एचडीएफसी बैंक ने डिजिटल धोखाधड़ी की घटना के बाद उठाए जाने वाले कदमों के बारे में सलाह दी

Oct 15 2025

ग्वालियर। एचडीएफसी बैंक ने नागरिकों से डिजिटल धोखाधड़ी का शिकार होने की स्थिति में तीन सरल चरणों का पालन करने का आग्रह किया है। प्रस्तावित एलबीडब्ल्यू जो क्रिकेट की शब्दावली से प्रेरित है, ग्राहकों को अपने नुकसान को कम करने के लिए त्वरित और निर्णायक कार्रवाई करने में मदद करने के लिए महत्वपूर्ण है।
 एलबीडब्ल्यू एक आसान-सा याद रखने योग्य संक्षिप्त नाम है, जो डिजिटल धोखाधड़ी की घटना के मामले में उठाए जाने वाले कदमों की याद दिलाता है।
एचडीएफसी बैंक के मनीष अग्रवाल ने इस पर टिप्पणी करते हुए कहा, हम सभी ग्राहकों से डिजिटल लेनदेन करते समय सतर्क रहने का आग्रह करते हैं। धोखेबाज़ लगातार अपने तरीके बदल रहे हैं और उनकी भावनाओं का फायदा उठाने के लिए परिष्कृत हथकंडे अपना रहे हैं। कई बार नागरिक नवीन सोशल इंजीनियरिंग तकनीकों का शिकार हो जाते हैं। डिजिटल धोखाधड़ी की दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बाद, ग्राहकों द्वारा कुछ सरल लेकिन महत्वपूर्ण कदम उठाने से न केवल धन की वसूली की संभावना बढ़ जाती है, बल्कि भविष्य में होने वाली घटनाओं से खुद को बचाने में भी मदद मिलती है।
 एचडीएफसी बैंक ग्राहकों से डिजिटल गिरफ्तारी धोखाधड़ी जैसे घोटालों से सतर्क रहने का आग्रह करता है, जहाँ धोखेबाज़ कानून प्रवर्तन या सरकारी अधिकारियों का रूप धारण करते हैं और कथित कर चोरी, नियामक उल्लंघनों, वित्तीय कदाचार आदि जैसे कारणों से पीडि़तों को डिजिटल गिरफ्तारी वारंट की धमकी देते हैं।  
एचडीएफसी बैंक ग्राहकों के बीच साइबर सुरक्षा जागरूकता को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है और सुरक्षित डिजिटल बैंकिंग प्रथाओं को बढ़ावा देने के लिए नियामकों, कानून प्रवर्तन एजेंसियों और उद्योग के हितधारकों के साथ मिलकर काम करना जारी रखता है।
एचडीएफसी बैंक सुरक्षित डिजिटल बैंकिंग प्रथाओं को बढ़ावा देने के लिए अपनी सुरक्षित बैंकिंग पहल के तहत पूरे भारत में साइबर धोखाधड़ी जागरूकता कार्यशालाओं का आयोजन कर रहा है। इन कार्यशालाओं का उद्देश्य ग्राहकों, कानून प्रवर्तन एजेंसियों, वरिष्ठ नागरिकों, स्वयं सहायता समूहों, शैक्षणिक संस्थानों, विक्रेताओं, भागीदारों और कर्मचारियों को शिक्षित करना है।