सामाजिक समरसता के प्रतीक थे, बाबा साहब अंबेडकरः शेजवलकर डॉ. अंबेडकर की जयंती मनाई गई

Apr 14 2019


ग्वालियर। बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर ने दलितों और वंचित परिवारो को समाज में बराबर का स्थान दिलाने के लिए सामाजिक सुधार के लिए काम किया। डॉ. अंबेडकर सामाजिक समरसता के प्रतीक थे। डॉ. अंबेडकर ने सामाजिक समरसता व गरीबों के उत्थान के लिए संविधान में आरक्षण की व्यवस्था की। यह विचार लोकसभा प्रत्याषी विवेक शेजवलकर ने ललितपुर कॉलोनी कार्यालय में डॉ. अंबेडकर जयंती के कार्यक्रम में व्यक्त किए। इस मौके पर भाजपा नेता डॉ. सतीष सिकरवार, जिला महामंत्री कमल माखीजानी, जिला महामंत्री महेष उमरैया, धमेन्द्र आर्य, षिवराम जाटव, पुरूशोत्तम टमोटिया ‘पार्शद’, पोहप सिंह जाटव, राजेष्वर राव, पप्पू बडौरी, जयंत षर्मा, प्रमोद जैन, रामसेवक षर्मा आदि मंचासीन रहे।
  भारत रत्न एवं संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की 128 वीं जयंती आज ललितपुर कॉलोनी कार्यालय में लोकसभा प्रत्याषी विवेक शेजवलकर के मुख्य आतिथ्य में धूमधाम से मनाई गई, इस मौके पर केक काटा गया तथा मिश्ठान वितरण किया गया। कार्यक्रम के प्रारंभ मे मुख्य अतिथि लोकसभा प्रत्याषी विवेक शेजवलकरने डॉ. अंबेडकर के चित्र पर माल्यापर्ण किया। इस मौके पर लोकसभा प्रत्याषी विवेक शेजवलकर ने कहा कि डॉ. भीमराव अंबेडकर को बाबा साहेब नाम से भी जाना जाता है। अंबेडकर जी उनमें से एक है, जिन्होंने भारत के संविधान को बनाने में अपना योगदान दिया था। अंबेडकर जी एक जाने माने राजनेता व प्रख्यात विधिवेत्ता थे, इन्होंने देष में से छुआ-छूत, जातिवाद को मिटाने के लिए बहुत से आन्दोलन किये। बाबा साहेब ने अपना पूरा जीवन गरीबों को दे दिया, दलित व पिछड़ी जाति के हक के लिए इन्होने कड़ी मेहनत की। आजादी के बाद पं. जवाहरलाल नेहरू के कैबिनेट में पहली बार अंबेडकर जी को लॉ मिनिस्टर बनाया गया था। अपने अच्छे काम व देष के लिए बहुत कुछ करने के लिए अंबेडकर जी को सन् 1990 में देष के सबसे  बडे सम्मान भारत रत्न से नवाजा गया। श्री षेजवलकर ने कहा कि बाबा साहेब ने कभी भी जातिवाद की राजनीति को बढावा नहीं दिया। वे सर्वजन हिताय और सर्वजन सुखाये की बात करते थे।  
      इस मौके पर डॉ. सिकरवार ने कहा कि बाबा साहेब ने दीन-हीन एवं वंचितों को ऊपर उठाने का हमेषा कार्य किया। उनके बताए मार्ग पर चलकर ही सर्वसमाज आगे बढ़ सकता है। उन्होने कहा कि डॉ. अंबेडकर ने सामाजिक समरसता के लिए देष और दुनिया को मिलकर काम करने का संदेष दिया। बाबा साहेब के बारे में पूरा समूचा भारत जानता है। वे कितने महान व्यक्तित्व के मनुश्य थे उससे हम सब अबगत है। वे एक राजनेता होने के साथ-साथ एक महापुरूश और समाज सुधारक थे। उन्होंने दलित समाज पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ आवाज उठाई थी। 
    कार्यक्रम मंे सुरेष नीखरा, ष्याम बंसल, अवधेष कौरव, विजय बहादुर त्यागी, प्रमोद जैन, सुरेष प्रजापति, अभय कुमार सिंह, अंकित कठठ्ल, रामअवतार पाल, श्रीमती अर्चना षर्मा, श्रीमती लक्ष्मी, श्रीमती राधारानी पाल, सविता पाल, श्रीमती सीमा धोलकर, राजेन्द्र राजावत्, राजू चौरसिया, अनीष मंसूरी, भुवनेष सारस्वत, करन षाक्य, करन षाक्य, राजेन्द्र गुप्ता आदि मौजूद रहे।