दया और करुणा रखने वाले व्यक्ति संत के समान

Nov 20 2025

ग्वालियर। नाट्य मंदिर के सामने, हॉस्पीटल रोड स्थित प्राचीन शिव शक्ति हनुमान मंदिर के 100 वर्ष पूरे होने पर संत समागम का आयोजन किया गया।
मंदिर के महंत धीरेन्द्र चौबे ने बताया कि इस ऐतिहासिक अवसर पर सुबह भोलेनाथ का दूध दही से अभिषेक कर हनुमान जी पर चोला चढ़ाया गया। दोपहर और शाम को श्रद्धालुओं की पूजा अर्चना के बाद संतगणों का समागम हुआ।
इस अवसर पर हठयोगी सदुरु अण्णा महाराज मठ के महंत मनीष अण्णा महाराज ने कहा, दया और करुणा रखने वाले व्यक्ति संत के समान ही होते हैं, क्योंकि ये गुण व्यक्ति को दूसरों के प्रति सहानुभूति और सहायता की भावना से भर देते हैं, जो एक सच्चे संत का लक्षण है।
संत का मार्ग सत्य और आत्मज्ञान का होता है, और दया और करुणा जैसे सदुण इसी मार्ग के पालन का एक स्वाभाविक हिस्सा हैं। आचार्य गिर्राज गुरु ने कहा कि सेवा, सुमिरन व सत्संग ऐसे सस्ते व सरल माध्यम हैं जिन्हें कोई भी साधारण व्यक्ति अपनाकर आसानी से परमात्मा को प्राप्त कर सकता है।
इसके बाद महंत धीरेन्द्र चौबे, समाजसेवी आशीष प्रताप सिंह राठौड़ व कपिल भार्गव ने उपस्थित संतों के साथ विचार विमर्श कर जनमानस तक धर्म के संदेश को पहुंचाने पर चर्चा की।
आयोजन में महंत मनीष अण्णा महाराज, आचार्य गिर्राज गुरु, गौरव कृष्ण शास्त्री, डॉ. मनीष खैमरिया, डॉ. हरिशचन्द्र शास्त्री, पं. सन्नी शर्मा को महंत धीरेन्द्र चौबे, आशीष प्रताप सिंह राठौड़, कपिल भार्गव ने भगवा शॉल, श्रीफल एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
इस अवसर पर विकास शर्मा, दीपक राज चतुर्वेदी, घनश्याम दास सोनेजा, विशाल शर्मा, नरेन्द्र शर्मा, त्रिलोक ङ्क्षसह राठौर, सतीश पाराशर,. मनीष रत्नाकर, वंदना खटीक, अंकित ठुकरे, प्रवीण शर्मा, श्रेष्ठ चौबे, गौरव शर्मा, कमलेश गौड़, संदीप वर्मा, आकाश साहू आदि उपस्थित रहे।