क्षमा माँगने वाला महान, क्षमा करने वाला उससे भी महान:आशीष अग्रवाल

Sep 10 2025

ग्वालियर। जैन युवा सेवा मंडल एवं सकल जैन समाज मुरार द्वारा कृष्ण वाटिका शहीद गेट मुरार में क्षमावाणी पर्व के पावन अवसर पर वात्सल्य भोज का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि  भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष उषा अग्रवाल उपस्थित रहे।
मुख्य अतिथि आशीष उषा अग्रवाल ने कहा कि क्षमावाणी केवल क्षमा का पर्व नहीं, बल्कि आत्मशुद्धि, सहिष्णुता और समाज में सौहार्द्र स्थापित करने का अवसर है। आज के समय में आपसी मतभेदों और गलतफहमियों को दूर करना, एक-दूसरे के प्रति सम्मान और प्रेम बनाए रखना, और समाज में एकजुटता को बढ़ावा देना अत्यंत आवश्यक है। मुख्य अतिथि ने सभी उपस्थितजनों से आग्रह किया कि वे अपने जीवन में क्षमा, मार्दव और सत्य के मार्ग को अपनाएँ, ताकि व्यक्तिगत और सामाजिक जीवन में समरसता और शांति बनी रहे। इस अवसर पर विद्वज्जनों एवं माताओं-बहनों ने "मिच्छामि दुक्कडम्" कहकर, जाने-अनजाने, वाणी एवं व्यवहार से हुई किसी भी त्रुटि के लिए एक-दूसरे से क्षमा याचना की।
आशीष अग्रवाल ने विशेष रूप से क्षमा के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि क्षमा से ही अहिंसा का पालन संभव है, हृदय निर्मल होता है और आत्मा प्रकाशमान बनती है। जैन धर्म क्षमाभाव को जीवन का मूल मानता है। हमसे जीवन में जाने-अनजाने गलतियाँ होती रहती हैं। यदि हम उनमें अटक जाएँ, तो कटुता और वैमनस्य बढ़ते हैं। पर यदि हम एक-दूसरे से माफी माँग लें, और दूसरों को भी दिल से क्षमा कर दें, तो सभी गिले-शिकवे मिट जाते हैं और संबंधों में अपनापन लौट आता है। उन्होंने कहा कि क्षमावाणी केवल एक दिन का उत्सव नहीं, बल्कि संपूर्ण जीवन की साधना है, जो हमें सज्जनता, सौम्यता और अपनापन की ओर ले जाती है। क्षमा माँगने वाला महान है, लेकिन क्षमा करने वाला उससे भी महान है। हृदय से मांगी गई क्षमा जीवन को मधुर बनाती है, हृदय को विशाल करती है और आत्मा को प्रकाशमान बनाती है।  इस प्रकार के आयोजनों से सामाजिक बंधन मजबूत होते हैं और आने वाली पीढ़ी को मूल्यवान संस्कार मिलते हैं। कार्यक्रम में समाज के वरिष्ठजनों, युवाओं और बच्चों ने भी उत्साहपूर्वक भाग लिया और वात्सल्य भोज का आनंद लिया।
इस अवसर पर भाजपा के भानूप्रकाश जैन, राकेश जैन, आशीष जैन, पारस जैन, सचिन जैन, विनय जैन, रॉबिन जैन, अशोक जैन, अशोक जैन सुपर, मूलचन्द्र जैन,  राजेन्द्र जैन, महावीर जैन, सौरभ जैन आदि उपस्थित रहे।