प्रधान आरक्षक ने सरकारी क्वार्टर में फांसी लगाकर दी जान

Dec 14 2025

ग्वालियर। बहोड़ापुर थाना क्षेत्र स्थित पुलिस लाइन में रहने वाले प्रधान आरक्षक दीपक श्रीवास ने अपने सरकारी क्वार्टर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। परिजन उन्हें तुरंत अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस विभाग में हडक़ंप मच गया। फिलहाल आत्महत्या के कारणों का खुलासा नहीं हो सका है।
बता दें दीपक श्रीवास वर्तमान में थाटीपुर थाना में प्रधान आरक्षक के पद पर पदस्थ थे। वे बहोड़ापुर थाना क्षेत्र स्थित पुलिस लाइन के सरकारी क्वार्टर में अपने परिवार के साथ रहते थे। दीपक श्रीवास को पिता की मृत्यु के बाद मिली थी अनुकंपा नियुक्ति।
पुलिस की प्राथमिक विवेचना में सामने आया है कि दीपक रात को ड्यूटी से घर लौटे। पत्नी ने खाने के बारे में पूछा, तो दीपक ने कहा कि वह कपड़े बदलकर आता है। इसके बाद वह कमरे में चला गया। काफी देर तक वापस न आने पर पत्नी मेघा कमरे में देखने गई। कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था और नहीं खुला, तो मेघा ने आसपास के लोगों को बुलाया।
दरवाजा खुलने पर देखा कि दीपक छत के पंखे से फंदे पर लटका हुआ था। उसे फंदे से काटकर नीचे उतारा गया और तत्काल अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
जानकारी के अनुसार घटना के समय घर में दीपक श्रीवास और उनकी पत्नी मेघा ही मौजूद थीं। दीपक ड्यूटी से घर लौटे थे, जबकि पत्नी दूसरे कमरे में थीं। जब पत्नी ने कमरे में जाकर देखा तो दीपक फांसी के फंदे पर लटके मिले। इसके बाद उन्होंने तुरंत आस-पड़ोस के लोगों को बुलाया और परिजन उन्हें अस्पताल लेकर पहुंचे।
दीपक श्रीवास की दो बेटियां हैं। घटना के समय दोनों बेटियां दादी के घर गई हुई थीं। पत्नी मेघा की हालत घटना के बाद से सदमे में बताई जा रही है।
मृतक के भाई शिवम श्रीवास ने बताया कि दीपक और उनकी पत्नी पुलिस क्वार्टर में रहते थे, जबकि वह अपनी मां के साथ अलग रहते हैं। गत रोज छुट्टी होने के कारण दोनों बेटियां घर आई हुई थीं। उन्होंने कहा कि आखिर क्या हुआ, इस बारे में अभी कुछ साफ नहीं है। घर आने के बाद कुछ बातों को लेकर उलझन की स्थिति थी, लेकिन फिलहाल कुछ भी स्पष्ट रूप से नहीं कहा जा सकता।
घटना की सूचना मिलते ही बहोड़ापुर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और घटनास्थल का निरीक्षण किया। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है।
सीएसपी अतुल सोनी ने बताया कि प्रधान आरक्षक दीपक श्रीवास द्वारा आत्महत्या का मामला सामने आया है। फिलहाल आत्महत्या के कारणों की जांच की जा रही है। मौके से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है। यह घटना पुलिस विभाग के लिए बड़ी क्षति है।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार अभी यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि आत्महत्या के पीछे क्या कारण रहे। विभागीय तनाव, पारिवारिक दबाव या अन्य किसी कारण की जांच की जा रही है। सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर जांच आगे बढ़ाई जा रही है।
बताया जा रहा है कि दीपक श्रीवास को उनके पिता की मृत्यु के बाद अनुकंपा नियुक्ति मिली थी। उनके पिता की मौत ड्यूटी के दौरान एक सडक़ हादसे में हुई थी, जिसके बाद दीपक को पुलिस विभाग में नौकरी दी गई थी।