मोहन सिंह राठौर विधायक बने हैं उस दिन से हमारी कोई सुनवाई नहीं-कैलाश खटीक

Dec 17 2025

भितरवार। सत्ताधारी दल भाजपा में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा इस पार्टी के वरिष्ठ नेता थाना प्रभारी से अपमानित हो चुके हैं। प्रशासनिक अधिकारियों के हावी होने से अपमानित भाजपाइयों में निराशा बनी हुई है। स्थानीय प्रशासन की अनदेखी से पार्षद पति कैलाश खटीक ने एक बार फिर बगावती तेवर दिखा दिए हैं। उन्होंने पार्टी के विधायक, सांसद, जिलाध्यक्ष पर तीखा प्रहार किया है।
कांग्रेस से वापस भाजपा में लौटे कैलाश खटीक ने क्षेत्रीय विधायक मोहन सिंह राठौर के कार्यकाल पर सवाल खड़े किए हैं। जिसका एक  वीडियो बुधवार को सोसल मीडिया पर वायरल हुआ है। जिसमें नगर के वार्ड 4 की पार्षद अनीता खटीक के पति और भाजपा अनुसूचित मोर्चा के जिला ग्रामीण अध्यक्ष रहे कैलाश खटीक ने कहा कि प्रशासन अपनी खुद की मनमर्जी से कार्य कर रहा है।
जिस दिन से मोहन सिंह राठौर विधायक बने हैं। उस दिन से आज तक स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों ने फोन भी रिसीब नहीं किया। दो साल में अधिकारियों ने किसी भी कार्यक्रम में पार्षदों को नहीं बुलाया। उन्होंने कहा कि स्थानीय प्रशासन कुंभकर्ण की नींद में सो रहा है। भाजपा पार्षदों की कोई सुनवाई नहीं हो रही।
श्री खटीक ने कहा कि ऊपर जो आका सांसद,विधायक और जिला ग्रामीण अध्यक्ष बैठे हैं। वे कुछ नहीं देख रहे। उन्हें लगता है चुनाव आने पर फिर खेच देगें। वहीं पार्षद पति ने कहा कि जब विपक्ष कांग्रेस का विधायक था। तब हमें अधिकारी कार्यक्रम में बुलाते थे। ट्रिपल इंजन की सरकार है भाजपा की फिर भी कोई सुनवाई नहीं।
वहीं पार्षद पति श्री खटीक द्वारा अपनी पार्टी के विधायक, सांसद और जिलाध्यक्ष के खिलाफ खोले गए इस मोर्चे को लेकर नगर में राजनैतिक माहौल गर्मा गया है। राजनैतिक जानकर कहते हैं। कि पार्षद पति श्री खटीक फिर से कांग्रेस का दामन थाम सकते हैं। उनका कोई भरोसा नहीं क्योंकि वे दल बदलने में माहिर हैं।
उल्लेखनीय है कि नगर परिषद के पिछले चुनाव में पत्नी को पार्षदी का टिकिट न दिए जाने पर कैलाश खटीक भाजपा को छोडक़र कांग्रेस में शामिल हो गए थे। उन्हें पूर्व मंत्री लाखन सिंह यादव ने कांग्रेस की सदस्यता दिलाई थी। कांग्रेस के टिकिट पर पत्नी अनीता खटीक पार्षद पद पर निर्वाचित हुई। प्रदेश में भाजपा सरकार बनने पर श्री खटीक वापस भाजपा में शामिल हो गए। वहीं पिछले दिनों थाना प्रभारी सुधीर सिंह कुशवाह द्वारा भाजपा के वरिष्ठ नेता मोहन मोदी और दीपक मोदी को अपमानित करने से भी भाजपाइयों में वरिष्ठ नेतृत्व के खिलाफ काफी नाराजगी बनी हुई है।