मन भगवान में लगे तो मोक्ष, संसार में लगे तो बंधन-राधेश्याम दास

Sep 10 2025

ग्वालियर। जिसकी आशक्ति संसार में हो जाए, वो नरक के गामी होती है, लेकिन यही आशक्ति यदि भगवान में हो जाए तो उसे मोक्ष प्राप्त हो जाता है। यह विचार वीकेयर संस्था द्वारा दंदरौआधाम शताब्दीपुरम में आयोजित  श्रीमद्भागवत कथा के दौरान राधेश्याम दास महाराज ने बुधवार को व्यक्त किए। इस मौके पर गंगादास की शाला के महंत रामसेवक दास महाराज प्रमुख रूप से मौजूद रहे।
उन्होंने कहा कि मोक्ष का कारण मन है। मन परमात्मा में अनुरक्त होने से मोक्ष प्राप्त हो जाता है। उन्होंने बताया कि साधक जब सुख-दुख से परे हो जाता है तो इस इस स्थिति को आध्यात्मिक योग कहते हैं। महाराज ने कहा कि मनुष्य का मन जब विषयों में लग जाता है तो भगवान में नहीं लगता है। संसार में फंस जाओगे तो प्रभु को प्राप्त नहीं कर सकोगो। इसलिए कोशिश करो कि भगवान का स्मरण करते हुए प्राण निकले, अन्यथा जो सोचकर मरोगे, अगले जन्म में वही बनेगो। मन ही बंधन और मोक्ष का कारण हैं। मन जब भगवान में लग जाता है तो मोक्ष और संसार में लग जाता है तो बंधन का कारण बन जाता है।