भजनों से गूंज रहे माता के दरबार

Apr 01 2025

ग्वालियर। नवरात्रि के चौथे दिन भक्त माता कुष्मांडा की पूजा-अर्चना में लीन हैं। जब सृष्टि नहीं थी, चारों ओर अंधकार था तब माता कुष्मांडा ने अपने हास्य से ब्रह्मांड की रचना की थी। इसीलिए माता को सृष्टि की आदि स्वरूपा या आदि शक्ति कहा गया है। शहर के देवी मंदिर सुबह से ही माता के जयकारों से गूंज रहे हैं। शहर के प्रमुख मंदिरों के साथ. गली-मोहल्लों में स्थित मंदिरों में सुबह से लेकर देर रात तक घंटे और घडिय़ाल की मधुर आवाजें और भजन-कीर्तन गूंज रहे हैं। सारा शहर इन दिनों माता की भक्ति में डूबा हुआ है।