गर्मी में बढ़ जाता है फूड प्वाइजनिंग का खतरा- डॉ पंकज मौर्य

Apr 01 2025

ग्वालियर। सोफिया हॉस्पिटल के इंटर्न डॉ. पंकज मौर्य ने बताया गर्मी शुरू होते ही कई तरह की सेहत से जुड़ी परेशानिया भी बढऩे लगती हैं। तेज धूप बढ़ता तापमान और पसीना निकलने की वजह से शरीर पर बुरा असर पड़ सकता है। अगर हम सतर्क ना रहे तो बीमारियां गंभीर रूप ले सकती हैं। डिहाईड्रेशन और फूड प्वाइजनिंग सबसे ज्यादा होती है। अगर इससे बचना है तो जरूरी चीजों का ध्यान रखना चाहिए। फूड प्वाइजनिंग कब होती है जब आप ऐसे भोजन या पानी का सेवन करते हैं जिसमें वायरस बैक्टीरिया परजीवी द्वारा पैदा किए गए विसैले तत्व मौजूद होते हैं। 
पेट में दर्द होना, सर दर्द होना, उल्टी, दस्त, बुखार आदि फूड पॉइजनिंग के मुख्य लक्षण है इन सब लक्षणों के मिलने पर अपने नजदीकी चिकित्सक से तुरंत परामर्श लें। 
फूड पॉइजनिंग से बचने के लिए सरल सुपाच्य भोजन करना चाहिए और ज्यादा से ज्यादा पानी पीना चाहिए। ज्यादा धूप में जाने से बचें, साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें, खाने में ज्यादा मसालेदार चीजों से बचें।
इसके लिए होम्योपैथिक की दवाई प्रभावित है जैसे-
नक्श वोमिका-अधिक जंक फूड जंक फूड तला भुना खाना यदि मसालेदार भोजन के कारण पाचन खराब हो गया है तो इसलिए दिया जा सकता है।
कार्बो वेज-पेट में अत्यधिक गैस और ब्लोटिंग होने की स्थिति में।
चाइना- बार-बार पतले दस्त हो रहे हैं और शरीर में कमजोरी लग रही हो।
अल्फा-पाचन तंत्र को मजबूत करने और भूख बढ़ाने के लिए मदगार हैं। लेकिन इसके साथ ही डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।