मातेश्वरी जगदंबा सरस्वती का 60वां पुण्य स्मृति दिवस मनाया

Jun 25 2025

ग्वालियर। ब्रह्माकुमारीज संस्थान की प्रथम मुख्य प्रशासिका मातेश्वरी जगदंबा सरस्वती (मम्मा) का 60वां पुण्य स्मृति दिवस मनाया गया। इस मौके पर उनकी याद में ब्रह्ममुहूर्त से देर रात तक योग-तपस्या का दौर जारी रहा। वहीं ब्रह्माकुमारीज के स्थानीय केंद्र प्रभु उपहार भवन माधौगंज एवं पुराना हाईकोर्ट लाइन स्थित संगम भवन केंद्र सहित ग्वालियर के अन्य सभी केंद्रों पर पुष्पांजली कार्यक्रम आयोजित हुआ, जिसमें स्थानीय केंद्र के सभी वरिष्ठ पदाधिकारियों ने मम्मा के जीवन की विशेषताएं साझा करते हुए पुष्पांजली अर्पित की।
बीके आदर्श दीदी ने बताया कि वर्ष 1919 में अमृतसर के साधारण परिवार में मम्मा का जन्म हुआ था। उनके बचपन का नाम ओम राधे था। जब वे ओम की ध्वनि का उच्चारण करती थीं तो पूरे वातावरण में गहन शांति छा जाती थी, इसलिए भी वे ओम राधे के नाम से लोकप्रिय हुईं। वे बचपन से ही कुशाग्र बुद्धि और प्रतिभावान थीं। ब्रह्माकुमारीज संस्थान के संस्थापक ब्रह्मा बाबा ने कोई भी ज्ञान की बात उन्हें कभी दोबारा नहीं सिखाई। 24 जून 1965 को उन्होंने अपने नश्वर देह का त्याग करके संपूर्णता को प्राप्त किया था।
 बीके आदर्श दीदी ने बताया कि प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की वर्ष 1937 में स्थापना के समय संस्थापक ब्रह्मा बाबा ने जब माताओं-बहनों के नाम एक ट्रस्ट बनाया था। उसकी जिम्मेदारी सबसे पहले मातेश्वरी जगदंबा सरस्वती (मम्मा) को दी गई थी। तब से लेकर 24 जून 1965 तक उन्होंने ही इस ईश्वरीय विश्वविद्यालय की बागडोर बड़ी ही कुशलता के साथ निभाई।
इस अवसर पर ब्रह्माकुमारीज संस्थान के बीके प्रहलाद भाई, सुधा दीदी, ज्योति बहन, मंजरी बहन, चेतना बहन, सोनिया बहन, राधा बहन, पूनम बहन, डा. गुरचरण सिंह, पवन, जीतू, नरेश, महेश, अर्चना आदि ने श्रद्धा सुमन अर्पित किए।