अग्निशमन सप्ताह मनाकर फायरकर्मिंयों ने लोगों को बताये फायर बिग्रेड के साहसिक कार्य

Apr 21 2019



- ग्वालियर शहर में होने वाली विभिन्न दुर्घटनाओं में निगम के कर्मचारी बिना अपनी जान की परवाह किए लोगों के जान माल की सुरक्षा करते हैं तथा बड़ी से बड़ी घटना को रोकने में मददगार होते हैं एवं बहुत ही बहादुरी से कार्य करते हैं। यह बात नोडल अधिकारी फायर बिग्रेड श्री केशव सिंह चौहान ने आज रविवार को अग्नि शमन सप्ताह के समापन के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में फायर बिग्रेड के कर्मचारियों को उत्साहवर्धन करते हुए कही।
        उल्लेखनीय है कि अग्निशमन सेवा सप्ताह 14 अप्रैल 1944 को मुंबई के विक्टोरिया डॉक में हुए बम धमाके में हुए शहीदों को श्रद्धांजलि देने हेतु आयेाजित किया जाता है। अग्निशमन सेवा सप्ताह आग बुझाने से बेहतर आग की रोकथाम पर आधारित है। फायर बिग्रेड नगर निगम द्वारा अग्निशमन सेवा सप्ताह कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें नोडल अधिकारी श्री केशव सिंह चौहान के साथ अग्निशमन अधिकारी श्री उमंग प्रधान तथा सहायक अग्निशमन अधिकारी श्री देवेंद्र कुमार जखेनियाँ, श्री कोमल सिंह बरेलिया तथा श्री विवेक दीक्षित के नेतृत्व में विभिन्न ड्रिल जैसे होज ड्रिल, पेट्रोल की आग आदि कार्यक्रम आयोजित किये गये। अग्निशमन सप्ताह के दौरान एयरफोर्स महाराजपुरा के साथ मिलकर एयर फोर्स स्टेशन महाराजपुरा, एनसीसी कैम्प, ऑडिट भवन, लेखा भवन एवं अन्य विद्यालयों में मॉक ड्रिल तथा रेस्क्यू ड्रिल भी आयोजित की गई। 
 विभिन्न कार्यक्रमों के दौरान अग्नि सेवकों द्वारा अनेक प्रकार के साहसिक प्रदर्शन प्रस्तुत किये गये जैसे कि वह किसी दुर्घटना या अग्निकाण्ड के समय साहसिक प्रदर्शन कर लोगों के जानमाल की सुरक्षा करते हैं। इस दौरान फायरकर्मियों द्वारा फायर एन्ट्री शूट को पहनकर जलती आग में प्रवेश कर आग में फंसे नागरिकों को बचाने का साहसिक प्रदर्शन किया गया। 
         कार्यक्रम के दौरान सभी लोगों को यह भी जानकारी दी गई कि निगम के फायर बिग्रेड दल द्वारा गतवर्ष 1 जनवरी 2018 से 31 दिसंबर 2018 तक ग्वालियर शहर तथा ग्रामीण में हुए फायर कॉल से हुई हानि तथा अग्निशमन दल द्वारा किए गए बचाव के बारे में जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि ग्वालियर शहर तथा ग्रामीण में कुल रेस्क्यू कॉल 271 हुए तथा कुल फायर कॉल 1158 हुए जिसमें 58 मनुष्य को जीवित बाहर निकाला गया तथा 171 पशु बचाए। वर्ष भर में आग से तकरीबन 35,34,31,500  की हानि हुई तथा 70 करोड़ के लगभग आग से नुकसान होने से बचाया गया।