कोयला वाले हनुमान मंदिर में निकली कलश यात्रा

Jul 01 2025

ग्वालियर।  भागवत चार अक्षरों से मिलकर बनी है। भ से भक्ति, ग से ज्ञान, व से वैराग्य और त से त्याग। जिस व्यक्ति के जीवन में चारों आ जाते हैं, वह खुद भागवत स्वरूप हो जाता है। भागवत मनुष्य के बिगड़े भाग्य को संवार देती है। यह विचार बुंदेलखंड से आए कथा प्रवक्ता पंडित नवीन बिहारी महाराज ने स्टोन पार्क  में कोयला वाले हनुमान मंदिर पर कथा के पहले दिन कही। कथा से पूर्व कलश यात्रा निकाली गई।
कथा व्यास नवीन बिहारी महाराज ने कहा कि बचपन में मां, जवानी में महात्मा और बुढ़ापे में जिसे परमात्मा का आश्रय मिल जाता है, उसका जीवन धन्य हो जाता है। जो व्यक्ति धोखे से भी कथा सुन लेता है, भगवान उसका कल्याण कर देते हैं। उन्होंने कहा कि हम संसार में भौतिक संसाधन जुटाने में ही सारा समय गुजार देते हैं, जो साथ जाना ही नहीं हैं। जबकि भगवान का नाम जो साथ जाना है उसे हम नहीं जुटाते हैं। पता नहीं कब भगवान के घर से बुलावा आ जाए। 
उन्होंने कहा कि मृत्यु का सदा स्मरण करें, क्योंकि यदि सदा मरने का ध्यान रहेगा कि हमें मरना भी है, तो किसी के साथ गलत करने का मन नहीं होगा। किसी के साथ अच्छा भले ही न करें, लेकिन बुरा तो कदापि न करें। मौत याद रहेगी तो बुरा कर्म होगा ही नहीं। इस मौके पर मंदिर के चरण सेवक संतोष भैया, कथा संयोजक प्रेम बरोनियां, कथां परीक्षित सुंदरलाल दीवान, लीलावती बधैल, रूमाली आदराम, टीकाराम, रामबेटी आदि श्रद्धालु मौजूद रहे।