पर्यटन एवं हॉस्पिटैलिटी क्षेत्र में फोटोग्राफी का महत्व और संभावनाएँ

Dec 18 2025

ग्वालियर। शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय थाटीपुर में छात्राओं के लिए पर्यटन एवं हॉस्पिटैलिटी क्षेत्र में फोटोग्राफी विषय पर एक विचारोत्तेजक व्याख्यान का आयोजन किया गया। इस अवसर पर पथ संस्था के संस्थापक विकास जैन ने फोटोग्राफी को केवल एक कला या तकनीकी कौशल नहीं, बल्कि पर्यटन, हॉस्पिटैलिटी, रोजगार, अर्थव्यवस्था और मानवीय संबंधों को जोडऩे वाले एक प्रभावशाली माध्यम के रूप में प्रस्तुत किया।
व्याख्यान में विकास जैन ने स्पष्ट किया कि फोटोग्राफी का अर्थ केवल आकर्षक तस्वीरें खींचना नहीं है, बल्कि किसी स्थान, उसकी संस्कृति, लोगों और अनुभवों को ईमानदारी से प्रस्तुत करना है। उन्होंने बताया कि आज के डिजिटल युग में किसी भी पर्यटन स्थल या होटल को चुनने से पहले लोग उसकी तस्वीरों से जुड़ते हैं। इस प्रकार फोटोग्राफी पर्यटन को बढ़ावा देने का सबसे सशक्त माध्यम बन चुकी है।
विकास जैन ने समझाया कि पर्यटन एवं हॉस्पिटैलिटी में फोटोग्राफी होटल, होमस्टे, ऐतिहासिक धरोहरों, स्थानीय खान-पान, लोक कला और संस्कृति को व्यापक पहचान दिलाने का कार्य करती है। इससे न केवल पर्यटकों की संख्या बढ़ती है, बल्कि स्थानीय स्तर पर रोजगार और आय के नए अवसर भी सृजित होते हैं। उन्होंने बताया कि फोटोग्राफी पर्यटन आधारित अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, जिससे गाइड, होटल स्टाफ, ड्राइवर, कलाकार और स्थानीय व्यवसायों को लाभ मिलता है।
करियर के दृष्टिकोण से आज फोटोग्राफी एक गंभीर और संभावनाओं से भरा करियर विकल्प बन चुकी है। पर्यटन एवं हॉस्पिटैलिटी क्षेत्र में ट्रैवल फोटोग्राफर, होटल फोटोग्राफर, कंटेंट क्रिएटर, डिजिटल मार्केटिंग और विज़ुअल स्टोरीटेलिंग जैसे कई अवसर उपलब्ध हैं। उन्होंने यह भी कहा कि सही सोच, कौशल और जिम्मेदारी के साथ यह क्षेत्र आत्मनिर्भरता की दिशा में मजबूत कदम साबित हो सकता है।
विकास जैन ने फोटोग्राफी के मानवीय पक्ष पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि फोटोग्राफी केवल स्थानों को नहीं, बल्कि लोगों को समझने, उनकी कहानियों को जानने और उनके साथ भावनात्मक रिश्ते बनाने का माध्यम है। पर्यटन के माध्यम से विभिन्न संस्कृतियों को जानना और सम्मान देना समाज में आपसी समझ और जुड़ाव को मजबूत करता है।
व्याख्यान के दौरान छात्राओं ने विषय को लेकर गहरी रुचि दिखाई और अपने संदेहों को स्पष्ट करते हुए सक्रिय रूप से प्रश्न पूछे, जिनका उत्तर विकास जैन ने सरल भाषा और व्यावहारिक उदाहरणों के माध्यम से दिया। सत्र पूरी तरह संवादात्मक और प्रेरणादायक रहा।
कार्यक्रम में विद्यालय के प्राचार्य राजीव कुमार बंथारिया, वोकेशनल नोडल अधिकारी मयूरी चतुर्वेदी एवं वोकेशनल प्रशिक्षक अनिकेत शर्मा उपस्थित रहे। विद्यालय परिवार की ओर से विकास जैन का स्वागत किया गया तथा छात्राओं के लिए इस उपयोगी एवं ज्ञानवर्धक सत्र के आयोजन हेतु उनका आभार व्यक्त किया गया।