अनुशासन ही सफलता की नींव:प्रहलाद भाई

Nov 04 2025

ग्वालियर। 3 एमपी गल्र्स बटालियन में चल रहे राष्ट्रीय स्तर के रॉक क्लाइंबिंग ट्रेनिंग कैंप में सकारात्मक सोच और मेडिटेशन का जीवन में महत्व पर मोटिवेशनल सत्र आयोजित हुआ। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता बीके प्रहलाद भाई प्रजापिता ब्रह्माकुमारीज ईश्वरीय विश्वविद्यालय राजयोग ध्यान विशेषज्ञ रहे।
बीके प्रहलाद भाई ने कहा, विचार बीज की तरह होते हैं, जैसे सोचते हैं वैसे ही बनते हैं। सकारात्मक सोच रखने वाला व्यक्ति कठिनाइयों में भी मुस्कराकर आगे बढ़ता है। उन्होंने कहा, अनुशासन जीवन की वह नींव है, जिस पर सफलता की पूरी इमारत टिकी होती है। यह हमें संयम, समय का मूल्य और आत्मनियंत्रण सिखाता है। बीके प्रहलाद भाई ने क्रोध को जीवन की सबसे बड़ी कमजोरी बताया। क्रोध मन की ऊर्जा को नष्ट कर कार्यक्षमता घटा देता है, जबकि प्रेम और धैर्य से हर कार्य सफल होता है। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि समस्याएं स्थायी नहीं होतीं, लेकिन हमारी सोच उन्हें बड़ा या छोटा बना देती है। सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाने से मन शांत और एकाग्र होता है तथा आत्मविश्वास बढ़ता है। कार्यक्रम के अंत में सभी कैडेट्स को राजयोग ध्यान की अनुभूति कराई गई।