राष्ट्रीयता और साम्र्थय को जागृत करने में शिक्षक अपना योगदान दें:राठौड़

Nov 17 2025

ग्वालियर। जब राष्ट्र अपने जीवन मूल्यों व परंपराओं को निर्वहन करने में सफल और समक्ष होगा, तब राष्ट्र गौरवशाली और शिक्षक गौरव घोषित होगा। शिक्षक इस राष्ट्र की राष्ट्रीयता और साम्र्थय को जागृत करने में योगदान दें। यह बात प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के संरक्षक एवं भाजपा के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य आशीष प्रताप सिंह राठौड़ ने बाल भवन में एसोसिएशन की ओर से आयोजित सम्मान समारोह में मुख्य वक्ता के रूप में कही। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विधायक डॉ. सतीश सिकरवार थे। 
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता राठौड़ ने कहा, वेद वंदना के साथ राष्ट्र वंदना के स्वर भी चारों दिशाओं में गूंजना आवश्यक है। इसके लिए व्यक्ति से समाज व समाज से राष्ट्र का एकीकरण आवश्यक है। 
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सतीश सिंह सिकरवार ने कहा कि शिक्षक इस समाज की रीड है उनके द्वारा बताए रास्ते पर चलने से बच्चे संस्कारवान बनते हैं जिससे हमारी संस्कृति की रक्षा होती है अत: शिक्षकों का इस देश में अतुलनीय योगदान है। प्रांताध्यक्ष अजीत सिंह ने कहा कि गुरुजनों का सम्मान करना अति आवश्यक है। शिक्षक अपने पूर्वजों के पुण्य व कीर्ति का स्मरण कर अपने उत्तरदायित्व का निर्वहन करें। 
इस अवसर पर 220 शिक्षक शिक्षिकाओं व उत्कृष्ट छात्र छात्राओं को सम्मानित किया। संचालन केके श्रीवास्तव एवं आभार आलोक श्रीवास्तव ने व्यक्त किया। इस अवसर पर लक्ष्मीकांत मिश्रा, अनिल दीक्षित, राकेश पचौरी, आलोक श्रीवास्तव, केके श्रीवास्तव, दिलीप तिवारी, सोनू अस्थाना, धर्मेंद्र कुशवाहा, प्रशांत श्रीवास्तव आदि उपस्थित रहे।