संस्कारों को जीवंत रखते हैं कला और संगीत: प्रो सहस्त्रबुद्धे

Nov 16 2025

ग्वालियर। राजा मानसिंह तोमर संगीत एवं कला विश्व विद्यालय में सुरसरिता संगीत समूह और सेवार्थ जनकल्याण समिति के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित विप्रलब्ध बच्चों की संगीत प्रतियोगिता में जूनियर वर्ग में दिया गौड़ सीनियर वर्ग से प्राची मिश्रा सर्वश्रेष्ठ गायिका घोषित की गईं।
 मुख्य अतिथि कुलगुरु प्रो. स्मिता सहस्त्रबुद्धे ने कहा कि संगीत एवं ललित कलाएं बच्चों ने संस्कारों को जीवंत रखती हैं। यह हमारा दायित्व है कि हम इन कलाओं के माध्यम से बच्चों के संस्कारों पर ध्यान दें और उनका मार्गदर्शन करें जिससे वे राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका निभा सकें। डॉ पारुल दीक्षित, डॉ विकास विपट और डॉ श्याम रस्तोगी ने निर्णायक की भूमिका निभाई।
सर्वश्रेष्ठ बालिकाओं को संगीत संबंधी आगे की शिक्षा के लिए सुर सरिता द्वारा मदद की जाएगी। स्वागत भाषण अनिल चतुर्वेदी ने प्रस्तुत किया।
इस मौके पर ओपी दीक्षित ने कहा कि सुरसरिता संगीत के क्षेत्र में नित्य नव नवाचारी प्रयोग करती रहती है। इसी श्रृंखला सेवार्थ जनकल्याण समिति के संचालित विभिन्न केंद्रों से चयनित जूनियर और सीनियर वर्ग के बच्चों की गायन प्रतियोगिता का आयोजन रखा गया। वंचित एवं शोषित वर्ग के बच्चों को संगीत के माध्यम से इस राष्ट्र का चरित्रवान नागरिक बनाने मेंयह मुहिम प्रसंशनीय है।
साथ ही थाना झांसी रोड के उप निरीक्षक आशीष शर्मा द्वारा बच्चों को ऑपरेशन मुस्कान और गुड टच, बैड टच की जानकारी दी गई। इस मौके पर ओपी दीक्षित, सुनीता श्रीवास्तव, अर्चना साठे, निधि भालेराव, स्वाति जोगलेकर, नलिनी ढमढेरे, नंद किशोर पारीक, दुर्गेश श्रीवास्तव सहित बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।