केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने सूर्या रोशनी लि. के वायर और केबल्स प्लांट का किया उद्घाटन

Oct 14 2025

ग्वालियर। केंद्रीय संचार एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री तथा गुना सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मालनपुर स्थित सूर्या रोशनी लिमिटेड के नए वायर और केबल्स प्लांट का उद्घाटन किया। उन्होंने इस औद्योगिक परियोजना को केवल एक उद्योग नहीं, बल्कि ग्वालियर-चंबल क्षेत्र के आर्थिक और सामाजिक परिदृश्य में स्थायी परिवर्तन की शुरुआत बताया। उन्होंने कहा कि यह क्षण साझा सपनों, उम्मीदों और सामूहिक प्रयासों की परिणति है, जो युवाओं के कौशल को निखारने के नए आयाम खोलेगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विजन से देश में नये औद्योगिकीकरण युग की शुरूआत हुई है और खुशी इस बात की है कि हम स्वदेशी तकनीक अपनाकर लगातार आगे बढ़ रहे हैं।
सिंधिया ने सूर्या रोशनी लिमिटेड की यात्रा को दूरदृष्टि, परिश्रम और समर्पण की प्रेरक गाथा बताया। उन्होंने कहा कि वर्ष 1973 में स्वर्गीय बीडी अग्रवाल ने गुणवत्ता और विश्वास का प्रतीक बनने का सपना देखा। उन्होंने स्मरण किया कि वर्ष 1992 में, उनके पूज्य पिता माधवराव सिंधिया के मार्गदर्शन से ही भिंड जिले के मालनपुर में इस लाइटिंग प्लांट की स्थापना हुई थी। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि उस समय उनके पिताजी ने इस क्षेत्र के युवाओं के लिए रोजगार और विकास के नए अवसर सुनिश्चित किए थे। आज, तीन प्लांट और 2700 से अधिक कर्मचारियों की संख्या वाला सूर्या रोशनी का यह सफर यह दिखाता है कि लाभ के साथ लोकहित को भी समान महत्व दिया गया है। केन्द्रीय मंत्री ने मालनपुर प्लांट को स्वदेशी आत्मनिर्भरता की भावना का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि यह प्लांट एलईडी बल्ब, ट्यूबलाइट, स्ट्रीट लाइट और कैप जैसे उत्पाद बना रहा है, जिन्हें कभी विदेशों से आयात करना पड़ता था, यही वोकल फॉर लोकल की सच्ची भावना है।
सिंधिया ने बताया कि इस नई इकाई से ग्वालियर-चंबल संभाग के 150 से अधिक युवाओं को रोजगार मिलेगा, स्थानीय उद्योगों को कच्चा माल मिलेगा और मालनपुर एक सशक्त औद्योगिक और नवाचार केंद्र के रूप में उभरेगा। उन्होंने कहा कि यह प्लांट उस सोच का प्रतीक है जो कहती है कि हम भारत में बनाते हैं, भारत के लिए बनाते हैं, और विश्व को दिखाते हैं कि भारत आत्मनिर्भरता की नई परिभाषा गढ़ रहा है। सिंधिया ने क्षेत्र में आत्मनिर्भरता और स्वाबलंबन के आयामों को उल्लेख करते हुए बताया कि इस क्षेत्र में सिलाई केंद्र और स्व-सहायता समूहों के माध्यम से महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है, जिसका जीवंत उदाहरण 200 महिलाओं को रोजगार देने वाला पीसीबी प्लांट है। उन्होंने कहा कि यह नई परियोजना युवाओं और महिलाओं दोनों के लिए नए अवसर पैदा करेगी, जो निवेश, प्रौद्योगिकी और सामाजिक प्रतिबद्धता का संगम है। उन्होंने आह्वान किया कि सब मिलकर इस प्रगति को आगे बढ़ाएं, ताकि मालनपुर और ग्वालियर-चंबल संभाग आत्मनिर्भर भारत की नई पहचान बन सकें।
इस मौके पर निदेशक कौस्तुभ एन. करमरकर ने कहा कि मालनपुर का वायर एंड केबल प्लांट अत्याधुनिक तकनीकी प्रगति से युक्त है, जो उच्च गुणवत्ता वाले अंतिम उत्पाद तैयार करने के लिये पूरी तरह से एकीकृत है। यह प्लांट क्षेत्र में रोजगार और व्यवसाय को बढ़ावा देगा। वहीं सूर्या रोशनी लिमिटेड के सीईओ लाइटिंग एवं कंज्यूमर डयूरेबल्स वसुमित्र पांडे ने कहा कि मालनपुर वायर्स एवं केबल्स प्लांट, विनिर्माण उत्कृष्टता और ग्राहक विश्वास के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है। यह सूर्या के उत्पाद पोर्टफोलियो को मजबूत करेगा और साथ ही इस क्षेत्र के विकास में भी सहायक होगा। पांडे ने अंत में आभार भी प्रदर्शित किया। इस सूर्या यूनिट के स्थानीय प्रमुख तपन बंदोपध्याय, एचआर प्रशासनिक उपाध्यक्ष मुकुल चतुर्वेदी व मुकुल राय भी उपस्थित थे।
केबल प्लांट का भी किया दौरा
केन्द्रीय मंत्री सिंधिया ने प्लांट के उदघाटन के बाद फैक्ट्री का दौरा भी किया। इस दौरान उन्होंने तार बनाने वाली मशीनों एवं जगह का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान सिंधिया ने फैक्ट्री प्रांगण में स्वच्छता सहित अन्य व्यवस्थाओं की प्रशंसा की। इस अवसर पर उन्होंने श्रमिकों से संवाद कर उनके साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के संकल्प में हर संभव योगदान देने का आह्वान किया।