सेवा और समर्पण ही संस्कृति का मूल है: राठौड़

May 16 2025

ग्वालियर। दिव्यांगों की मदद करना ईश्वर की आराधना जैसी है। सेवा और समर्पण भारतीय संस्कृति का मूल है। जिसमें अर्पण, तर्पण और समर्पण की बात होती है। दिव्यांगों क़ी यदि हम मदद करेंगे तो अन्य लोग भी उनकी मदद के लिए प्रेरित होंगे। यह बात भाजपा के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य आशीष प्रताप सिंह राठौड ने स्वर्ग सदन में कैलाशवासी माधवीराजे सिंधिया की प्रथम पुण्यतिथि पर दिव्यांगजन उपकरण वितरण कार्यक्रम में कही। पुनर्वास केंद्र के माध्यम से इन योजनाओं का लाभ ले सकते हैं। 
इस दौरान उपस्थित दिव्यांगजनों को व्हीलचेयर, छड़ी, स्टेचर, वॉकर आदि उपकरण वितरित किए गए। कार्यक्रम में विकास गोस्वामी, हरिदास अग्रवाल, महेंद्र भदकारिया, कपिल भार्गव, अतर सिंह जाटव, प्रहलाद भाई, प्रदीप अग्रवाल, डॉ. सूर्यकांत अग्निहोत्री, गजेंद्र जैन, अनीस कुरैशी, चांद खान आदि उपस्थित रहे।