स्थापना दिवस पर आचार्यों व पदाधिकारियों का किया सम्मान

Dec 14 2025

ग्वालियर। आर्य समाज मंदिर मुरार का 97वां स्थापना दिवस समारोह मंदिर परिसर में मनाया गया। प्रधान रामप्रकाश वर्मा एवं सचिव सुरेंद्र राणा ने बताया कि सबसे पहले मुख्य अतिथि जेयू के डीसीडीसी प्रो. शांतिदेव सिसोदिया एवं विशिष्ट अतिथि सर्व ब्राह्मण महासंघ के युवा जिलाध्यक्ष कपिल भार्गव ने सामूहिक स्वस्ति वाचन मंत्र पाठ, सन्धा एवं यज्ञ में सहभाग लिया और समाज सुधार, विधवा उद्धार, अछूत उद्धार के अलावा महर्षि दयानंद सरस्वती के पांचों ग्रंथों पर प्रकाश डाला।
इस मौके पर प्रो. शांतिदेव सिसोदिया ने कहा कि मानव कल्याण, राष्ट्र सेवा और समाज में व्याप्त कुरीतियों को मिटाने के लिए स्वामी दयानंद सरस्वती ने अपने जीवन का प्रत्येक क्षण होम कर दिया। कपिल भार्गव ने कहा कि दयानंद सरस्वती के विचारों के दिव्य प्रकाश से मानवता का सदैव कल्याण होता रहेगा। आचार्य चंद्रशेखर शर्मा ने बताया कि यज्ञ में सब कुछ मिलता है। आर्य समाज यज्ञ को तीर्थ जैसा मानता है। इसलिए घर-घर में यज्ञ होना चाहिए। प्रधान रामप्रकाश वर्मा ने कहा कि मूलशंकर से स्वामी बने दयानंद ने पूरा जीवन शिव खोज करके आर्य समाज की स्थापना की। अंत अतिथियों के साथ प्रधान रामप्रकाश वर्मा एवं मंत्री सुरेंद्र राणा ने आचार्यों एवं पदाधिकारियों को शॉल, श्रीफल देकर सम्मान किया।
इस अवसर पर प्रो. दयानंद शर्मा, सत्यदेव गुप्ता, नरेंद्र सिंह राणा, देवेंद्र सिंह भदौरिया, सुरेंद्र परमार, श्याम सुंदर दीक्षित, अवधेश शर्मा, आलोक श्रीवास्तव, भूपेंद्र प्रताप, उमाशंकर चौकसे, परमाल सिंह राणा, शैलेष श्रीवास्तव, यज्ञदेव गुप्ता, रामसेवक कुशवाह, वीर देव, राकेश श्रीवास्तव आदि उपस्थित रहे।