पुजारी का कृत्य क्षमा योग्य नहीं उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होना चाहिए:अनिरुद्धवन महाराज

Sep 09 2025

भितरवार। पुजारी ने भगवान श्रीराम की प्रतिमा तोडक़र लोगों की धार्मिक भावनाओं के साथ जो खिलवाड़ किया है। उसकी जितनी निंदा की जाए कम हैं। मंदिर के पुजारी का कृत्य क्षमा योग्य नहीं हैं। दोषी पाए जाने पर उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होना चाहिए। यह बात महामंडलेश्वर अनिरुद्धवन महाराज ने सांखनी गांव में आयोजित पंचायत में ग्रामीणों से कही। 
भितरवार थाना क्षेत्र के ग्राम सांखनी के प्राचीन श्रीराम जानकी मंदिर के पुजारी ने मुकेश उर्फ जानकी दास ने बीते रविवार की रात को मंदिर में विराजमान भगवान श्रीराम की प्रतिमा तोड़ दी थी। पुजारी द्वारा पांच सौ वर्ष से अधिक पुरानी भगवान की प्रतिमा खंडित किए जाने से दुखी गांव के लोगों ने मंगलवार को श्रीराम जानकी मंदिर में पंचायत बुलाई। जिसमें मुख्य रूप से धूमेश्वर धाम के महंत एवं महामंडलेश्वर अनिरुद्धवन शामिल हुए। 
जिनसे उपस्थित ग्रामीणों ने कहा कि भगवान श्रीराम की प्रतिमा तोड़े जाने से पूरे गांव में गहरा दुख है। और भगवान की प्रतिमा खंडित होने से पूरे गांव में पुजारी के खिलाफ नाराजगी का माहौल है। ग्रामीणों ने महामंडलेश्वर से पुजारी द्वारा किए गए इस कृत्य को लेकर आवश्यक मार्गदर्शन मांगा। 
जिस पर महामंडलेश्वर अनिरुद्धवन महाराज ने कहा कि पुजारी ने बहुत ही निंदनीय कृत्य किया है। जो क्षमा योग्य नहीं हैं। अब प्रायश्चित के लिए पूरा गांव नियमित रामधुन करें। भगवान के नाम जप से सब कुछ अच्छा होगा। वहीं पंचायत में विस्तारपूर्वक चर्चा के बाद 11 सितंबर गुरुवार से मंदिर में रामधुन करने और 10 नवंबर को मंदिर में भगवान श्रीराम के नवीन प्रतिमा विराजमान करने का निर्णय लिया। महामंडलेश्वर ने कहा कि 10 नवंबर को शुभ मुहूर्त में विधि विधान से प्राण प्रतिष्ठा कर भगवान श्रीराम की प्रतिमा मंदिर में विराजमान की जाएगी। उन्होंने कहा तब तक सभी ग्रामीण नियमित रूप से भगवान के नाम का जप करें।