वेस्टिंग कराई जाए। वाटर हार्वेस्टिंग के लिए जनभागीदारी से अधिक से अधिक कार्य कराया जाए तथा लोगों को इसके लिए प्रेरित करें। इसके लिए युद्व स्तर पर अभियान चलाने का आग्रह किया गया। उक्ताशय के विचार कलेक्टर श्री अनुराग चौधरी 5 जून विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर अधिक से अधिक पौधारोपण हेतु आयोजित कार्यशाला को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। इस अवसर पर बडी संख्या में सामाजिक संगठनों, शासकीय व अर्धशासकी विभागों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। 
        आगामी 5 जून को पर्यावरण दिवस के मद्देनजर कलेक्टर श्री अनुराग चौधरी की अध्यक्षता में बाल भवन में आयोजित कार्यशाला में शहर के 100 हेक्टेयर क्षेत्र को हरित करने का प्रस्ताव लाया गया। कलेक्टर ने उपस्थित विभागों के प्रतिनिधियों से वृक्षरोपण को समयबद्ध व विधिवत रूप से रूपरेखा तैयार करने के निर्देश दिये। शहर के मार्ग, पहाड़ियों, शासकीय भवनों, रिक्त शासकीय भूमि आदि स्थलों को चयनित कर इन पर वृक्षारोपण करने का उत्तरदायित्व सौंपा। श्री चौधरी ने बताया कि शहरवासियों को बेहतर पर्यावरण सुनिश्चहित करना सामूहिक जिम्मेदारी है तथा इसका निर्वाह सबको भागीदारी से करना चाहिए। जिन विभागों में ठेके दिए जाते हैं, उनके ठेकेदारों द्वारा वृक्षरोपण कराया जाए।
       उन्होंने कहा कि खदान संचालकों, सड़क व भवन निर्माताओं आदि ठेकेदारों से चयनित स्थलों पर निश्चित मात्रा में वृक्षारोपण करने के लिए निर्देशित किया जाये। इस पहल में जलालपुर स्थित एसटीपी में 16 हेक्टेयर भूमि को ग्रीनलंग एरिया में विकसित किया जाने के लिए संस्थाओं तथा विभागों से संकल्प लिया गया। चिन्हित स्थलों पर आने वाले 15 दिनों में वर्षा से पहले गड्ढे किये जायेंगे तथा कलेक्टर ने सम्बंधित अधिकारियों के साथ निरीक्षण करने की बात कही। 
        जलालपुर एसटीपी के अलावा पुतलीघर पहाड़ी, राज्य कर्मचारी आवास पहाड़ी, रतनगढ़ रोड, कलेक्ट्रेट पहाड़ी, हजीरा स्थित प्रसूति ग्रह, 1000 बिस्तर चिकित्सालय जैसे स्थलों को प्रारम्भिक दौर में वृक्षरोपण के लिए चिन्हित किया गया। कलेक्टर ने बैठक में उपस्थित ग्वालियर स्मार्ट सिटी के सीईओ श्री महीप तेजस्वी को विभागों से समन्वय स्थापित कर समयबद्ध तरीके से इस कार्य को बढ़ाने के लिये कहा।    
       नगर निगम आयुक्त श्री संदीप माकिन ने उद्यान प्रभारी श्री मुकेश बंसल को योजनाबद्ध तरीके से सभी विभागों के साथ सामंजस्य बनाकर उनकी आवश्यकताओं अनुसार मदद करने के निर्देश दिये। उन्होंने कुलपति निवास से कलेक्ट्रेट तक अमलतास व कचनार पथ विकसित करने की योजना भी साझा की। श्री माकिन ने नगर निगम द्वारा इस पहल को सफल बनाने के लिये हर सम्भव सहायता का आश्वासन दिया। 
     कार्यशाला में स्मार्ट सिटी सीईओ श्री महीप तेजस्वी ने प्रेजेंटेशन के माध्यम से आगामी योजना प्रस्तुत की तथा इस पहल को सफल बनाने के लिये सुझाव साझा किये। कार्यशाला में यह भी निर्णय लिया गया कि एक विस्तृत चर्चा का आयोजन जल्द कराया जाए जिसमें शहर के स्कूल व कॉलेज संचालक, पेट्रोल पम्प संचालक, खनिज विभाग से जुड़े ठेकेदार, मेरिज गार्डन संचालक, मेला विकास प्राधिकरण के अधिकारी, टाउनशिप व भवन निर्माता आदि को सम्मिलित किया जाए।  
          कार्यशाला में सीईओ जिला पंचायत श्री शिवम वर्मा, अपर कलेक्टर श्री अनूप सिंह, नगर निगम के अपर आयुक्त श्री नरोत्तम भार्गव, एसडीएम श्री जयंती सिंह, एनजीओ सदस्य, लाइंस व जेसीआई क्लब के प्रतिनिधि, नगर निगम, जिला पंचायत, पीडबल्यूडी, पीआईयू, जीडीए, स्मार्ट सिटी के अधिकारी उपस्थित रहे।

पर्यावरण के क्षेत्र में कार्य करने वाली संस्थाओं ने ली जिम्मेदारी
       कार्यशाला में पर्यावरण समूह के 75 वर्षीय श्री बीएल राठौर ने राज्य कर्मचारी पहाड़ी पर किए वृक्षरोपण की जानकारी दी। ज्ञात हो कि श्री राठौर गत 15 वर्षों में 13000 से अधिक पेड़ लगा चुके हैं तथा उनकी पूर्ण रूप से देख रेख भी कर रहे हैं। उन्होंने वृक्षरोपण को सफल बनाने के लिए मुख्य बिन्दु सभी के समक्ष रखे ताकि रोपे गए पौधे वृक्ष का रूप ले सकें। इसके साथ ही मिशन 100 करोड संस्था के सदस्यों द्वारा भी सहभागिता का संकल्प लिया गया। उक्त संस्था द्वारा 10 हजार पौधे लगाने व उनके संरक्षण का संकल्प लिया। वहीं साईलीला सेवा संस्थान के सदस्यों द्वारा भी आरटीओं के नवीन परिसर को गोद लेकर 500 पौधे लगाने का संकल्प लिया।