24 कुंडली गायत्री महायज्ञ एवं प्रज्ञा पुराण कथा

Dec 20 2025

ग्वालियर। गायत्री शक्तिपीठ एवं गायत्री परिवार रचनात्मक ट्रस्ट द्वारा आयोजित कार्यक्रम में ब्रह्मवादिनी बहनों ने बताया कि हमारी संस्कृति संस्कारों की संस्कृति है संस्कारों से ही व्यक्ति द्विज बनता है। हमारे ऋषियों ने 16 संस्कार बनाए। जिसमें आचार्य श्रीराम शर्मा ने दो नए संस्कार जोड़े जन्मदिवस संस्कार एवं विवाह दिवस संस्कार प्रत्येक वर्ष मनाया जाते हैं। 
आज वैवाहिक संबंध टूट रहे हैं इसलिए आवश्यक है कि प्रत्येक वर्ष वैवाहिक संस्कार की गई प्रतिज्ञाएं याद करें एवं उन्हें मनाये। जीवन मूल्यों को जानने प्रत्येक वर्ष जन्म दिवस संस्कार भी मानना चाहिए।
कार्यक्रम संयोजक बबली बंसल एवं मीडिया प्रभारी डॉ. संजय गुप्ता ने बताया कि कार्यक्रम में 20 विद्या आरंभ संस्कार 15 अन्नप्राशन संस्कार 30 दीक्षा संस्कार एवं 50 गर्भोत्सव संस्कार संपन्न कराए गए। 24 कुंडी गायत्री महायज्ञ एवं प्रज्ञापूर्ण कथा के समापन अवसर पूर्णाहुति के साथ संकल्प लिया कि हम प्रत्येक दिवस गायत्री मंत्र की साधना करेंगे नित्य सूर्य का ध्यान करेंगे एवं अपनी प्रतिभा प्रखर करेंगे। इस अवसर पर ग्वालियर भिंड मुरैना दतिया लहर इंदरगढ़ आदि क्षेत्रों से हजारों लोगों ने भाग लिया। आज के कार्यक्रम में लगभग 5 हजार व्यक्तियों ने पूर्णआहुति दी।
कार्यक्रम में रंजीत पंजवानी, प्रदीप तपा, सुषमा सिंह, डॉ. श्रद्धा सक्सेना, उषा गुप्ता, राजकुमारी तोमर, सरोज बंसल, अनीता मिश्रा, लक्ष्मी गर्ग, सुनीता बंसल, गीता तिवारी, सीमा सोनी, प्रवीण गुप्ता, विजय राय, नरेंद्र भारद्वाज, दिनेश, रमेश शिवहरे, रामकुमार शिवहरे, वीके गुप्ता एवं अशोक गुप्ता उपस्थित थे।