जेयू के मैदान में सामूहिक रूप से श्रीमद् भागवत गीता का पाठ किया

Dec 01 2025

ग्वालियर। गीता जयंती पर जीवाजी विश्वविद्यालय के मैदान में सामूहिक रूप से श्रीमद् भागवत गीता का पाठ किया गया। इस पाठ में 6 हजार से अधिक छात्रों ने भाग लिया। 
पाठ के पूर्व श्रीमद् भागवत. गीता के मर्मज्ञ गीता प्रतिष्ठान के विष्णु शर्मा ने बच्चों को बताया कि यह संसार एक बरगद के वृक्ष के रूप में है जिसमें देवता, मनुष्य, जीव, जन्तुओं की योनियां यह सब इस वृक्ष की टहनियां हैं, लेकिन इस वट वृक्ष की जड़े आकाश अर्थात (ब्रह्म) की ओर हैं। उन्होंने बताया कि किस प्रकार मनुष्य अपनी इंद्रियों में फंस कर कर्मबंधन में फंस कर अपने को नष्ट कर लेता है। जबकि अगर मनुष्य इंद्रियों और मन के मोहजाल से निकल जाए तो सीधा ब्रह्म को प्राप्त होता है। 
जीवाजी विश्वविद्यालय के मैदान में सोमवार को श्रद्धा भाव के साथ एवं समारोहपूर्वक गीता जयंती महोत्सव मनाया गया। गीता जयंती पर श्रीमद् भागवत गीता के पाठ के द्वारा युगावतार भगवान श्रीकृष्ण के मानव कल्याण के संदेश को जन-जन तक पहुंचाने को जन-जन तक पहुंचाने के लिए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की पहल पर सम्पूर्ण प्रदेश में गीता जयंती महोत्सव मनाया जा रहा है। जीवाजी विश्वविद्यालय के मैदान में 6 हजार से अधिक छात्रों ने एक साथ गीता स्वाध्याय एवं श्रीमद् भागवत गीता अध्याय-15 पुरुषोत्तमयोग: का पाठ किया।
श्रीमद् भागवत गीता के पाठ का शुभारंभ शंखध्वनि के साथ किया गया। इसके बाद कलेक्टर रूचिका चौहान एवं जनप्रतिनिधियों द्वारा श्रीमद् भागवत गीता का पूजन कर दीप प्रज्जवलित किया गया। इसके बाद सामूहिक रूप से गीता जी का पाठ किया गया।
इस  आयोजन में परशुराम कल्याण बोर्ड के प्रतिनिधिगण, विद्यार्थियों, आचार्यों, साधकों, इस्कॉन संस्था, प्रबुद्धजनों और विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने बढ़-चढक़र हिस्सा लिया। इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी श्री हरिओम चतुर्वेदी व अपर आयुक्त नगर निगम श्री प्रदीप तोमर सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी भी मौजूद थे।
इस अवसर पर कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान, जीवाजी विश्वविद्यालय के कुलगुरू प्रोफेसर राजकुमार आचार्य, जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्रीमती प्रियंका सिंह, जिला पंचायत सीईओ सोजान सिंह रावत,  निगमायुक्त संघ प्रिय, भाजपा जिला अध्यक्ष जयप्रकाश राजौरिया, राजेन्द्र पाल सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, गीता प्रतिष्ठान के विचारक पं. विष्णु शर्मा, गीता मर्मज्ञ, प्रबुद्धजन मंचासीन थे।