मीजल्स.रूबेला बीमारी की निगरानी एवं रोकथाम पर कार्यशाला आयोजित

Apr 23 2019

 

 भारत शासन के निर्देशानुसार वर्ष 2020 तक मीजल्स.रूबेला बीमारी का उन्मूलन किया जाना है। जिसके लिये समस्त चिकित्सा अधिकारी एवं ब्लॉक स्तर के मैदानी अमले को वैक्सीन से रोकी जा सकने वाली बीमारियां जैसे खसरा.रूबेला के साथ.साथ गलघोंटूए कुकर खाँसीए टिटनसए पोलियो के संभावित मरीजों की पहचानए जाँचए उपचार तथा रिकॉर्ड संधारण के लिए प्रशिक्षित किया गया। यह जानकारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉण् मृदुल सक्सेना ने कार्यशाला में दी। कार्यशाला का आयोजन पड़ाव स्थित विनायक होटल में हुआ। इस अवसर पर संचालक स्वास्थ्य डॉण् एण् केण् दीक्षितए उप संचालक डॉण् सुरेन्द्र भार्गवए डॉण् व्ही के गुप्ता ने भी विचार व्यक्त किए। 
    डब्ल्यूएचओ के एसएमओ डॉण् एम एस राजावत ने बताया कि इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य खसरा.रूबेला एवं वैक्सीन से रोकी जाने वाली अन्य बीमारियों से बचाव करना है। जिसके लिए उन्होंने विस्तृत दिशा.निर्देश दिए। जिनमें बीमारियों के पहचानने के लक्षणए जाँच का तरीका एवं उपचार के बिंदु तथा रिकॉर्ड संधारण इत्यादि शामिल हैं। 
    जिला टीकाकरण अधिकारी डॉण् आर के गुप्ता ने बताया कि मीजल्स.रूबेला टीकाकरण अभियान के संचालन से इस बीमारी के मरीजों की संख्या में कमी आई है और यह भविष्य में लगातार तभी संभव हैए जब नियमित टीकाकरण 95 प्रतिशत से अधिक होए जिसके लिए नियमित टीकाकरण पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। साथ ही टीकाकरण के लिए आमजन से सहयोग अपेक्षित है।