भगवान के भरोसे हो भक्त, तो फिर वही करेंगे सब काम: अनिरुद्ध

Nov 07 2024

ग्वालियर। नरसी भगवान की भक्ति में ऐसे रमे कि सेठ से फकीर हो गए,लेकिन जब उन्हें अपनी बेटी नानी बाई के मायरे लिए धन की जरूरत पड़ी तो स्वयं भगवान उनका मायरा लेकर पहुंचे और ऐसा मायरा भरा कि सारा शहर दंग रह गया। जो भक्त भगवान के भरोसे हो जाते हैं, तो फिर उनके सारे काम भगवान करते हैं। यह विचार बंधन वाटिका में खंडेलवाल समाज द्वारा आयोजित हो रहे नानीबाई के मायरे में अनिरुद्ध मुरारी महाराज ने व्यक्त किए। इस मौके पर ठाकुरजी को 56 भोग लगाए गए। 
उन्होंने सास-बहू के संबधों को लेकर कहा कि आजकल सास-बहू के संबधों को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा होती है, लेकिन यदि बहू सास को मां और सास बहु को बेटी समझे तो परिवार का वातावरण मधुर हो जाता है। सास-ससुर धर्म के माता-पिता होते हैं। उनका ओहदा जन्म देने वाले माता-पिता से बड़ा होता है इसलिए सदा उनका सम्मान करें। उन्होंने कहा कि मां की बराबरी संसार में कोई नहीं कर सकता है। चारों धाम के सुख मां के चरणों में है, इसलिए जन्म देने वाली मां और सासु मां दोनों के प्रिय बनकर रहें। उन्होंने कहा कि माया सबल है और उसके चंगुल से बचने के लिए सिर्फ प्रभु नाम का सुमरिन करते रहें। सत्य परेशान हो सकता है लेकिन पराजित नहीं, इसलिए कभी सत्य का साथ न छोड़ें। महाराज ने माता बहिनों से आह्वान किया कि भारतीय संस्कृति की रक्षा की जिम्मेदारी माता बहिनों की है। माताएं भविष्य की पीड़ी में संस्कारों को संचार करेें, तभी भारतीय संस्कृति का परचम युगों युगों तक फहरा सकेगा। 
इस मौके पर इस मौके पर अखिल भारतीय खंडेलवाल वैश्य महासभा के पूर्व प्रधानमंत्री  शशि राकेश रावत, चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष प्रवीण अग्रवाल प्रमुख रूप से मौजूद रहे। इस मौके पर समाज के अध्यक्ष लवी प्रकाश खंडेलवाल ने सभी अतिथियों का स्वागत किया।  
करौली माता मंदिर पर भागवत व रामलीला आज से 
महलगांव स्थित सिद्धपीठ श्री कैलामहारानी एवं कुंवर महाराज के आशीर्वाद से कैलामैया के प्रागंण में 8 नवम्बर से श्रीरामचंद्र नवकुंडीय महायज्ञ एवं श्रीमद्भागवत कथा एवं रामलीला का मंचन किया जाएगा। पूर्णाहूति एवं भंडारा 15 नवम्बर को दोपहर 12 बजे से होगा। इससे पूर्व शुक्रवार सुबह 11 बजे महाबली हनुमान मंदिर सिटीसेंटर से भव्य कलश यात्रा निकाली जाएगी, कथा स्थल पर पहुंचकर संपन्न होगी। कथा व्यास दंदरौआ सरकार मेंहदोली वाले अंकित शास्त्री एवं यज्ञाचार्य पं दीपक तिवारी होंगे। यह जानकारी कार्यक्रम संयोजक एवं महामंडलेश्वर कपिल मुनि महाराज ने दी।